Religious Conversion Allegations in Modinagar: Hindu Organizations Protest, Police Investigates
मोदीनगर में धर्मांतरण का आरोप: हंगामे के बाद पुलिस ने की जांच
AIN NEWS 1: गाजियाबाद के मोदीनगर के विद्यापुर गांव में सोमवार शाम उस समय हंगामा हो गया जब तीन महिलाओं पर धर्मांतरण कराने का आरोप लगाया गया। ग्रामीणों और हिंदू संगठनों ने इस मामले को लेकर विरोध प्रदर्शन किया। सूचना मिलते ही पुलिस मौके पर पहुंची और हालात को नियंत्रित किया। बाद में जांच में पता चला कि ये महिलाएं धर्मांतरण नहीं, बल्कि धार्मिक प्रचार कर रही थीं।
घटना कैसे हुई?
विद्यापुर गांव के निवासी गोपाल कुमार के घर पर एक धार्मिक आयोजन चल रहा था, जिसमें दिल्ली और मेरठ से आईं तीन महिलाएं मंत्रोच्चारण कर रही थीं। इसी दौरान कुछ ग्रामीणों को संदेह हुआ कि ये महिलाएं धर्मांतरण कराने आई हैं। देखते ही देखते गांव में अफवाह फैल गई और लोग गोपाल कुमार के घर के बाहर एकत्र होकर विरोध करने लगे।
हिंदू संगठनों का विरोध
सूचना पाकर नीरज शर्मा अपने कार्यकर्ताओं के साथ वहां पहुंचे और महिलाओं पर धर्मांतरण कराने का आरोप लगाकर विरोध प्रदर्शन करने लगे। उन्होंने मामले की जांच की मांग की, जिससे माहौल और तनावपूर्ण हो गया।
पुलिस की त्वरित कार्रवाई
विरोध प्रदर्शन की सूचना पर मोदी पोन पुलिस चौकी प्रभारी अपनी टीम के साथ मौके पर पहुंचे। पुलिस ने हालात को शांत करने के लिए तीनों महिलाओं को हिरासत में लेकर चौकी ले गई। पूछताछ के दौरान महिलाओं ने बताया कि वे मेरठ की एक संस्था से जुड़ी हुई हैं और सिर्फ धार्मिक प्रचार के उद्देश्य से गांव आई थीं।
धर्मांतरण का आरोप गलत निकला
एसीपी मोदीनगर ज्ञानप्रकाश राय ने बताया कि जांच में धर्मांतरण जैसा कोई मामला सामने नहीं आया है। महिलाओं में से दो ब्राह्मण और एक बौद्ध धर्म की अनुयायी थीं। वे केवल धार्मिक प्रचार कर रही थीं, लेकिन ग्रामीणों को गलतफहमी हो गई और हंगामा हो गया।
पुलिस की जांच जारी
हालांकि इस मामले में धर्मांतरण की कोई पुष्टि नहीं हुई है, लेकिन पुलिस अभी भी इस घटना की गहनता से जांच कर रही है। अधिकारियों का कहना है कि वे यह सुनिश्चित करेंगे कि भविष्य में इस तरह की गलतफहमी से कोई बड़ा विवाद न हो।
In Modinagar, Ghaziabad, allegations of religious conversion led to a major protest by Hindu organizations. The incident took place in Vidyapur village, where three women were accused of conducting religious conversions. Police intervened, detained the women, and conducted an investigation. However, it was later confirmed that they were only engaged in religious preaching and not conversion. The Modinagar police stated that no evidence of forced conversion was found, and the situation arose due to a misunderstanding among locals. The incident highlights the sensitivity surrounding religious activities in Uttar Pradesh and the need for careful handling of such situations.