नासिक, महाराष्ट्र | 15 अगस्त 2025 – महाराष्ट्र की राजनीति में एक बड़ा मोड़ आया है। शिवसेना (उद्धव बालासाहेब ठाकरे गुट) के वरिष्ठ नेता और सांसद संजय राउत ने शुक्रवार को नासिक में घोषणा की कि उद्धव ठाकरे और राज ठाकरे आगामी नगर पालिका चुनाव साथ मिलकर लड़ेंगे। उन्होंने स्पष्ट किया कि मुंबई, ठाणे, कल्याण-डोंबिवली और नासिक में दोनों दल एकजुट होकर मैदान में उतरेंगे।
ठाकरे बंधुओं का एकजुट होना – मराठी एकता का संदेश
संजय राउत ने कहा कि ठाकरे बंधुओं ने महाराष्ट्र और मराठी अस्मिता की रक्षा के लिए एकजुट होने का फैसला लिया है। उन्होंने कहा,
“आज की राजनीति में जब मराठी पहचान पर खतरे के बादल मंडरा रहे हैं, ऐसे समय पर ठाकरे बंधु एक साथ आए हैं। यह सिर्फ एक चुनावी गठबंधन नहीं बल्कि एक सांस्कृतिक और राजनीतिक संदेश है।”
उन्होंने बीजेपी पर तीखा हमला करते हुए आरोप लगाया कि मौजूदा सरकार “तालिबानी प्रवृत्ति” वाली है और लोकतांत्रिक मूल्यों को कमजोर कर रही है।
वर्षों बाद एक मंच पर साथ
गौरतलब है कि उद्धव ठाकरे और राज ठाकरे लंबे समय से अलग-अलग राजनीतिक राह पर थे। लेकिन 5 जुलाई को दोनों एक मंच पर दिखाई दिए, जिससे राजनीतिक गलियारों में कयास लगने लगे कि एक बड़ा गठबंधन बन सकता है।
इसके बाद 27 जुलाई को, उद्धव ठाकरे के जन्मदिन पर, राज ठाकरे उनके बांद्रा स्थित निवास ‘मातोश्री’ पहुंचे और उन्हें शुभकामनाएं दीं। उस मुलाकात ने सियासी तापमान और भी बढ़ा दिया। अब संजय राउत की घोषणा ने यह साफ कर दिया है कि दोनों भाई आने वाले नगर पालिका चुनावों में साझेदारी करेंगे।
राउत का प्रधानमंत्री मोदी पर बयान
संजय राउत ने स्वतंत्रता दिवस पर प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी के लाल किले से दिए गए भाषण पर भी प्रतिक्रिया दी। उन्होंने कहा कि पीएम मोदी ने देश की प्रगति का जो बखान किया, उसका श्रेय सिर्फ मौजूदा सरकार को नहीं बल्कि भारत के पूर्व प्रधानमंत्रियों के विजन और नेतृत्व को भी जाता है।
राउत ने कहा,
“देश आज जिस मुकाम पर है, वह पंडित जवाहरलाल नेहरू, लाल बहादुर शास्त्री, इंदिरा गांधी, अटल बिहारी वाजपेयी, डॉ. मनमोहन सिंह और राजीव गांधी के दूरदर्शी नेतृत्व का परिणाम है। उनके विजन ने भारत को सुई बनाने से लेकर अंतरिक्ष में पहुंचने तक का सफर तय कराया।”
“मोदी धीरे-धीरे गांधीवाद और नेहरूवाद की तरफ जा रहे”
संजय राउत ने व्यंग्य करते हुए कहा कि प्रधानमंत्री मोदी का स्वदेशी नारा भी असल में कांग्रेस की ही विचारधारा का हिस्सा है। उन्होंने कहा,
“स्वदेशी का नारा पंडित नेहरू और महात्मा गांधी का ही विजन था। आज मोदी जी भी उसी रास्ते पर चल रहे हैं। आने वाले समय में हो सकता है कि आप गांधी टोपी पहनकर भाषण दें। यह देश अगर आधुनिक और प्रगतिशील बना है तो इसका श्रेय पंडित नेहरू की नीतियों को जाता है।”
गठबंधन के राजनीतिक मायने
राजनीतिक विश्लेषकों का मानना है कि उद्धव और राज ठाकरे का साथ आना महाराष्ट्र की शहरी राजनीति में बड़ा बदलाव ला सकता है, खासकर मुंबई और ठाणे जैसे इलाकों में, जहां मराठी वोट बैंक का असर काफी है। दोनों नेताओं के एक होने से न केवल विपक्षी दलों के लिए चुनौती बढ़ेगी, बल्कि यह भाजपा-शिंदे गठबंधन के लिए भी सिरदर्द बन सकता है।
बीजेपी पर सीधा निशाना
संजय राउत ने बीजेपी पर आरोप लगाया कि वह लोकतंत्र को कमजोर कर रही है और विपक्षी नेताओं को परेशान करने के लिए एजेंसियों का इस्तेमाल कर रही है। उन्होंने कहा कि ठाकरे बंधुओं का यह गठबंधन ऐसे समय में आया है जब महाराष्ट्र की राजनीति में अस्थिरता और ध्रुवीकरण बढ़ रहा है।
आगे की रणनीति
राउत ने संकेत दिया कि आने वाले दिनों में उद्धव और राज ठाकरे संयुक्त रैलियां करेंगे और मराठी अस्मिता को केंद्र में रखकर प्रचार अभियान चलाएंगे। उन्होंने दावा किया कि यह गठबंधन न केवल चुनावी लाभ देगा बल्कि महाराष्ट्र की राजनीति में एक नई दिशा भी तय करेगा।
Shiv Sena (UBT) leader Sanjay Raut has announced that Uddhav Thackeray and Raj Thackeray will contest the upcoming municipal elections together in Mumbai, Thane, Kalyan-Dombivli, and Nashik. This political alliance, aimed at uniting the Marathi vote bank, comes after the two leaders appeared together publicly for the first time in years. Raut also criticized Prime Minister Narendra Modi, crediting India’s progress to the vision of former leaders like Nehru, Shastri, Indira Gandhi, Vajpayee, Manmohan Singh, and Rajiv Gandhi.