AIN NEWS 1 | दिल्ली के पूर्व मंत्री और आम आदमी पार्टी (AAP) के वरिष्ठ नेता सौरभ भारद्वाज ने भारतीय क्रिकेट टीम के कप्तान सूर्यकुमार यादव को लेकर बड़ा बयान दिया है। हाल ही में हुए भारत-पाकिस्तान मैच को लेकर उन्होंने केंद्र सरकार और भारतीय क्रिकेट बोर्ड (BCCI) पर भी सवाल उठाए।
सूर्यकुमार यादव को दी चुनौती
VIDEO | AAP leader Saurabh Bharadwaj says, “I dare Suryakumar Yadav, the BCCI, and the ICC to donate the money earned from the India-Pakistan match to the widows in Pahalgam.”
(Full video available on PTI Videos – https://t.co/n147TvrpG7) pic.twitter.com/bPBwV2pZcD
— Press Trust of India (@PTI_News) September 15, 2025
प्रेस कॉन्फ्रेंस में सौरभ भारद्वाज ने सूर्यकुमार यादव को सीधी चुनौती दी। उन्होंने कहा –
“अगर सूर्यकुमार यादव और BCCI-ICC में औकात है तो इस ब्रॉडकास्टिंग राइट्स से जितना पैसा कमाया गया है, उतना 26 महिलाओं को दे दीजिए। तभी हम मानेंगे कि आपने इसे देश को डेडिकेट किया है। लेकिन इनके पास इतनी औकात नहीं है।”
उनका आरोप था कि यह सब केवल दिखावे के लिए किया गया और असली लाभ पैसे कमाने में है, न कि देशभक्ति दिखाने में।
“भारत रत्न दे दे सरकार” – तंज
आप नेता यहीं नहीं रुके। उन्होंने तंज कसते हुए कहा –
“सूर्यकुमार यादव ने इस 140 करोड़ की आबादी वाले देश पर बहुत बड़ा एहसान किया कि पाकिस्तान के कप्तान से हाथ नहीं मिलाया। असल में तो उन्होंने पैदा होकर ही भारत पर बड़ा एहसान कर दिया। बीजेपी उनकी इस ‘महानता’ का ढोल पीट रही है। भारत सरकार चाहे तो उन्हें भारत रत्न भी दे सकती है।”
उन्होंने व्यंग्य के अंदाज़ में कहा कि यह उन शहीदों से भी बड़े हो गए हैं, जिनके बेटे सीमा पर शहीद हुए।
भारत-पाकिस्तान मैच पर आपत्ति
सौरभ भारद्वाज ने इस बात पर भी सवाल उठाया कि विरोध के बावजूद केंद्र सरकार ने भारत-पाकिस्तान का क्रिकेट मैच करवाया। उन्होंने कहा –
“हमें बताया गया कि दुबई के छोटे स्टेडियम की सारी टिकटें बिक गईं। भारतीयों ने टिकट खरीदी लेकिन फिर उन्हें एहसास हुआ कि इस मैच में जाना देशद्रोही कहलाने जैसा होगा।”
उनके अनुसार, पहली बार ऐसा हुआ कि दिल्ली जैसे शहर में भारत-पाकिस्तान मैच को लेकर कोई उत्सव नहीं दिखा। न बड़े स्क्रीन लगाए गए, न सोसाइटी और क्लबों में कोई जश्न हुआ। उन्होंने दावा किया कि AAP कार्यकर्ताओं ने क्लब और रेस्टोरेंट मालिकों से अपील की थी कि यह मैच न दिखाया जाए, और ज़्यादातर ने उनकी अपील मान भी ली।
“गर्मजोशी गायब थी”
भारद्वाज ने कहा कि भारत भले ही मैच जीत गया हो, लेकिन लोगों में उत्साह नहीं दिखा। उन्होंने कहा –
“बीजेपी ने पहले से ही स्क्रिप्ट तैयार की थी कि भारतीय कप्तान ने पाकिस्तानी कप्तान से हाथ नहीं मिलाया। लेकिन सच्चाई यह है कि जनता में मैच को लेकर कोई उत्सुकता नहीं थी।”
उन्होंने कहा कि यह दिल्ली के इतिहास में पहली बार हुआ कि भारत की जीत पर पटाखे तक नहीं फूटे। उनका दावा है कि यह जनता का बड़ा संदेश है, जिसने भाजपा सरकार को दिखा दिया कि लोग इस खेल-राजनीति के खेल में अब शामिल नहीं होना चाहते।
भाजपा पर तीखा वार
भारद्वाज ने भाजपा पर सीधा हमला करते हुए कहा कि केंद्र सरकार देशभक्ति का नारा लगाकर राजनीति कर रही है। उन्होंने आरोप लगाया कि मैच करवाने के पीछे राजनीतिक फायदा उठाने और पैसे कमाने की मंशा थी।