AIN NEWS 1 | मध्य प्रदेश के सतना जिले में एक चौंकाने वाली घटना सामने आई है, जहां एक युवक ने देशभर में श्रद्धा और भक्ति के लिए विख्यात संत प्रेमानंद महाराज को जान से मारने की धमकी दे डाली। यह धमकी फेसबुक पर एक कमेंट के जवाब में दी गई, जो देखते ही देखते सोशल मीडिया पर वायरल हो गई और भारी बवाल मच गया।
संत प्रेमानंद महाराज के खिलाफ सोशल मीडिया पर आपत्तिजनक पोस्ट
यह मामला तब उठा जब वृंदावन निवासी संत प्रेमानंद महाराज का एक वीडियो सोशल मीडिया पर वायरल हुआ, जिसमें वे युवाओं को नैतिकता, मर्यादा और संयमित जीवनशैली की सलाह दे रहे थे। अपने प्रवचन में उन्होंने आधुनिक समय में बॉयफ्रेंड-गर्लफ्रेंड, ब्रेकअप-पैचअप जैसे ट्रेंड्स पर चिंता जाहिर की और युवाओं को ऐसे चलनों से दूर रहने की सलाह दी।
उनकी इस टिप्पणी को सतना के शत्रुघ्न सिंह नामक युवक ने व्यक्तिगत तौर पर ले लिया और फेसबुक पर प्रतिक्रिया देते हुए लिखा,
“अगर यह मेरे घर के बारे में बोलता तो मैं इसका गला काट देता।”
यह कमेंट बेहद आपत्तिजनक था, जिसे लोगों ने तुरंत रिपोर्ट किया और स्क्रीनशॉट्स वायरल कर दिए।
संत प्रेमानंद महाराज – श्रद्धा का नाम
प्रेमानंद महाराज वृंदावन के एक प्रख्यात संत और प्रवचनकर्ता हैं। वे अपने संयमित विचारों, आध्यात्मिक ज्ञान और जीवन के मूल्यों पर आधारित उपदेशों के लिए जाने जाते हैं। सोशल मीडिया पर उनके लाखों अनुयायी हैं जो नियमित रूप से उनके प्रवचनों को सुनते हैं और जीवन में उसका पालन करने की कोशिश करते हैं।
हाल ही में उन्होंने एक प्रवचन में कहा था कि
“सच्चा भक्त वही है जो भगवान की भक्ति के साथ अपने पारिवारिक और सामाजिक कर्तव्यों को भी निभाए। केवल काम छोड़कर भक्ति करना आलस्य है, भक्ति नहीं।”
उनकी ये बातें आमजन को अनुशासित और संतुलित जीवन जीने के लिए प्रेरित करती हैं।
धमकी से भड़की धार्मिक भावनाएं
संत प्रेमानंद महाराज को लेकर इस तरह की आपत्तिजनक टिप्पणी से रीवा-सतना के हजारों श्रद्धालु और धार्मिक संगठन भड़क उठे। उन्होंने तुरंत प्रशासन और पुलिस से आरोपी के खिलाफ कड़ी कार्रवाई की मांग की है।
धार्मिक संगठनों का कहना है कि “ऐसे तत्व समाज में अशांति फैलाना चाहते हैं और भक्ति मार्ग को बदनाम करना चाहते हैं। अगर जल्द कार्रवाई नहीं हुई तो पूरे क्षेत्र में आक्रोश फैल सकता है।”
पुलिस का रुख
पुलिस ने भी इस मामले को गंभीरता से लिया है। सतना जिले के पुलिस अधीक्षक ने मीडिया से बातचीत में बताया कि शिकायत प्राप्त होते ही साइबर सेल को सक्रिय कर दिया गया है और जांच जारी है। आरोपी युवक के खिलाफ आईटी एक्ट और भारतीय दंड संहिता की सुसंगत धाराओं में मामला दर्ज किया जा सकता है।
सोशल मीडिया की जिम्मेदारी
यह घटना एक बार फिर यह दर्शाती है कि सोशल मीडिया पर लिखी गई बातें कितनी गंभीर हो सकती हैं। कई बार लोग गुस्से में या बिना सोच-समझे ऐसी बातें लिख देते हैं जो कानूनी अपराध बन सकती हैं।
विशेषज्ञों का कहना है कि “हर व्यक्ति को अपने विचार साझा करते समय संयम बरतना चाहिए, खासकर जब बात धार्मिक नेताओं या सामाजिक व्यक्तित्वों की हो। सोशल मीडिया की आज़ादी का मतलब यह नहीं कि हम किसी की आस्था को ठेस पहुंचाएं।”
संत का संदेश – संयम, भक्ति और कर्तव्य
संत प्रेमानंद महाराज का जीवन और प्रवचन सिखाते हैं कि भक्ति का मार्ग आत्म-अनुशासन, नैतिक जीवन और कर्तव्यनिष्ठा से होकर जाता है। वे आधुनिक युवाओं को जागरूक करते हैं कि वासनाओं और भटकाव से दूर रहकर संयमित और चरित्रवान जीवन ही सच्ची सफलता का मार्ग है।
इस पूरे घटनाक्रम से यह साफ हो गया है कि भक्ति, आस्था और सामाजिक जिम्मेदारी को लेकर समाज में जागरूकता की बेहद आवश्यकता है।
संत प्रेमानंद जैसे विचारशील और सच्चे संतों को धमकाना केवल अपराध ही नहीं, बल्कि देश की आध्यात्मिक विरासत पर हमला है। प्रशासन को ऐसे मामलों में सख्त रुख अपनाना चाहिए ताकि धर्म और समाज की गरिमा बनी रहे।
Renowned spiritual leader Sant Premanand Maharaj from Vrindavan received a shocking death threat from a youth in Satna through a Facebook comment. The incident sparked massive outrage among devotees and spiritual groups, who demanded strict action. The threat was in response to a viral video where Maharaj advised youth to follow a moral and disciplined life. As the video gained traction, the accused’s comment, threatening to slit Maharaj’s throat, spread rapidly across social media. Police have initiated an investigation under cyber and IPC laws.