AIN NEWS 1 | उत्तर प्रदेश सरकार ने पुलिस विभाग में बड़ा प्रशासनिक फेरबदल किया है। इस बार पांच वरिष्ठ आईपीएस अधिकारियों को नई जिम्मेदारियां सौंपी गई हैं। इन तबादलों का असर राजधानी लखनऊ से लेकर आगरा और अन्य जिलों तक दिखाई देगा। सरकार का मानना है कि इस बदलाव से कानून-व्यवस्था और प्रशासनिक कामकाज और अधिक मजबूत होगा।
एम. के. बशाल को होमगार्ड की कमान
1990 बैच के आईपीएस एम. के. बशाल को पुलिस महानिदेशक/महासमादेशक, होमगार्ड, लखनऊ नियुक्त किया गया है। वे अब तक पुलिस महानिदेशक, यूपी पावर कॉर्पोरेशन लि. लखनऊ के पद पर तैनात थे। होमगार्ड विभाग राज्य की सुरक्षा व्यवस्था में अहम भूमिका निभाता है, इसलिए उनकी नियुक्ति महत्वपूर्ण मानी जा रही है।
जय नारायण सिंह बने एडीजी, पावर कॉर्पोरेशन
1994 बैच के आईपीएस जय नारायण सिंह को अपर पुलिस महानिदेशक, यूपी पावर कॉर्पोरेशन लि. लखनऊ की जिम्मेदारी दी गई है। वे पहले एडीजी, पीटीसी सीतापुर में तैनात थे। बिजली विभाग को सुरक्षा की दृष्टि से संवेदनशील माना जाता है, ऐसे में उनकी नियुक्ति रणनीतिक तौर पर अहम है।
प्रशांत कुमार-II को अतिरिक्त प्रभार
2000 बैच के आईपीएस प्रशांत कुमार-II फिलहाल अपर पुलिस महानिदेशक, प्रशासन, उत्तर प्रदेश हैं। अब उन्हें अपर पुलिस महानिदेशक, पुलिस मुख्यालय, उत्तर प्रदेश का अतिरिक्त प्रभार भी सौंपा गया है। दोहरी जिम्मेदारी मिलने से यह साफ है कि सरकार उनके अनुभव और कार्यकुशलता पर भरोसा करती है।
उपेन्द्र अग्रवाल को अभिसूचना विभाग
2005 बैच के आईपीएस उपेन्द्र कुमार अग्रवाल को पुलिस महानिरीक्षक, अभिसूचना, मुख्यालय, लखनऊ नियुक्त किया गया है। वे इससे पहले पीएसी मुख्यालय, लखनऊ में पदस्थ थे। अभिसूचना विभाग राज्य की सुरक्षा एजेंसियों का अहम हिस्सा है, जहां उनकी नई भूमिका एक चुनौती के साथ-साथ अवसर भी है।
संतोष कुमार को आगरा की जिम्मेदारी
2010 बैच के आईपीएस संतोष कुमार को पुलिस उपमहानिरीक्षक, पीएसी, आगरा बनाया गया है। वे पहले प्रतीक्षारत डीआईजी, पुलिस महानिदेशक मुख्यालय लखनऊ में थे। आगरा जैसे ऐतिहासिक और पर्यटक स्थल की सुरक्षा व्यवस्था संभालना उनके लिए बड़ी जिम्मेदारी होगी।
तबादलों का महत्व
इस फेरबदल का मुख्य उद्देश्य प्रशासनिक कार्यों को सुचारु करना और अधिकारियों को उनकी दक्षता के अनुरूप जिम्मेदारी देना है।
एम. के. बशाल की नियुक्ति से होमगार्ड विभाग को मजबूती मिलेगी।
जय नारायण सिंह की तैनाती से ऊर्जा इकाइयों की सुरक्षा पर फोकस बढ़ेगा।
प्रशांत कुमार-II के पास अतिरिक्त प्रभार आने से प्रशासनिक दक्षता बढ़ेगी।
उपेन्द्र अग्रवाल की अभिसूचना विभाग में तैनाती खुफिया व्यवस्था को मजबूत करेगी।
संतोष कुमार का आगरा जाना संवेदनशील जिले की कानून-व्यवस्था के लिहाज से अहम है।
जनता पर असर
नए अधिकारियों के आने से जिले की कार्यप्रणाली और प्राथमिकताओं में बदलाव देखने को मिलेगा। आम जनता को उम्मीद है कि इस फेरबदल के बाद प्रदेश की सुरक्षा और कानून-व्यवस्था में और सुधार होगा।