AIN NEWS 1 | दुनिया भर में अपनी रहस्यमयी भविष्यवाणियों के लिए मशहूर बाबा वेंगा का नाम आज भी उतना ही चर्चित है। उन्हें “बाल्कन की अंधी संत महिला” कहा जाता था, जिनकी कही कई बातें बाद में सच साबित हुईं। साल 2025 के अगस्त महीने को लेकर उनकी कुछ भविष्यवाणियां अब फिर से सुर्खियों में हैं।
बाबा वेंगा ने इस समय के लिए तीन बड़े घटनाक्रमों की संभावना जताई थी –
युद्ध का खतरा
ज्वालामुखी विस्फोट या प्राकृतिक आपदा
नाटो या यूरोपीय संघ (EU) में मतभेद या विभाजन
इन भविष्यवाणियों को मौजूदा हालात से जोड़कर देखा जाए तो यह साफ है कि दुनिया इस समय भू-राजनीतिक तनाव, जलवायु संकट और ऊर्जा असुरक्षा के दौर से गुजर रही है। ऐसे में वेंगा की भविष्यवाणियां और भी डरावनी लगने लगी हैं।
अगस्त 2025 में युद्ध का संकेत
बाबा वेंगा ने कहा था कि इस साल अगस्त में दुनिया किसी बड़े युद्ध की तरफ बढ़ सकती है।
उनका इशारा किसी वैश्विक संघर्ष या क्षेत्रीय युद्ध की ओर हो सकता है।
मौजूदा हालात देखें तो यूरोप, एशिया और मध्य-पूर्व में तनाव पहले से ही गहराता जा रहा है।
रूस-यूक्रेन युद्ध, चीन-ताइवान विवाद और पश्चिम एशिया की अस्थिरता इस भविष्यवाणी से मेल खाती है।
लोगों का मानना है कि वेंगा की यह बात किसी नए मोर्चे पर बढ़ते सैन्य संघर्ष की तरफ इशारा हो सकती है।
ज्वालामुखी विस्फोट और प्राकृतिक आपदाओं की भविष्यवाणी
वेंगा ने यह भी कहा था कि “आसमान और धरती से आग निकलेगी”। इसका मतलब अलग-अलग ढंग से निकाला जा रहा है –
कुछ लोग इसे जंगल की भीषण आग से जोड़ते हैं, जो इस साल कई देशों में लगीं।
कुछ का मानना है कि वह ज्वालामुखी विस्फोट की बात कर रही थीं।
वहीं, कई लोग इसे किसी क्षुद्रग्रह (Asteroid) के टकराने का संकेत भी मानते हैं।
आज दुनिया के कई हिस्सों में लगातार जलवायु आपदाएं हो रही हैं – यूरोप और अमेरिका में जंगल की आग, एशिया में बाढ़ और धरती के ज्वालामुखियों की बढ़ती सक्रियता वेंगा की इस भविष्यवाणी को और मजबूत करती है।
यूरोप और नाटो में दरार का संकेत
बाबा वेंगा की तीसरी भविष्यवाणी और भी रहस्यमयी थी। उन्होंने कहा था –
“जो हाथ एक हो गया था, वह फिर से दो टुकड़ों में बंट जाएगा।”
लोग इस भविष्यवाणी को अलग-अलग तरह से समझते हैं –
कुछ कहते हैं कि यह नाटो (NATO) या यूरोपीय संघ (EU) के टूटने की तरफ इशारा है।
कुछ का मानना है कि यह पूर्वी और पश्चिमी यूरोप के बीच बढ़ते तनाव का संकेत है।
वहीं, कई विशेषज्ञ इसे राजनीतिक और आर्थिक मतभेद के रूप में देखते हैं।
आज के हालात में देखें तो यूरोप ऊर्जा संकट, प्रवासन समस्या और रूस-यूक्रेन युद्ध के असर से जूझ रहा है। ऐसे में यह भविष्यवाणी काफी हद तक वास्तविकता से जुड़ी लगती है।
बाबा वेंगा की कुछ पुरानी भविष्यवाणियां जो सच साबित हुईं
बाबा वेंगा का नाम इसलिए भी चर्चा में रहता है क्योंकि उनकी कई भविष्यवाणियां पहले सच हो चुकी हैं।
चेरनोबिल परमाणु दुर्घटना (1986) – उन्होंने कहा था कि एक बड़ी तबाही होगी, जो सच निकली।
सोवियत संघ का विघटन – वेंगा ने पहले ही कहा था कि सोवियत साम्राज्य टूट जाएगा।
9/11 हमला (2001) – उन्होंने कहा था, “दो लोहे के पक्षी टकराएंगे और निर्दोष लोग मारे जाएंगे।”
2004 की सुनामी – वेंगा ने चेतावनी दी थी कि पानी से ढकी जमीन पर हजारों लोग मरेंगे, और यह सच हुआ।
इन भविष्यवाणियों के सच होने के कारण लोग उनकी 2025 की भविष्यवाणियों को भी गंभीरता से ले रहे हैं।
क्यों बढ़ती हैं बाबा वेंगा की भविष्यवाणियों में दिलचस्पी?
उनकी कही बातें अक्सर संकेतों और रूपकों में होती थीं।
लोग मौजूदा घटनाओं को उनकी बातों से जोड़कर देखते हैं।
इंटरनेट और सोशल मीडिया ने उनकी भविष्यवाणियों को और भी लोकप्रिय बना दिया है।
दुनिया में जब भी कोई संकट या आपदा आती है, लोग वेंगा की भविष्यवाणियों को याद करते हैं।
बाबा वेंगा की अगस्त 2025 से जुड़ी भविष्यवाणियां आज के वैश्विक हालात को देखते हुए डर और जिज्ञासा दोनों पैदा करती हैं।
दुनिया में पहले से युद्ध और संघर्ष की स्थिति है।
जलवायु परिवर्तन के कारण जंगल की आग और ज्वालामुखी विस्फोट लगातार बढ़ रहे हैं।
यूरोप और नाटो देशों के बीच मतभेद गहराते जा रहे हैं।
चाहे ये भविष्यवाणियां सच हों या न हों, लेकिन इतना तय है कि वेंगा की बातें आज भी लोगों को सोचने पर मजबूर करती हैं।