Guru Purnima 2025 Remedies: Light Diya in These Places to Remove Pitra Dosh
गुरु पूर्णिमा 2025: पितृ दोष से मुक्ति पाने के लिए इन स्थानों पर करें दीपक जलाने का विशेष उपाय
AIN NEWS 1: गुरु पूर्णिमा, जिसे आषाढ़ पूर्णिमा भी कहा जाता है, हर वर्ष आध्यात्मिक दृष्टि से बेहद महत्वपूर्ण मानी जाती है। यह दिन गुरुओं को समर्पित होता है और साथ ही, पितृ दोष को दूर करने के लिए भी यह अत्यंत शुभ माना जाता है। यदि आपके जीवन में बार-बार बाधाएं, अचानक आर्थिक नुकसान या पारिवारिक कलह जैसी समस्याएं आ रही हैं, तो हो सकता है कि उसके पीछे पितृ दोष हो। ऐसे में गुरु पूर्णिमा के दिन कुछ विशेष स्थानों पर दीपक जलाकर आप इस दोष से मुक्ति पा सकते हैं।
किस दिशा में जलाएं दीपक?
हिंदू शास्त्रों के अनुसार, दक्षिण दिशा को पितरों की दिशा माना गया है। इसलिए इस दिन घर की दक्षिण दिशा में या पितरों की तस्वीर के सामने दीपक जलाना बेहद शुभ होता है।
दीपक में तेल – तिल का तेल या सरसों का तेल प्रयोग करें।
स्थान – घर की दक्षिण दिशा, पितरों की फोटो के सामने या घर के मंदिर में।
इससे पितरों की कृपा मिलती है और जीवन में रुके कार्यों में गति आती है।
नदी में करें दीपदान
गुरु पूर्णिमा के दिन नदी में दीपदान करने की भी परंपरा है।
किसी पवित्र नदी या तालाब में दीपक बहाएं।
दीपक में सरसों का तेल भरें और एक रुई की बाती जलाएं।
जल में प्रवाहित करते समय पितरों से मन ही मन प्रार्थना करें।
यह उपाय विशेष रूप से पितृ दोष निवारण के लिए बहुत प्रभावी माना जाता है।
पीपल के नीचे दीपक जलाने का महत्व
पीपल का पेड़ धार्मिक दृष्टि से अत्यंत पवित्र माना गया है।
पीपल के नीचे सरसों के तेल का दीपक जलाएं।
शाम के समय यह उपाय करने से विशेष फल मिलता है।
दीपक के साथ “ॐ नमः भगवते वासुदेवाय” का जप करें।
इससे पितरों की आत्मा को शांति मिलती है और आशीर्वाद स्वरूप आपके जीवन की समस्याएं कम होती हैं।
दीपक जलाते समय ध्यान रखने योग्य बातें
दीपक को सीधे जमीन पर न रखें, बल्कि उसे चावलों के ढेर या किसी थाली में रखें।
दीपक जलाते समय पितरों का ध्यान करें और उनसे जाने-अनजाने में हुई गलतियों के लिए क्षमा याचना करें।
घर के मंदिर या पूजास्थल को साफ-सुथरा रखें।
इन बातों का पालन करने से दीपक जलाने का संकल्प और प्रभाव और अधिक शुभ बनता है।
पितरों के लिए तर्पण और भोजन अर्पण
गुरु पूर्णिमा के दिन तर्पण और भोजन दान भी पितृ दोष निवारण के लिए किया जाता है।
सुबह स्नान करके तिल, कुश और जल से तर्पण करें।
पितरों के नाम पर भोजन निकालें और कौओं को भोजन कराएं।
पितृ स्तोत्र और पितृ कवच का पाठ करें।
यह सारे उपाय मिलकर आपके जीवन से पितृ दोष की नकारात्मकता को कम कर सकते हैं।
महत्वपूर्ण सुझाव
> इस लेख में बताए गए उपाय धार्मिक मान्यताओं और पौराणिक कथाओं पर आधारित हैं। किसी उपाय को अपनाने से पहले अपने परिवार के बुजुर्गों, पंडित या विद्वान ज्योतिषी से सलाह अवश्य लें। अंधविश्वास से बचें और सोच-समझकर किसी भी कर्म को करें।
अगर आप चाहते हैं कि पितरों की कृपा आपके जीवन में बनी रहे और पितृ दोष से मुक्ति मिले, तो गुरु पूर्णिमा का यह अवसर न चूकें। दीपक का उजाला सिर्फ अंधकार नहीं मिटाता, बल्कि पितरों के आशीर्वाद का रास्ता भी खोलता है।
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On Guru Purnima 2025, one of the most auspicious full moon days in the Hindu calendar, performing special diya lighting rituals can help remove Pitra Dosh and attract ancestral blessings. Lighting a diya in the south direction, under a Peepal tree, or near a river, especially using mustard oil, is considered highly beneficial. This article explores step-by-step remedies and explains how Guru Purnima is the perfect time for spiritual and karmic cleansing.