Uttar Pradesh: Three Muslim Women Accept Sanatan Dharma, Marry Hindu Men
घर वापसी: तीन मुस्लिम युवतियों ने अपनाया सनातन धर्म, हिंदू युवकों से की शादी
AIN NEWS 1: उत्तर प्रदेश में धर्म परिवर्तन के मामले लगातार चर्चा में रहते हैं। हाल ही में बस्ती और बरेली जिलों में तीन मुस्लिम युवतियों ने इस्लाम धर्म छोड़कर सनातन धर्म अपनाया और हिंदू युवकों से विवाह किया। इन विवाहों का आयोजन हिंदू रीति-रिवाजों के अनुसार वैदिक मंत्रोच्चार के साथ किया गया।
बस्ती में दो युवतियों ने अपनाया सनातन धर्म
बस्ती जिले में सोमवार, 24 मार्च को दो मुस्लिम युवतियों ने हिंदू धर्म स्वीकार कर विवाह किया। अमहट स्थित शिव मंदिर में यह विवाह हिंदू परंपराओं के अनुसार संपन्न हुआ।
पहली युवती: सलाया बनी शैलजा
सलाया खातून नामक युवती ने हिंदू धर्म अपनाकर अपना नाम बदलकर शैलजा रखा और दीपक नाम के युवक से विवाह किया।
दूसरी युवती: जेबा बनी श्रेया
दूसरी युवती, जेबा खातून ने भी इस्लाम त्यागकर सनातन धर्म को स्वीकार किया और अब उसका नया नाम श्रेया होगा।
इन दोनों युवतियों की घर वापसी और विवाह की प्रक्रिया में विश्व हिंदू महासंघ के जिला अध्यक्ष अखिलेश सिंह की महत्वपूर्ण भूमिका रही। उन्होंने धर्म परिवर्तन की प्रक्रिया को संपन्न कराया और विवाह की सभी रस्मों को हिंदू परंपराओं के अनुसार पूरा कराया। इस अवसर पर बड़ी संख्या में स्थानीय लोग भी मौजूद रहे।
बरेली में कुलसुम बनी ममता
बरेली जिले के अगस्त्य मुनि आश्रम में कुलसुम नाम की युवती ने इस्लाम छोड़कर सनातन धर्म अपनाने का निर्णय लिया। उसने राजेश नामक युवक से हिंदू रीति-रिवाजों के अनुसार विवाह किया।
कुलसुम ने धर्म परिवर्तन के बाद अपना नाम ममता रख लिया और बताया कि उसे अपने परिवार से जान का खतरा है। आश्रम के महंत केके शंखधार ने बताया कि युवती बालिग है और उसने अपनी मर्जी से सनातन धर्म स्वीकार किया है।
घर वापसी की बढ़ती घटनाएं
विश्व हिंदू महासंघ के जिला अध्यक्ष अखिलेश सिंह ने इसे महत्वपूर्ण घटना बताते हुए कहा कि भविष्य में भी इस तरह की घटनाएं देखने को मिल सकती हैं। उनका कहना है कि इन युवतियों ने अब हिंदू रीति-रिवाजों के अनुसार जीवन व्यतीत करने का संकल्प लिया है और समाज में अपनी नई पहचान बनाएंगी।
धर्मांतरण और सामाजिक प्रतिक्रिया
इन धर्म परिवर्तन और विवाहों को लेकर समाज में अलग-अलग प्रतिक्रियाएं सामने आ रही हैं। कुछ लोग इसे घर वापसी के रूप में देख रहे हैं, जबकि कुछ इसे धार्मिक स्वतंत्रता का मामला मान रहे हैं।
इन युवतियों ने खुले तौर पर अपने फैसले की घोषणा की और यह भी स्पष्ट किया कि उन्होंने अपनी मर्जी से धर्म परिवर्तन किया है। हालांकि, परिवार की असहमति और सामाजिक चुनौतियां उनके सामने आ सकती हैं।
बस्ती और बरेली की ये घटनाएं दिखाती हैं कि धार्मिक पहचान को लेकर समाज में बदलाव हो रहा है। इन युवतियों ने सनातन धर्म अपनाने का निर्णय खुद लिया और हिंदू युवकों के साथ विवाह किया। यह मामला केवल धर्म परिवर्तन तक सीमित नहीं है, बल्कि इसमें व्यक्तिगत स्वतंत्रता और सामाजिक प्रभाव भी शामिल है। आने वाले समय में इस तरह की घटनाओं पर कानूनी और सामाजिक बहसें और तेज हो सकती हैं।
In Uttar Pradesh, three Muslim women embraced Sanatan Dharma and married Hindu men in Basti and Bareilly. These women—Salaya (now Shailja), Jeba (now Shreya), and Kulsum (now Mamta)—converted to Hinduism and followed traditional Hindu marriage rituals. Their ghar wapsi (homecoming) was facilitated by local Hindu organizations. The religious conversion of Muslim women to Hinduism has sparked discussions about faith, freedom of choice, and social acceptance. With such cases on the rise, Uttar Pradesh news continues to highlight interfaith marriages and religious conversions in India.