राजस्थान पुलिस की बड़ी कार्रवाई की तैयारी
AIN NEWS 1: राजस्थान पुलिस ने राज्य के इतिहास में पहली बार एक ऐसे हिस्ट्रीशीटर के खिलाफ बड़ी कार्रवाई की तैयारी की है, जिसकी संपत्ति 50 करोड़ रुपये से अधिक बताई जा रही है। चित्तौड़गढ़ जिले के कपासन क्षेत्र से कांग्रेस पार्षद और हिस्ट्रीशीटर बालमुकुंद उर्फ बुद्धिप्रकाश ईनाणी के खिलाफ यह कार्रवाई भारतीय नागरिक सुरक्षा संहिता 2023 (BNSS) की धारा-107 के तहत की जा रही है। यह धारा राज्य में अवैध गतिविधियों से अर्जित संपत्ति की कुर्की के लिए एक महत्वपूर्ण कानूनी आधार प्रदान करती है।
क्यों हुई इतनी बड़ी कार्रवाई की जरूरत?
बालमुकुंद पर आरोप है कि उसने दुबई से बैठकर ऑनलाइन जुआ और सट्टेबाजी का एक बड़ा नेटवर्क खड़ा किया। इसके जरिए उसने न केवल हजारों लोगों को आर्थिक नुकसान पहुंचाया, बल्कि अवैध कमाई को विभिन्न नामों से संपत्तियों में निवेश किया। पुलिस के मुताबिक, यह नेटवर्क युवाओं को ऑनलाइन गेमिंग ऐप्स और वेबसाइट्स के जरिए आकर्षित करता था और उन्हें बड़े मुनाफे का लालच देकर जुए में फंसा देता था।
10 साल का वित्तीय रिकॉर्ड खंगाला गया
कार्रवाई से पहले पुलिस ने बालमुकुंद और उसके परिवार के पिछले 10 साल के आयकर रिटर्न और वित्तीय रिकॉर्ड की गहन जांच करवाई। इसके लिए फॉरेंसिक ऑडिट और फ्रॉड डिटेक्शन विशेषज्ञों की टीम बनाई गई। रिपोर्ट में स्पष्ट हुआ कि उसकी घोषित आय और वास्तविक संपत्ति में भारी अंतर है। इसी आधार पर पुलिस ने न्यायालय से संपत्ति कुर्की की अनुमति मांगी है।
दुबई में आलीशान जिंदगी
सूत्रों का कहना है कि बालमुकुंद की दुबई में शानो-शौकत किसी बड़े कारोबारी से कम नहीं है। उसके पास 40 लग्जरी कारें हैं, जिनमें से हर एक की कीमत लगभग 4 करोड़ रुपये तक है। बुर्ज खलीफा के पास मेरीयाना बीच में ‘ईनाणी होलीडे’ नाम से सौ फ्लैट उसके पास होने की जानकारी मिली है। इसके अलावा, दुबई के दो बड़े बैंकों – लीव बैंक और मसरक बैंक में भी उसके कई खाते हैं। पुलिस का कहना है कि यह सारी संपत्ति जुआ और सट्टेबाजी से अर्जित धन से खरीदी गई है।
कपासन में भाई संभाल रहा नेटवर्क
जबकि बालमुकुंद दुबई से पूरा नेटवर्क ऑपरेट करता था, उसका भाई नरेश कपासन में स्थानीय संचालन देखता था। यह नेटवर्क युवाओं और ग्रामीणों को ऑनलाइन गेमिंग और सट्टेबाजी में उलझाकर उनका पैसा हड़पने का काम करता था। पुलिस ने जांच के दौरान यह भी पाया कि नेटवर्क के जरिए फर्जी बैंक खातों का इस्तेमाल कर भारी भरकम ट्रांजेक्शन किए जाते थे।
फर्जी खातों से किसानों को नोटिस
इस नेटवर्क में कई निर्दोष लोगों को भी शामिल कर लिया गया। उदाहरण के तौर पर कपासन के तीन किसानों के नाम पर फर्जी बैंक खाते खोलकर लाखों रुपये का लेनदेन किया गया। इन खातों के कारण किसानों को बैंकों से नोटिस तक आ चुके हैं, जबकि वे खुद इस बात से पूरी तरह अनजान थे।
27 से अधिक संपत्तियों का ब्योरा ईडी और आयकर विभाग को
