अर्चना नाग सेक्स स्कैंडल से हिली इस राज्य की राजनीति
सत्ताधारी पार्टी के नेताओं के शामिल होने के लगे आरोप
हाईप्रोफाइल केस में अब CBI नहीं ED की एंट्री संभव
AIN NEWS 1: अर्चना नाग सेक्स स्कैंडल ने ओडिशा की राजनीति में ह़ड़कंप मचा दिया है। विपक्ष ने बीजू जनता दल के नेताओं के इस सेक्स स्कैंडल से जुड़े होने का आरोप लगाते हुए सीबीआई जांच की मांग की है। हालांकि संभावना है कि इस हाईप्रोफाइल केस को में अब CBI की जगह प्रवर्तन निदेशालय यानी ED को दिया जा सकता है। ED ने ओडिशा पुलिस से इस मामले से जुड़ी रिपोर्ट की कॉपी मांगी है। दरअसल, इस मामले का केंद्र बनी हुई अर्चना नाग पर एस महिला ने आरोप लगाया है कि कुछ साल पहले अचर्ना नाग ने उसके ड्रिंक्स और खाने में नशीला पदार्थ मिलाकर अश्लील तस्वीरें लीं थीं। उस महिला का आरोप है कि इन आपत्तिजनक तस्वीरों का उपयोग करके सेक्स वीडियो बनाया गया और फिर उसकी मदद से लोगों को ब्लैकमेल किया गया। महिला ने आरोप लगाया है कि अर्चना नाग महिलाओं को वेश्यावृत्ति के लिए मजबूर कर रही थी और फिर इनका इस्तेमाल प्रभावशाली लोगों को ब्लैकमेल करने के लिए किया जा रहा था।
पुलिस ने की कार्रवाई
पुलिस ने अर्चना नाग के घर से उसका मोबाइल फोन, लैपटॉप, पेन ड्राइव और कंप्यूटर जब्त किया है। पुलिस कमिश्नर के मुताबिक “पुलिस मामले में वित्तीय लेनदेन और वित्तीय अनियमितताओं की जांच नहीं कर सकती। अगर निजी लोग शामिल हैं तो ईडी या इनकम टैक्स विभाग मामले की जांच कर सकता है।” ओडिशा पुलिस ने अर्चना नाग के बैंक खाते की जानकारी के लिए आरबीआई को एक पत्र लिखा था।
संपत्ति भी जब्त कर सकती है ईडी
अर्चना नाग और उनके पति जगबंधु चंद के खिलाफ दर्ज प्राथमिकी के बाद ईडी मनी लॉन्ड्रिंग रोकथाम अधिनियम के तहत मामला दायर करेगी। इससे ईडी के पास गिरफ्तारी करने, तलाशी और जब्ती करने के साथ-साथ आरोपी की आय को अटैच करने का अधिकार होगा।
महल जैसा है अर्चना नाग का घर
मामले की जांच कर रहे पुलिस अधिकारी अर्चना नाग के महलनुमा इमारत, महंगी कारों को देखकर हैरान रह गए थे। एक वरिष्ठ अधिकारी ने कहा कि ईडी अर्चना नाग और उसके पति को सत्ताधारी पार्टी के नेताओं के साथ-साथ केंद्र और राज्य के वरिष्ठ अधिकारियों सहित कई हाई प्रोफाइल लोगों से हासिलपैसे के स्रोत का पता लगा सकती है। पिछले महीने ओडिया फिल्म निर्माता अक्षय पारिजा द्वारा नाग और एक लड़की के खिलाफ प्राथमिकी दर्ज कराने के बाद अर्चना नाग का रोल सवालों के घेरे में आ गया था।
अर्चना नाग के साथ बीजेडी नेताओं की तस्वीरों से बैकफुट पर सरकार
बीते कुछ सप्ताह में सत्ताधारी पार्टी के नेताओं के साथ अर्चना नाग के कई फोटो सामने आए हैं। लेकिन कोई भी इसकी शिकायत दर्ज कराने के लिए सामने नहीं आया है। इसके चलते पुलिस के लिए मामले की जांच करना मुश्किल हो गया है। राजनीतिक जानकारों का कहना है कि एक बार ईडी ने जांच शुरू कर दी तो अर्चना नाग और राजनेताओं के बीच किसी भी तरह के पैसों का खुलासा हुआ को बीजेडी के लिए ये शर्मिंदगी की वजह बन सकता है।
भाजपा ने सीबीआई जांच की मांग की
मुख्य विपक्षी दल भाजपा जहां सीबीआई जांच की मांग की ही वहीं एक एनजीओ ने उड़ीसा उच्च न्यायालय में एक जनहित याचिका दायर कर मामले में ED से निष्पक्ष जांच की डिमांड की है। भाजपा महिला विंग ने मामले की सीबीआई जांच की मांग करते हुए आरोप लगाया है कि राज्य पुलिस जांच में कोई खुलासा करने में असफल रही है। पार्टी ने राज्य पुलिस द्वारा मामले में तुरंत कार्रवाई नहीं करने पर मुख्यमंत्री नवीन पटनायक के आवास का घेराव करने की धमकी दी है।