AIN NEWS 1: उत्तराखंड के मुख्यमंत्री पुष्कर सिंह धामी ने शुक्रवार को अपने एक बयान में कहा कि उत्तराखंड सरकार ने ‘लैंड जिहाद’ के माध्यम से राज्य में ही अतिक्र की गई लगभग 5,000 एकड़ भूमि को मुक्त करा लिया गया है। दिल्ली के ही आईपी एक्सटेंशन में एक राम कथा में भाग लेने पहुंचे थे इस दौरान सीएम धामी ने कहा, “हिमालयी राज्य की भलाई के लिए ही हमें कुछ कड़े फैसले लेने पड़े, जिनमें से एक महत्वपूर्ण निर्णय सरकारी भूमि से अवैध अतिक्रमण हटाना था। हम लैंड जिहाद से छुटकारा पाकर भूमि को मुक्त कराने में भी सफल रहे और यह अभियान अब तब तक जारी रहेगा जब तक कि सभी अवैध और बलपूर्वक कब्जे हटा नहीं दिए जाते।”इस दौरान मुख्यमंत्री धामी ने बताया कि धर्म के मार्ग पर चलने से जीवन में कोई भी दुविधा नहीं आती। उत्तराखंड का ही मुख्य सेवक के रूप में वे धर्म के मार्ग पर चलकर जो भी फैसले लेते हैं, वे स्वयं ही समाजहित में सही हो ही जाते हैं।
मिडिया रिपोर्ट के अनुसार, सरकारी भूमि पर अतिक्रमण की बार-बार शिकायतों के बाद ही सीएम पुष्कर सिंह धामी ने राज्य पुलिस और वन विभाग को सभी अवैध संरचनाओं की पहचान करने का सख़्त निर्देश दिया था। राज्य सरकार द्वारा उपलब्ध कराए गए इन आंकड़ों के अनुसार, मई 2023 तक राज्य अधिकारियों द्वारा कुल 3,793 ऐसे स्थानों की पहचान भी की गई थी। इनमे सबसे अधिक 1,433 से अधिक अतिक्रमण नैनीताल जिले में ही पाए गए, उसके बाद 1,149 अतिक्रमण हरिद्वार जिले में भी पाए गए। वहीं, चमोली में कुल 423 अवैध संरचनाएं थीं, उच्च संख्या वाले अन्य जिलों में टेहरी (209), अल्मोडा (192) और चंपावत (97) भी शामिल हैं। इनमे अधिकांश अतिक्रमण वन भूमि पर ही बने थे।
इस साल की शुरुआत में ही अतिक्रमण विरोधी अभियान शुरू होने के बाद से राज्य में करीब 500 ‘मजारों’ और लगभग 50 अवैध मंदिरों को भी ध्वस्त कर दिया गया है।