AIN NEWS 1 } कासगंज जिले के बहुचर्चित चंदन गुप्ता हत्याकांड के मुख्य आरोपी सलीम की लखनऊ के किंग जॉर्ज मेडिकल यूनिवर्सिटी (KGMU) में इलाज के दौरान मौत हो गई। बताया जा रहा है कि सलीम पिछले कई महीनों से किडनी की गंभीर बीमारी और डायबिटीज से जूझ रहा था। बुधवार, 28 अगस्त को उसकी तबीयत बिगड़ने के बाद अस्पताल में उसने अंतिम सांस ली।
2018 का चर्चित चंदन गुप्ता हत्याकांड
26 जनवरी 2018 को गणतंत्र दिवस पर कासगंज में तिरंगा यात्रा निकाली जा रही थी। इस दौरान तहसील रोड पर युवकों के बीच विवाद हो गया। तिरंगा यात्रा में शामिल युवाओं और वहां मौजूद मुस्लिम युवकों के बीच कहासुनी इतनी बढ़ गई कि गोली चल गई।
गोली चंदन गुप्ता को लगी और इलाज के दौरान उसकी मौत हो गई। यह घटना पूरे प्रदेश ही नहीं बल्कि देशभर में सुर्खियों में रही। इस मामले ने कासगंज को दंगों और तनाव के माहौल में झोंक दिया था।
कोर्ट का फैसला: उम्रकैद की सजा
लंबी सुनवाई और जांच के बाद लखनऊ की एनआईए स्पेशल कोर्ट ने इस हत्याकांड के सभी 28 दोषियों को आजीवन कारावास की सजा सुनाई।
मुख्य आरोपी: वसीम, नसीम और सलीम को बताया गया।
पुलिस ने इस केस में 100 से अधिक लोगों को गिरफ्तार किया था।
करीब 6 साल बाद कोर्ट का फैसला आया और दोषियों को सजा सुनाई गई।
यह केस अब भी कासगंज की राजनीति और समाज पर गहरी छाप छोड़ चुका है।
सलीम कौन था?
सलीम तीन भाइयों में सबसे बड़ा था। उसका परिवार कासगंज के तहसील रोड पर रहता है और कपड़ों का कारोबार करता है।
सलीम के पिता भी कपड़े का व्यापार संभालते थे।
उसके परिवार में पत्नी और दो बच्चे हैं।
बेटा मेडिकल की पढ़ाई कर रहा है जबकि बेटी लखनऊ में उच्च शिक्षा प्राप्त कर रही है।
सलीम को परिवार का सहारा माना जाता था। उसके निधन से परिवार में मातम छा गया।
इलाज के दौरान बिगड़ी हालत
सूत्रों के मुताबिक, सलीम की तबीयत 30 जुलाई से ही खराब थी।
पहले उसे बलरामपुर अस्पताल में भर्ती कराया गया।
हालत बिगड़ने पर उसे 16 अगस्त को KGMU लखनऊ शिफ्ट किया गया।
डॉक्टरों ने बताया कि वह किडनी डिजीज और डायबिटीज से पीड़ित था।
करीब दो हफ्ते इलाज चलने के बाद भी सुधार नहीं हुआ और उसकी हालत बिगड़ती चली गई।
आखिरकार 28 अगस्त को सलीम की KGMU में मौत हो गई।
अंतिम संस्कार और सुरक्षा व्यवस्था
सलीम की मौत की खबर मिलते ही कासगंज स्थित उसके घर में मातम पसर गया। परिजन शव लेने लखनऊ पहुंचे और बुधवार देर शाम उसे वापस लाए।
बिलराम गेट स्थित कब्रिस्तान में सलीम को सुपुर्द-ए-खाक किया गया।
अंतिम संस्कार के दौरान पुलिस और खुफिया एजेंसियां अलर्ट रहीं।
कासगंज पुलिस अधीक्षक अंकिता शर्मा ने बताया कि इलाके में सुरक्षा बढ़ा दी गई थी और हर गतिविधि पर नजर रखी गई।
संवेदनशील इलाका, पुलिस अलर्ट
चंदन गुप्ता हत्याकांड पहले से ही कासगंज का बेहद संवेदनशील मामला रहा है। यही वजह थी कि सलीम की मौत के बाद प्रशासन ने एहतियातन सुरक्षा कड़ी कर दी।
कासगंज सदर इलाके में विशेष चौकसी रखी गई।
खुफिया विभाग भी लगातार हालात पर नजर बनाए रहा।
पुलिस ने शांति व्यवस्था बनाए रखने के लिए अतिरिक्त बल तैनात किया।
कासगंज का चंदन गुप्ता हत्याकांड कई सालों तक चर्चा में रहा और इसके मुख्य आरोपी सलीम की अब जेल में रहते हुए इलाज के दौरान मौत हो गई। एक तरफ जहां चंदन गुप्ता की हत्या ने समाज को झकझोर दिया था, वहीं दूसरी ओर इस केस से जुड़े आरोपी परिवार भी अब कठिन हालात से गुजर रहे हैं।
सलीम की मौत के बाद मामले से जुड़ी कई यादें फिर ताजा हो गई हैं। फिलहाल पुलिस और प्रशासन शांति व्यवस्था बनाए रखने की पूरी कोशिश कर रहे हैं।