AIN NEWS 1: गाजियाबाद जिले के भोजपुर थाना क्षेत्र में एक बड़ा हादसा हो गया। दतेड़ी गांव स्थित एक कपड़ा फैक्ट्री में बॉयलर फटने से तीन मजदूरों की मौत हो गई, जबकि छह अन्य गंभीर रूप से घायल हो गए। धमाका इतना तेज था कि आसपास के लोग भी डर गए और घटनास्थल पर भीड़ जमा हो गई। सूचना मिलते ही पुलिस और प्रशासन मौके पर पहुंचे और राहत-बचाव कार्य शुरू किया।
कैसे हुआ हादसा?
बताया जा रहा है कि शुक्रवार सुबह फैक्ट्री में रोज की तरह मजदूर काम कर रहे थे। तभी अचानक बॉयलर में विस्फोट हो गया। धमाके की आवाज इतनी तेज थी कि फैक्ट्री की दीवारें हिल गईं और आसपास के इलाकों में दहशत फैल गई। इस धमाके में तीन मजदूरों की मौके पर ही मौत हो गई, जबकि छह अन्य गंभीर रूप से घायल हो गए।
मृतकों और घायलों की पहचान
पुलिस ने मृतकों की पहचान कर ली है। मृत मजदूरों में –
1. योगेंद्र (42 वर्ष) – निवासी मुकीमपुर मढ़ेया, भोजपुर
2. अनुज (25 वर्ष) – निवासी कृष्णा नगर, मोदीनगर
3. अवधेश – निवासी जहांगीरपुर, गौतमबुद्धनगर
घायलों में लकी पुत्र जय भगवान निवासी सुहाना, थाना निवाड़ी की पहचान हुई है। बाकी घायलों की जानकारी जुटाई जा रही है। सभी घायलों को अस्पताल में भर्ती कराया गया है, जहां उनका इलाज चल रहा है।
हादसे के बाद हंगामा, परिजनों ने शव उठाने से रोका
जैसे ही मृतकों के परिवारों को इस हादसे की जानकारी मिली, वे फैक्ट्री पहुंच गए। गुस्साए परिजनों ने प्रशासन और फैक्ट्री मालिक के खिलाफ नारेबाजी शुरू कर दी। उन्होंने शवों को उठाने से रोक दिया और सुरक्षा मानकों की अनदेखी का आरोप लगाया। परिजनों का कहना है कि मजदूरों को जरूरी सुरक्षा उपकरण नहीं दिए गए थे, जिसकी वजह से यह दर्दनाक हादसा हुआ।
स्थिति को काबू में करने के लिए पुलिस को अतिरिक्त बल बुलाना पड़ा। मौके पर पहुंचे पुलिस अधिकारी परिजनों को समझाने की कोशिश कर रहे हैं, लेकिन वे कार्रवाई की मांग पर अड़े हुए हैं।
पुलिस कर रही जांच, बॉयलर फटने की वजह अभी अज्ञात
पुलिस और प्रशासन इस मामले की जांच कर रहे हैं कि बॉयलर आखिर फटा कैसे। शुरुआती जांच में लापरवाही की आशंका जताई जा रही है। फैक्ट्री में सुरक्षा नियमों का पालन किया जा रहा था या नहीं, इस पर भी जांच की जा रही है।
पुलिस का कहना है कि जल्द ही शवों को पोस्टमॉर्टम के लिए भेजा जाएगा और घायलों का उचित इलाज सुनिश्चित किया जाएगा।
धमाके की आवाज से दहल उठे लोग
इस बॉयलर ब्लास्ट की आवाज इतनी तेज थी कि दूर-दूर तक लोगों ने इसे सुना। स्थानीय निवासियों ने बताया कि उन्हें लगा कि भूकंप आ गया है या कोई बड़ा हादसा हो गया है। धमाके के बाद आसपास के गांवों से भी लोग मौके पर पहुंचने लगे।
प्रशासन की कार्रवाई और आगे की रणनीति
पुलिस प्रशासन ने जांच शुरू कर दी है और फैक्ट्री मालिक से भी पूछताछ की जा रही है। फैक्ट्री में काम करने वाले अन्य मजदूरों से भी पूछताछ की जा रही है कि क्या वहां पहले से कोई तकनीकी खराबी थी। यदि लापरवाही सामने आती है, तो फैक्ट्री मालिक और जिम्मेदार अधिकारियों के खिलाफ सख्त कार्रवाई हो सकती है।
गाजियाबाद में हुआ यह हादसा एक बड़ी त्रासदी है, जिसने कई परिवारों को झकझोर कर रख दिया है। मजदूरों की सुरक्षा और फैक्ट्रियों में सुरक्षा मानकों का पालन एक बड़ा मुद्दा बनता जा रहा है। प्रशासन को चाहिए कि वह इस मामले की गहराई से जांच करे और दोषियों के खिलाफ सख्त कार्रवाई करे, ताकि भविष्य में ऐसे हादसे न हों।
A boiler explosion in a textile factory in Ghaziabad has resulted in the tragic deaths of three workers and left six others injured. The Ghaziabad factory accident occurred in Bojpur police station area, causing a massive blast that shook nearby villages. Families of the deceased protested, alleging that factory workers were not provided with proper safety equipment. The police have launched an investigation to determine the cause of the Ghaziabad boiler blast, and factory management may face strict action if negligence is found. This industrial accident in Uttar Pradesh raises serious concerns about workplace safety regulations.