UP Lekhpal Suicide Attempt: CM Yogi Orders Fair Investigation, Reaffirms Zero Tolerance for Corruption
लेखपाल आत्महत्या मामला: सीएम योगी का सख्त संदेश – न भ्रष्टाचार बर्दाश्त, न किसी के साथ अन्याय
AIN NEWS 1: उत्तर प्रदेश के हापुड़ जिले में एक संवेदनशील मामला सामने आया है, जिसे मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ ने बेहद गंभीरता से लिया है। मामला धौलाना तहसील के लेखपाल सुभाष मीणा से जुड़ा है, जिन्होंने निलंबन के बाद मानसिक तनाव में आकर आत्महत्या करने की कोशिश की। आरोप है कि उन्होंने खसरा-खतौनी की नकल देने के बदले में रिश्वत ली थी। ग्रामीणों की शिकायत पर जिलाधिकारी ने उन्हें निलंबित कर दिया था।
निलंबन की खबर मिलने के बाद सुभाष मीणा ने कथित रूप से जहरीला पदार्थ खा लिया, जिससे उनकी तबीयत बिगड़ गई। उन्हें गंभीर हालत में अस्पताल में भर्ती कराया गया है।
मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ ने इस पूरे प्रकरण पर त्वरित संज्ञान लेते हुए मेरठ के मंडलायुक्त और पुलिस महानिरीक्षक को एक संयुक्त उच्चस्तरीय जांच का आदेश दिया है। उन्होंने यह भी कहा है कि मामले की निष्पक्ष, पारदर्शी और तथ्यात्मक जांच होनी चाहिए ताकि सच्चाई के आधार पर ही कोई फैसला लिया जा सके।
सीएम योगी ने यह स्पष्ट किया कि उत्तर प्रदेश सरकार भ्रष्टाचार को किसी भी कीमत पर बर्दाश्त नहीं करेगी, लेकिन इसके साथ ही किसी भी सरकारी कर्मचारी या नागरिक के साथ अन्याय भी नहीं होने दिया जाएगा। उन्होंने अधिकारियों से यह सुनिश्चित करने को कहा है कि जांच प्रक्रिया में मानवीय दृष्टिकोण और संवेदनशीलता बनी रहे।
मुख्यमंत्री ने लेखपाल के शीघ्र स्वास्थ्य लाभ की कामना करते हुए यह संदेश भी दिया कि किसी भी सरकारी कर्मी को मानसिक दबाव की स्थिति में पहुंचने से पहले मदद उपलब्ध कराई जाए। शासन स्तर पर संबंधित विभागों को निर्देशित किया गया है कि भविष्य में ऐसे मामलों में संवेदनशीलता और पारदर्शिता दोनों का पालन किया जाए।
यह मामला प्रदेश की प्रशासनिक कार्यप्रणाली में ईमानदारी और न्याय को प्राथमिकता देने की सरकार की मंशा को दर्शाता है। मुख्यमंत्री के आदेश से यह स्पष्ट हो गया है कि सरकार न केवल भ्रष्टाचार पर सख्त है, बल्कि अपने कर्मचारियों के मानसिक स्वास्थ्य को लेकर भी गंभीर है।
In a strong stance against corruption, UP CM Yogi Adityanath has ordered a high-level investigation into the Hapur Lekhpal suicide attempt case. The suspended lekhpal, Subhash Meena, was accused of taking bribes for land record copies. CM Yogi assured a fair and unbiased inquiry, emphasizing that the state government neither tolerates corruption nor allows injustice to any government employee. This case highlights UP’s commitment to transparent governance.