मणिपुर में सुरक्षा एजेंसियों ने हाल ही में हथियार तस्करी के एक अंतरराष्ट्रीय नेटवर्क का भंडाफोड़ किया है, जिसके तार म्यांमार से लेकर पूरे भारत तक फैले हुए हैं। जांच की शुरुआत उस समय हुई, जब इंफाल घाटी में सक्रिय प्रतिबंधित उग्रवादी संगठन UNLF-P के एक वरिष्ठ नेता, सिनम सोमेंद्रो मेइती उर्फ रिचर्ड को गिरफ्तार किया गया।
रिचर्ड की गिरफ्तारी ने सुरक्षा एजेंसियों के सामने एक बड़ा खतरा उजागर किया — म्यांमार से अवैध रूप से लाए गए विदेशी हथियार भारत में फर्जी दस्तावेजों के ज़रिए बेचे जा रहे थे। मणिपुर पुलिस ने अब तक इस मामले में चार लोगों को गिरफ्तार किया है और छापेमारी के दौरान अमेरिकी व ऑस्ट्रियाई पिस्तौलें, गोला-बारूद, वायरलेस सेट और हाई-एंड मोबाइल फोन जब्त किए गए हैं।
जांच में पता चला है कि इन हथियारों की आपूर्ति देश के कई हिस्सों में की जा रही थी, जिनमें पंजाब का एक मामला पहले ही सामने आ चुका है। यह गिरोह न केवल अवैध हथियारों की बिक्री में लिप्त था, बल्कि फर्जी गन स्टोर रजिस्ट्रेशन और दस्तावेज़ों के माध्यम से वैधता का दिखावा कर रहा था।
गिरफ्तार आरोपी रिचर्ड का आपराधिक इतिहास भी चौंकाने वाला है। वह 1995 में पहली बार UAPA के तहत गिरफ्तार हुआ था और उसके बाद 2005, 2006 और 2006 में ही मेघालय के शिलांग से भी उसे गिरफ्तार किया गया। वह उग्रवादियों को गुवाहाटी से बांग्लादेश भेजने और विदेशी मुद्रा के अवैध लेन-देन में भी शामिल रहा है।
UNLF-P ने नवंबर 2023 में संघर्ष विराम समझौते पर हस्ताक्षर किए थे, लेकिन अब संदेह जताया जा रहा है कि यह केवल दबाव से बचने की रणनीति थी। संगठन अब तक न तो हथियार जमा कर पाया है, न ही अपने सदस्यों की पूरी जानकारी दी है। इसके कई सदस्य अब भी ज़बरन वसूली और हिंसा में संलिप्त हैं।
मणिपुर में चल रहे जातीय संघर्ष में अब तक 200 से ज्यादा लोग अपनी जान गंवा चुके हैं। ऐसी स्थिति में UNLF-P द्वारा संवेदनशील क्षेत्रों में कैंप स्थापित करने की मांग को सुरक्षा एजेंसियों ने खारिज कर दिया है।
संघर्ष विराम के बावजूद, 2024 में कई ऐसी घटनाएं हुई हैं जिनसे संकेत मिलता है कि UNLF-P के सदस्य खुलेआम हथियारबंद गतिविधियों को अंजाम दे रहे हैं और यहां तक कि सुरक्षा बलों से हथियार भी लूटे गए हैं।
Security agencies in India have intensified their investigation into a Myanmar-origin arms trafficking network exposed in Manipur. A key UNLF-P militant, Richard Meitei, was arrested with foreign-made pistols, ammo, and wireless gear. These illegal weapons were reportedly smuggled from Myanmar across the open border and sold nationwide using forged documents. The crackdown raises concerns over the UNLF-P’s commitment to its 2023 ceasefire agreement, especially amid ongoing ethnic conflict in Manipur and intelligence pointing to further illegal arms trade across India.