Agra Religious Conversion Gang Busted After Chhangur Baba, 10 Arrested with ISIS, ISI and Foreign Funding Links
छांगुर बाबा के बाद आगरा में बड़ा धर्मांतरण रैकेट उजागर, 10 गिरफ्तार, विदेशी फंडिंग और आतंकी कनेक्शन का खुलासा
AIN NEWS 1 : देश एक बार फिर एक खतरनाक षड्यंत्र का गवाह बना है। छांगुर बाबा के मामले की तपिश अभी ठंडी भी नहीं हुई थी कि अब आगरा से एक और धर्मांतरण रैकेट का बड़ा खुलासा हुआ है। पुलिस की जांच में यह बात सामने आई है कि यह कोई छोटा-मोटा गिरोह नहीं, बल्कि एक संगठित और अंतरराज्यीय नेटवर्क था, जो देश के 6 राज्यों में सक्रिय था और विदेशी ताकतों से आर्थिक सहायता प्राप्त कर रहा था।
6 राज्यों में फैला नेटवर्क, 10 आरोपी गिरफ्तार
आगरा पुलिस की छानबीन के बाद 6 राज्यों से 10 आरोपियों को गिरफ्तार किया गया है। ये सभी आरोपी हिंदू नाबालिग लड़कियों को निशाना बनाकर उन्हें लव जिहाद के जाल में फंसाते थे। इसके बाद इन लड़कियों को ब्रेनवॉश कर के उनसे इस्लाम कबूल करवाया जाता था।
विदेशी फंडिंग से चल रहा था ऑपरेशन
इस गैंग को अमेरिका, कनाडा और दुबई से फंडिंग मिल रही थी। जांच में यह सामने आया है कि इस रैकेट का सीधा संबंध आतंकवादी संगठनों जैसे ISIS और ISI से भी था। ये पैसे केवल धर्मांतरण के लिए ही नहीं, बल्कि कट्टरपंथी एजेंडा फैलाने के लिए इस्तेमाल किए जा रहे थे।
बहनों की दर्दभरी कहानी
पुलिस को कोलकाता की एक मुस्लिम बस्ती से दो सगी बहनें मिलीं, जो इस रैकेट की शिकार थीं। चौंकाने वाली बात यह रही कि जब पुलिस ने उन्हें छुड़ाया और उनका बयान लेने की कोशिश की, तो उन्होंने कहा – “सब निर्दोष हैं, उन्हें छोड़ दो…”।
इससे यह साफ है कि लड़कियों को या तो पूरी तरह से ब्रेनवॉश कर लिया गया है या उन्हें ब्लैकमेल कर के अपने पक्ष में बयान देने के लिए मजबूर किया गया है।
धर्मांतरण नहीं, मानसिक गुलामी का जाल
इस पूरे मामले को केवल धर्मांतरण का मामला समझना बहुत बड़ी भूल होगी। यह एक मानसिक गुलामी का जाल है, जिसमें नाबालिग लड़कियों को भावनात्मक, मानसिक और सामाजिक रूप से तोड़ा जा रहा है। लड़कियों को उनके परिवार और संस्कृति से दूर करके उन्हें कट्टरपंथी मानसिकता की ओर धकेला जा रहा है।
कैसे काम करता था रैकेट?
सबसे पहले, ये आरोपी सोशल मीडिया या कॉलेज-स्कूल के ज़रिए लड़कियों से संपर्क करते थे।
फिर उन्हें झूठे प्यार, शादी और अच्छे जीवन के सपने दिखाकर फंसाते थे।
उसके बाद उन्हें धार्मिक पाठ, वीडियो और भाषणों के ज़रिए ब्रेनवॉश किया जाता था।
अंतिम चरण में या तो डर, ब्लैकमेल या भावनात्मक दबाव डालकर धर्म परिवर्तन करवा लिया जाता था।
इस प्रक्रिया के दौरान डॉक्यूमेंट्स, पहचान पत्र, मोबाइल और सोशल अकाउंट भी कब्जे में ले लिए जाते थे।
पुलिस की तत्परता और जनता का जागरूक होना जरूरी
आगरा पुलिस ने इस पूरे मामले में तेजी दिखाते हुए पूरे नेटवर्क को बेनकाब किया है। अब जरूरत है कि जनता भी सतर्क रहे, खासकर माता-पिता और शिक्षण संस्थान। बच्चों की गतिविधियों पर नजर रखें और उन्हें धार्मिक कट्टरता से बचाने के लिए उचित मार्गदर्शन दें।
यह केवल आगरा की बात नहीं…
यह एक गंभीर सामाजिक और राष्ट्रीय मुद्दा है। छांगुर बाबा का मामला हो या आगरा का यह खुलासा – दोनों ही यह संकेत दे रहे हैं कि कट्टरपंथी सोच अब हमारे समाज की जड़ों तक पहुंच चुकी है। यदि समय रहते जनता और सरकार दोनों ने मिलकर सख्त कदम नहीं उठाए, तो भविष्य में इसकी कीमत हमारी आने वाली पीढ़ियों को चुकानी पड़ेगी।
यह कोई मामूली अपराध नहीं, बल्कि राष्ट्र विरोधी मानसिकता और आतंकी संगठनों के कुकृत्य का हिस्सा है। यह देश की बेटियों की अस्मिता और सोच पर हमला है।
अब वक्त आ गया है कि हम सिर्फ निंदा तक सीमित न रहें, कानूनी कार्रवाई, सामाजिक जागरूकता और पारिवारिक संवाद के ज़रिए इस जहर का सामना करें।
अगर आपको यह जानकारी जरूरी लगी तो इस पोस्ट को अधिक से अधिक शेयर करें ताकि हमारी बेटियां इस जाल से बच सकें।
A major religious conversion gang operating across multiple Indian states has been busted in Agra, following the infamous Chhangur Baba case. The police arrested 10 accused with strong links to ISIS, ISI, and foreign funding from Dubai and the USA. The gang was involved in brainwashing young Hindu girls and forcing them into religious conversion under the pretext of love and marriage. This case highlights the deep-rooted network of love jihad and radical ideologies threatening national security and women’s safety in India.



















