AIN NEWS 1: गाजियाबाद को नया जिलाधिकारी (डीएम) मिल गया है। रवींद्र कुमार मंदर अब इस जिले की बागडोर संभालने वाले हैं। वे अपनी अनोखी कार्यशैली और विकास योजनाओं के लिए पहले से ही चर्चित हैं। खासतौर पर जल संरक्षण और दिव्यांगों के जीवन में बदलाव लाने के उनके प्रयासों ने उन्हें प्रशासनिक जगत में अलग पहचान दी है।
क्यों चर्चित हैं रवींद्र मंदर?
रवींद्र मंदर को तालाबों के पुनर्जीवन के लिए जाना जाता है। उन्होंने अपने कार्यकाल के दौरान 900 से ज्यादा तालाब खुदवाए, जिससे भूजल स्तर में सुधार हुआ और हजारों लोगों को रोजगार भी मिला। जल संरक्षण में उनकी यह पहल गाजियाबाद जैसे तेजी से शहरीकरण वाले जिले के लिए बेहद अहम साबित हो सकती है।
गाजियाबाद में नई चुनौतियां
गाजियाबाद में ग्राउंड वॉटर लेवल लगातार गिर रहा है, जो आने वाले समय में बड़ी समस्या बन सकती है। मंदर के लिए यह एक बड़ी चुनौती होगी। साथ ही, गाजियाबाद के विकास से जुड़ा ‘ग्रेटर गाजियाबाद’ का सपना भी जमीन पर उतारना उनके सामने एक बड़ा लक्ष्य होगा। इसमें योजनाओं का समन्वय और तेज गति से क्रियान्वयन अहम होगा।
आईएएस बनने तक का सफर
रवींद्र कुमार मंदर 2013 बैच के आईएएस अधिकारी हैं। उनका जन्म जयपुर में हुआ था। शुरू से ही उन्हें क्रिकेट में खास रुचि थी और वे एक सफल क्रिकेटर बनने का सपना देखते थे। हालांकि उनकी मां चाहती थीं कि बेटा अधिकारी बने। मां के प्रेरणा और खुद के परिश्रम के बल पर उन्होंने पढ़ाई पर ध्यान केंद्रित किया और आईएएस बनकर परिवार का सपना पूरा किया।
प्रशासनिक कार्यकाल में उपलब्धियां
रामपुर में मिशन समर्थ: रवींद्र मंदर ने रामपुर में मिशन समर्थ अभियान चलाया। इस अभियान के तहत 61 दिव्यांग बच्चों की सर्जरी कराई गई, जिससे उनके जीवन में बड़ा बदलाव आया।
900 तालाबों की खुदाई: उन्होंने जल संरक्षण की दिशा में ऐतिहासिक कदम उठाते हुए 900 से ज्यादा तालाब खुदवाए। इन तालाबों ने न केवल भूजल स्तर को बढ़ाया बल्कि 40,000 से ज्यादा लोगों को रोजगार भी दिया।
जौनपुर EVM विवाद का समाधान: जौनपुर में चुनाव के दौरान हुए EVM विवाद को उन्होंने प्रशासनिक सूझबूझ से संभाला और सभी पक्षों का भरोसा जीता।
प्रयागराज में महाकुंभ 2025 की तैयारियां: प्रयागराज में तैनाती के दौरान उन्होंने महाकुंभ 2025 जैसे बड़े आयोजन की तैयारी में महत्वपूर्ण भूमिका निभाई, जिससे सरकार का भरोसा उन पर और मजबूत हुआ।
गाजियाबाद के लिए नई उम्मीदें
गाजियाबाद में ग्राउंड वॉटर लेवल गिरना एक बड़ी चिंता है। उम्मीद की जा रही है कि तालाबों और जल संरक्षण के अपने पिछले अनुभव के आधार पर वे यहां भी ठोस कदम उठाएंगे। इसके अलावा ‘ग्रेटर गाजियाबाद’ के सपने को साकार करने के लिए योजनाओं को जमीन पर उतारने में उनका प्रशासनिक अनुभव काफी मददगार होगा।
Ravindra Kumar Mandar, the newly appointed DM of Ghaziabad, has earned recognition for his remarkable initiatives, including over 900 pond restorations and special surgeries for differently-abled children. Known for his water conservation efforts and administrative efficiency, Mandar aims to improve groundwater levels and accelerate the development of Greater Ghaziabad. His previous experience in Ramapur, Jaunpur, and Prayagraj positions him as an ideal officer to tackle the district’s challenges.