AIN NEWS 1 | 2025 के उप-चुनावों में आम आदमी पार्टी (AAP) ने एक बार फिर दिखा दिया कि वह राष्ट्रीय राजनीति से बाहर नहीं हुई है। पंजाब की लुधियाना पश्चिम और गुजरात की विसावदर सीट पर आप के उम्मीदवारों ने धमाकेदार जीत दर्ज की है। यह जीत पार्टी के लिए तब और महत्वपूर्ण हो जाती है जब महज़ पांच महीने पहले उसे दिल्ली में करारी हार झेलनी पड़ी थी।
दिल्ली हार के बाद संगठन ने बदला फोकस
दिल्ली विधानसभा में सत्ता गंवाने के बाद AAP ने अपने संगठन का फोकस पंजाब और गुजरात की ओर मोड़ दिया। अरविंद केजरीवाल, मनीष सिसोदिया और अन्य वरिष्ठ नेता उप-चुनाव की रणनीति में जुट गए।
लुधियाना पश्चिम से संजीव अरोड़ा की जीत
पंजाब की लुधियाना पश्चिम सीट पर AAP के संजीव अरोड़ा ने कांग्रेस के पूर्व मंत्री भारत भूषण आशु को हराया। यह सीट पहले कांग्रेस का गढ़ मानी जाती थी।
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संजीव अरोड़ा (AAP): 35,144 वोट
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भारत भूषण आशु (कांग्रेस): 24,510 वोट
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जीवन गुप्ता (BJP): 20,299 वोट
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परोपकार सिंह (अकाली दल): 8,198 वोट
यह सीट आप विधायक गुरप्रीत गोगी के निधन के बाद खाली हुई थी। केजरीवाल ने अरोड़ा को मंत्री पद देने का वादा भी किया था।
गुजरात में गोपाल इटालिया का दबदबा
गुजरात के विसावदर से AAP नेता गोपाल इटालिया ने बीजेपी के किरीट पटेल को हराया। कांग्रेस तीसरे स्थान पर रही।
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गोपाल इटालिया (AAP): 75,942 वोट
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किरीट पटेल (BJP): 58,388 वोट
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नितिन रणपरिया (कांग्रेस): 5,501 वोट
यह सीट आप के विधायक भूपेंद्र भयानी के इस्तीफे के बाद खाली हुई थी।
कड़ी में AAP को झटका
हालांकि मेहसाणा जिले की कड़ी सीट पर AAP को हार का सामना करना पड़ा। यहां बीजेपी के राजेंद्र चावड़ा ने जीत दर्ज की।
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राजेंद्र चावड़ा (BJP): 99,742 वोट
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रमेश चावड़ा (कांग्रेस): 60,290 वोट
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जगदीश चावड़ा (AAP): 3,090 वोट
राजनीतिक मायने और 2027 की तैयारी
इन उप-चुनावों के बाद AAP अब मिशन 2027 की तैयारी में जुट गई है। पंजाब में सत्ता बचाए रखना और गुजरात में कांग्रेस को पीछे छोड़ते हुए खुद को एक मजबूत विकल्प बनाना उसकी रणनीति है।
मनीष सिसोदिया ने इसे विधानसभा चुनाव का ‘सेमीफाइनल’ बताते हुए कहा कि “अब फाइनल की बारी है।”
AAP की वापसी का संदेश
पार्टी ने अरविंद केजरीवाल के समर्थन में सोशल मीडिया पर पोस्ट कर उन्हें राष्ट्रीय राजनीति में वापसी करने वाला नेता बताया। आप नेताओं का कहना है कि यह सिर्फ चुनाव नहीं, बल्कि पार्टी के लिए नई ऊर्जा और एक नई शुरुआत है।
दिल्ली की हार के बाद इन उप-चुनावों की जीत से AAP ने एक बार फिर साबित कर दिया है कि वह अभी भी चुनावी लड़ाई में पूरी ताकत से मौजूद है। गुजरात जैसे बीजेपी के गढ़ में जीत और पंजाब में पकड़ को मजबूत करना 2027 की राजनीति में उसे अहम खिलाड़ी बना सकता है।
After a major loss in Delhi, Arvind Kejriwal’s AAP has made a powerful comeback with bypoll wins in Punjab and Gujarat. The victories in Ludhiana West and Visavadar showcase AAP’s growing footprint beyond Delhi. Sanjeev Arora and Gopal Italia secured decisive wins, positioning AAP strongly for Mission 2027. These wins signal that AAP is challenging BJP and Congress in their strongholds, reviving the narrative of national-level politics for Kejriwal.