UP Government Ensures Grand Facilities for Kanwar Yatra 2025 Under CM Yogi Adityanath
श्रावण कांवड़ यात्रा 2025: योगी सरकार की विशेष योजना से कांवड़ियों को मिल रही अभूतपूर्व सुविधाएं
AIN NEWS 1: उत्तर प्रदेश में श्रावण मास की कांवड़ यात्रा एक बड़ा धार्मिक उत्सव होता है, जिसमें लाखों शिवभक्त हर साल भाग लेते हैं। इस वर्ष 2025 में भी कांवड़ यात्रा के दौरान भक्तों की भारी भीड़ को देखते हुए उत्तर प्रदेश सरकार ने अभूतपूर्व तैयारियां की हैं। मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ के नेतृत्व में एक व्यापक सेवा और सुरक्षा योजना बनाई गई है, जिसका उद्देश्य यात्रियों की सुरक्षा, सुविधा और श्रद्धा का सम्मान करना है।
योजना का उद्देश्य
मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ ने स्पष्ट निर्देश दिए हैं कि कांवड़ यात्रा के दौरान किसी भी श्रद्धालु को कोई परेशानी न हो। चाहे वह सुरक्षा की बात हो, चिकित्सा सुविधा हो या ठहरने और पानी की सुविधा—हर पहलू को गंभीरता से लेते हुए व्यवस्थाएं बनाई गई हैं।
तकनीकी निगरानी का मजबूत नेटवर्क
इस साल कांवड़ यात्रा के मुख्य मार्गों और प्रमुख स्थानों पर 29,454 सीसीटीवी कैमरे लगाए गए हैं। इन कैमरों के ज़रिए पुलिस और प्रशासन यात्रा के हर मोड़ पर नज़र रख पा रहे हैं ताकि भीड़ प्रबंधन और सुरक्षा सुनिश्चित हो सके।
इसके साथ ही, 395 ड्रोन कैमरे भी तैनात किए गए हैं जो आकाश से निगरानी कर रहे हैं। इन ड्रोन की मदद से किसी भी असामान्य गतिविधि की पहचान तुरंत की जा सकती है और आवश्यक कार्रवाई की जा सकती है।
जल सेवा केंद्रों की स्थापना
गर्मियों और लंबी पदयात्रा को ध्यान में रखते हुए सरकार ने 1,845 जल सेवा केंद्र स्थापित किए हैं। ये केंद्र हर कुछ किलोमीटर पर बनाए गए हैं जहां कांवड़ यात्री ठंडा पानी और नींबू शरबत जैसी सुविधाएं प्राप्त कर सकते हैं। जल सेवा केंद्र स्वयंसेवकों और स्थानीय समाजसेवियों की मदद से संचालित किए जा रहे हैं।
चिकित्सा शिविरों की व्यवस्था
कांवड़ यात्रा के दौरान अचानक स्वास्थ्य बिगड़ने की स्थिति से निपटने के लिए 829 चिकित्सा शिविरों की स्थापना की गई है। इन शिविरों में डॉक्टर, नर्स और आवश्यक दवाएं उपलब्ध हैं। छोटे-बड़े सभी शहरों और गांवों के समीप ये शिविर बनाए गए हैं ताकि किसी भी आपात स्थिति में फौरन उपचार मिल सके।
पुलिस नियंत्रण कक्ष और सहायता केंद्र
यात्रा मार्गों पर 1,222 पुलिस कंट्रोल रूम/हेल्प डेस्क बनाए गए हैं। यहां से न केवल सुरक्षा की निगरानी होती है, बल्कि यात्रियों की सहायता के लिए 24 घंटे कर्मचारी मौजूद रहते हैं। कोई कांवड़िया रास्ता भटक जाए या किसी को सहायता की जरूरत हो तो वे यहां संपर्क कर सकते हैं।
सांस्कृतिक सम्मान और जनसहभागिता
इस यात्रा को केवल धार्मिक नहीं, बल्कि सांस्कृतिक उत्सव के रूप में भी देखा जाता है। मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ ने कहा है कि “आस्था का मान और संस्कृति का सम्मान” ही इस योजना की मूल भावना है। समाज के हर वर्ग को इस यात्रा की गरिमा बनाए रखने में सहयोग देना चाहिए।
इस साल कई स्थानीय संगठन और स्वयंसेवी संस्थाएं भी प्रशासन के साथ मिलकर जल सेवा, भोजन वितरण और स्वच्छता बनाए रखने के काम में भाग ले रही हैं।
प्रमुख स्थानों पर अतिरिक्त सतर्कता
कांवड़ यात्रा के दौरान कुछ विशेष स्थानों—जैसे हरिद्वार से गाजियाबाद, मेरठ, मुज़फ्फरनगर और सहारनपुर तक के मार्गों पर अतिरिक्त सतर्कता बरती जा रही है। इन मार्गों पर ट्रैफिक नियंत्रण, अस्थायी टॉयलेट्स और मोबाइल एंबुलेंस की व्यवस्था की गई है।
डिजिटल हेल्पलाइन और सोशल मीडिया मॉनिटरिंग
सरकार ने डिजिटल हेल्पलाइन नंबर और सोशल मीडिया मॉनिटरिंग की व्यवस्था भी की है, जिससे किसी भी शिकायत या सुझाव को तुरंत संज्ञान में लिया जा सके। MyGovUP हैंडल और हेल्पलाइन नंबरों पर नागरिक अपनी समस्याएं साझा कर सकते हैं।
कांवड़ यात्रा 2025 के लिए योगी सरकार की तैयारी यह दर्शाती है कि राज्य प्रशासन ना सिर्फ धार्मिक आयोजनों को महत्व देता है, बल्कि उसे सुव्यवस्थित और सुरक्षित बनाने के लिए तकनीक और सेवा भावना का सर्वोत्तम उपयोग कर रहा है।
इस यात्रा में भाग लेने वाले सभी भक्तों से अपील है कि वे भी नियमों का पालन करें, स्वच्छता बनाए रखें और प्रशासन के साथ सहयोग करें, ताकि यह आयोजन सफल और शांतिपूर्ण रूप से संपन्न हो सके।
The Uttar Pradesh Government under CM Yogi Adityanath has made extensive arrangements for the Kanwar Yatra 2025, ensuring the safety and convenience of millions of pilgrims. With the deployment of over 29,000 CCTV cameras, 395 surveillance drones, 1,845 water service centers, 829 medical aid camps, and 1,222 police control rooms, the government is leaving no stone unturned in managing the massive influx of devotees during this religious event. This initiative highlights the state’s commitment to upholding cultural traditions while ensuring public safety through advanced technology.