Gang Targeting Tall Tribal Girls in Sonbhadra for Ritual Fraud, Offering 10 Lakh Rupees
साढ़े पांच फीट लंबी आदिवासी लड़कियों को निशाना बना रहा गिरोह, पूजा के नाम पर लाखों का लालच
AIN NEWS 1: उत्तर प्रदेश के सोनभद्र जिले से एक चौंकाने वाला मामला सामने आया है जिसने प्रशासन और आम जनता दोनों को चिंता में डाल दिया है। यहां एक संदिग्ध गिरोह सक्रिय है जो खासतौर पर आदिवासी समुदाय की उन लड़कियों को निशाना बना रहा है, जिनकी लंबाई साढ़े पांच फीट से अधिक है।
गिरोह की साजिश – पूजा के नाम पर धोखाधड़ी
यह गिरोह लड़कियों को यह कहकर फँसा रहा है कि उन्हें किसी विशेष पूजा में भाग लेना है। इसके बदले में लड़कियों या उनके परिवार को ₹5 से ₹10 लाख रुपये तक का लालच दिया जा रहा है। गिरोह के सदस्य गांवों में घूम-घूमकर लड़कियों और उनके परिजनों से संपर्क बना रहे हैं और आधार कार्ड जैसी पहचान से जुड़ी जानकारियां भी ले रहे हैं।
वीडियो वायरल – खुलासा करने वाली महिला कार्यकर्ता की भूमिका
इस पूरे मामले का खुलासा तब हुआ जब एक महिला सामाजिक कार्यकर्ता ने साहस दिखाया। उसे कुछ लड़कियों से इस गिरोह के बारे में जानकारी मिली, जिसके बाद उसने म्योरपुर कस्बे में स्थित एक दुकान में जाकर गिरोह के एक सदस्य से बातचीत की। इस बातचीत को उसने गुप्त रूप से रिकॉर्ड किया और फिर वीडियो पुलिस को सौंप दिया।
वीडियो में देखा और सुना जा सकता है कि आरोपी यह बता रहा है कि पूजा में जाने वाली लड़की की उम्र 18 से 28 साल के बीच होनी चाहिए। उसके शरीर में कोई गोदना (टैटू) नहीं होना चाहिए और वह पूरी तरह से “शुद्ध” होनी चाहिए। इसके अलावा आधार कार्ड की कॉपी अनिवार्य बताई गई है।
पुलिस की कार्रवाई – गिरोह के सदस्य हिरासत में
जैसे ही यह वीडियो सामने आया, पुलिस हरकत में आ गई। म्योरपुर थाना प्रभारी कमल नयन दुबे के मुताबिक, एक व्यक्ति को हिरासत में लेकर पूछताछ की जा रही है। साथ ही, एक तथाकथित बाबा की तलाश भी की जा रही है जो इस पूरे रैकेट का मास्टरमाइंड हो सकता है।
कई गांवों में फैल चुका है जाल
पुलिस सूत्रों की मानें तो गिरोह के सदस्य काचन, किरबिल, पीपरहर सहित कई अन्य गांवों में जाकर लड़कियों से संपर्क कर चुके हैं। इस गिरोह का तरीका बेहद सुनियोजित प्रतीत होता है – पहले लालच देकर भरोसा जीता जाता है, फिर निजी दस्तावेज लिए जाते हैं और अंत में लड़की को “पूजा” के बहाने कहीं बाहर ले जाया जाता है।
धर्मांतरण की आशंका – आदिवासी समाज निशाने पर
इस पूरे घटनाक्रम के पीछे धर्मांतरण की आशंका भी जताई जा रही है। पुलिस को शक है कि इस गिरोह का मकसद सिर्फ पूजा नहीं बल्कि इन लड़कियों को बहला-फुसलाकर धर्म बदलवाना भी हो सकता है। चूंकि ये लड़कियां आदिवासी समुदाय से हैं, जो अक्सर आर्थिक और सामाजिक रूप से कमजोर होते हैं, ऐसे में उन्हें लालच देना आसान होता है।
सवाल जो उठते हैं…
क्या यह मामला केवल सोनभद्र तक सीमित है या अन्य जिलों में भी ऐसे गिरोह सक्रिय हैं?
इन लड़कियों को कहां ले जाया जा रहा था और वहां उनके साथ क्या होता?
क्या कोई बड़ा रैकेट इन गतिविधियों के पीछे है जो मानव तस्करी, काला जादू या धर्मांतरण से जुड़ा हुआ हो सकता है?
सरकार और प्रशासन से अपेक्षाएं
यह मामला न केवल कानून व्यवस्था बल्कि सामाजिक सुरक्षा और धार्मिक स्वतंत्रता से भी जुड़ा हुआ है। प्रशासन को न सिर्फ इस गिरोह का भंडाफोड़ करना चाहिए, बल्कि आदिवासी समुदायों को जागरूक करने के लिए विशेष अभियान भी चलाना चाहिए ताकि वे इस तरह के लालच में ना आएं।
जनता की भूमिका – सतर्क रहें, सजग बनें
अगर आपके आसपास कोई अजनबी या संदिग्ध व्यक्ति इस तरह के प्रस्ताव लेकर आए, तो तुरंत पुलिस को सूचना दें। आधार कार्ड, उम्र और लंबाई जैसी बातें पूछने वाले व्यक्ति को गंभीरता से लें और अपनी बेटियों की सुरक्षा को सर्वोपरि मानें।
सोनभद्र में सामने आया यह मामला बताता है कि आज भी समाज में ऐसे गिरोह सक्रिय हैं जो गरीब और आदिवासी समुदाय की मासूम लड़कियों को लालच देकर अपने जाल में फंसाते हैं। यह केवल कानून का नहीं बल्कि मानवीय संवेदना का भी प्रश्न है। समय है सजग रहने का, बोलने का और प्रशासन का सहयोग करने का।
In a shocking incident from Sonbhadra, Uttar Pradesh, a gang has been targeting tribal girls above 5.5 feet in height, luring them with offers of ₹5–10 lakh for participating in suspicious rituals. The scam, which possibly involves religious conversion and human trafficking, has triggered a police investigation. The gang’s activities were exposed through a viral video recorded by a social activist, raising concerns about the exploitation of tribal communities in India.