भारतवंशी सुएला ब्रेवरमैन ब्रिटेन की नई गृहमंत्री
भारत के साथ हो रही एक डील का किया था विरोध
गोवा के रहने वाले थे सुएला ब्रेवरमैन के पिता
AIN NEWS 1: ब्रिटेन के नए प्रधानमंत्री ऋषि सुनक ने मंगलवार को अपनी कैबिनेट का ऐलान कर दिया। इस मौके पर देश और दुनिया में उनको बधाई दी गई। उनके भारतवंशी और हिंदू धर्म से जुड़े होने के कारण भारत में तो दिवाली की खुशी दोगुनी हो गई। उनके गौसेवा करते, हिंदू धर्मगुरुओं से मिलते, भगवा पहनकर पूजा करते फोटो और वीडियो खूब वायरल हुए। लेकिन अपनी कैबिनेट के एलान के साथ ही उन्होंने भारतीयों को झटका भी दे दिया है।
भारत की आलोचना करने वाली भारतवंशी बनाया ब्रेवरमैन को बनाया गृहमंत्री
ऋषि सुनक ने सुएला ब्रेवरमैन को गृह मंत्री नियुक्त किया है जो 45 दिनों तक पीएम रही लिज ट्रस की सरकार में भी गृहमंत्री थीं और ट्रस कैबिनेट से इस्तीफा देने वाली वह पहली मंत्री थीं। सुएला ब्रेवरमैन ने हाल ही में कहा था कि भारत के साथ होने वाली ट्रेड डील को लेकर उनके मन में कई आशंकाएं हैं। उनकी मानें तो इस डील के बाद यूके में अप्रवासन बढ़ सकता है। जबकि ट्रस चाहती थीं कि दिवाली तक भारत के साथ व्यापार समझौते पर हस्ताक्षर कर लिए जाएं। भारत सरकार लगातार यह मांग कर रही है कि भारतीयों के लिए वर्क और स्टडी वीजा की संख्या बढ़ाई जाए। ब्रेवरमैन जो कि खुद एक अप्रवासी हैं जब उन्होंने यह साक्षात्कार दिया तो उनकी जमकर आलोचना हुई थी।
गोवा से है सुएला ब्रेवरमैन का ताल्लुक
42 साल की सुएला ब्रेवरमैन भारत के गोवा की रहने वाली हैं और अटॉर्नी जनरल रह चुकी हैं। ट्रस की सबसे बड़ी समर्थक ब्रेवरमैन ने सुनक का भी समर्थन किया था। 3 अप्रैल 1980 को पैदा हुईं सुएला ब्रेवरमैन के पिता का नाम क्रिस्टी और माता का नाम उमा फर्नांडीस था। दोनों ही भारतीय मूल के थे और 1960 के दशक में केन्या और मॉरिशस से ब्रिटेन से आए थे। उनकी मां ब्रेंट में नर्स और काउंसलर का काम करती थीं। गौरतलब है कि ऋषि सुनक की मां भी फार्मेसी का काम करती थीं और सुनक साइकिल पर फार्मेसी के साामान की डिलीवरी करते थे। वहीं सुएला के पिता क्रिस्टी एक हाउसिंग एसोसिएशन के लिए काम करती थे। उनकी मां का जन्म मॉरीशस के तमिल परिवार में हुआ था। ब्रेवरमैन, लंदन में मॉरिशस के पूर्व हाई कमिश्नर माहेन कुडानसामी की भांजी हैं।
ट्रेड डील से क्यों असहमत हैं सुएला?
साक्षात्कार में ब्रेवरमैन ने कहा कि ब्रिटेन में ज्यादा दिन तक रहने वाले वीजा की बड़ी संख्या की वजह से भारतीय शरणार्थियों की संख्या बढ़ सकती है। उन्होंने भारत के साथ होने वाले इस समझौते का खुला विरोध किया। उन्होंने अपने से पहले देश की गृहमंत्री रहीं प्रीति पटेल पर गैरकानूनी अप्रवासियों की संख्या बढ़ाने की मंशा रखने का आरोप भी लगाया। उनकी मानें तो यह समझौता कोई आवश्यक नहीं है और यह सही तरह से काम करेगा, इसकी भी गारंटी नहीं है।