AIN NEWS 1: दिल्ली के सुंदर नगरी इलाके में मनीष हत्याकांड में एक बड़ा खुलासा हुआ है. पुलिस ने दावा किया है कि हत्या करने वाले तीन आरोपी लगातार मनीष पर केस वापस लेने का दबाव बना रहे थे. जब मनीष ने केस वापस लेने से मना कर दिया और केस वापस नहीं लिया तो आरोपियों ने सरेराह चाकुओं से गोदकर उसकी हत्या कर दी. तीनों आरोपी घटना के बाद सीसीटीवी में कैद हुए थे, जिसके बाद पुलिस ने ट्रेस किया और पूछताछ के बाद पूरी घटना से पर्दा उठा दिया है.
पुलिस के मुताबिक, नॉर्थ ईस्ट दिल्ली इलाके में रहने वाले मनीष (25 साल) की शनिवार शाम तीन आरोपियों ने सरेआम चाकुओं से ताबड़तोड़ एक के बाद एक हमला करके हत्या कर दी थी. आरोपियों के नाम फैजान, बिलाल और आलम हैं. हैरान कर देने वाली बात यह रही कि मौके पर आसपास कालोनी के लोग भी मौजूद थे, मगर किसी ने मनीष को बचाने की हिम्मत ही नहीं जुटा पाई. जबकि हत्या करने के बाद आरोपियों ने गली में चीखते हुए कहा था कि इसे मार दिया है. लाश उठा लो, अभी दो और को मारेंगे. हत्या की पूरी वारदात सीसीटीवी कैमरे में कैद हो गई. इसमें दिख रहा था कि कैसे आरोपी मनीष पर एक के बाद एक चाकू से कई हमला कर रहे हैं.
इनका कोर्ट में चल रहा था मोबाइल छीनने का मामला
मनीष का गुनाह सिर्फ इतना था कि वो अपने खिलाफ हुए अपराध पर अदालत में जा कर गवाही दे रहा था. परिवार वालों के मुताबिक, 1 साल पहले इन्होंने मनीष से उसका मोबाइल छीन लिया था. उस दौरान भी उसके ऊपर चाकू से कई हमले हुए थे, उसकी गर्दन और पेट पर चाकू से वार किया गया था. पुलिस ने तब मनीष की शिकायत पर दो आरोपी कासिम और मोहसिन को गिरफ्तार किया था.
आरोप है कि अब कासिम और मोहसिन के करीबी मनीष पर लगातार केस वापस लेने का दबाव बना रहे थे.केस वापस ना लेने पर परिवार तक को धमकी भी मिली थी
ये आए-दिन उसके परिवार को धमकी देते रहते थे. मनीष ने अदालत में एप्लीकेशन देकर शिकायत भी दी थी और बताया था कि कैसे उसे बार बार धमकियां दी जा रही हैं. सितंबर में ही मनीष की कोर्ट में तारीख थी और उससे पहले इन दोनों आरोपियों के परिवार के लोग मनीष के घर पहुंचे और उसको केस वापस लेने के लिए डराने धमकाने लगे. ऐसा ना करने पर उसको जान से मारने की धमकी भी दी थी.