बालमुकुंद और उसके परिवार के नाम पर 27 से अधिक संपत्तियों का विवरण पुलिस ने प्रवर्तन निदेशालय (ED) और आयकर विभाग को भी सौंप दिया है। इनमें कपासन और चित्तौड़गढ़ के अलावा राजस्थान के अन्य हिस्सों में भी जमीनें, मकान और व्यावसायिक संपत्तियां शामिल हैं।
पुलिस के लिए चुनौतीपूर्ण केस
पुलिस के एक वरिष्ठ अधिकारी के अनुसार, यह केस बेहद चुनौतीपूर्ण था क्योंकि बालमुकुंद ने अपनी संपत्तियों को विभिन्न नामों से और अलग-अलग कंपनियों के जरिए खरीदा था। इसके लिए उसने कई बार फर्जी दस्तावेजों और बेनामी खातों का इस्तेमाल किया। लेकिन फॉरेंसिक ऑडिट और विशेषज्ञों की मदद से पूरे वित्तीय जाल को सुलझाया गया।
BNSS की धारा-107 का महत्व
भारतीय नागरिक सुरक्षा संहिता (BNSS) 2023 की धारा-107 के तहत अवैध कमाई से अर्जित संपत्ति की कुर्की की जा सकती है। यह नया प्रावधान अपराधियों पर वित्तीय दबाव बनाने का एक महत्वपूर्ण उपकरण बनकर उभरा है। राजस्थान पुलिस के अनुसार, इस धारा के तहत बालमुकुंद के खिलाफ की जा रही यह अब तक की सबसे बड़ी कार्रवाई होगी।
पुलिस की चेतावनी – अवैध कमाई बख्शी नहीं जाएगी
चित्तौड़गढ़ के निवर्तमान एसपी सुधीर जोशी का कहना है:
“आरोपी दुबई में बैठकर ऑनलाइन गेमिंग और कॉल सेंटर चला रहा है। यह नेटवर्क राज्यभर के युवाओं को जुए में फंसा रहा था। BNSS की धारा-107 के तहत यह अब तक की सबसे बड़ी कार्रवाई है और इसका संदेश साफ है कि अवैध कमाई से अर्जित संपत्ति को बख्शा नहीं जाएगा।”
स्थानीय राजनीति और सवाल
बालमुकुंद न केवल हिस्ट्रीशीटर है, बल्कि कपासन नगर पालिका का कांग्रेस पार्षद भी है। ऐसे में उसकी राजनीतिक स्थिति पर भी सवाल खड़े हो रहे हैं। स्थानीय स्तर पर इस कार्रवाई को राजनीति से जोड़कर भी देखा जा रहा है। हालांकि पुलिस का कहना है कि यह पूरी तरह से कानूनी कार्रवाई है और इसका राजनीति से कोई संबंध नहीं है।
संदेश – अपराध और अवैध कमाई पर सख्त कार्रवाई
इस कार्रवाई से राज्य के अन्य अपराधियों और अवैध धंधों में शामिल लोगों को भी सख्त संदेश देने की कोशिश की जा रही है। पुलिस अधिकारियों का मानना है कि ऐसे मामलों में सिर्फ गिरफ्तारी से समस्या खत्म नहीं होती, बल्कि अपराधियों की आर्थिक जड़ को खत्म करना ज्यादा जरूरी है।
Rajasthan Police is preparing to seize properties worth ₹50 crore belonging to history-sheeter and Congress councillor Balamukund, who allegedly operated an illegal online gambling and betting network from Dubai. The network reportedly involved fake bank accounts, call centers, and online gaming apps targeting Indian youth. Forensic audits revealed unaccounted income invested in luxury cars, flats near Burj Khalifa, and multiple properties in India. This is considered the biggest action under Section 107 of the Bharatiya Nagarik Suraksha Sanhita (BNSS), sending a strong message against illegal online betting and money laundering operations.