AIN NEWS 1 मेरठ Accident: बता दें दिल्ली-मेरठ एक्सप्रेसवे (DME) पर मेरठ के ही इंचौली गांव के एक परिवार के कुल 6 लोगों की मौत से पूरे गांव में ही मातम छा गया है। इंचौली के ही धनपुर निवासी नरेंद्र अपनी कार से खाटू श्याम के लिए जा रहे थे। तभी अचानक एक स्कूली बस चालक गाजीपुर में अपनी बस में सीएनजी भरवाने के बाद गलत दिशा से ही क्रॉसिंग रिपब्लिक की ओर को लौट रहा था, उसी वक्त रोड़ पर आमने-सामने की टक्कर में छह लोगों की दर्दनाक मौत हो गई। सचिन समेत वहा मौजूद अन्य गांव के लोगों का साफ़ कहना था कि नरेंद्र जो काफी हंसमुख इंसान था। पूरे गांव का वह चहेता भी था और वो हमेशा ही भक्ति की बातें किया करता रहता था। जान ले थाना इंचौली के धनपुर गांव निवासी जयपाल यादव के कुल तीन बेटे है। जिनमें बड़ा जितेंद्र यादव उससे छोटा नरेंद्र यादव और सबसे छोटा है धर्मेंद्र यादव। नरेंद्र की शोभापुर बस स्टैंड पर ही एक बिजली की दुकान है, जबकि धर्मेंद्र गांव में खेती करते हैं। मंगलवार की सुबह सुबह साढ़े चार बजे नरेंद्र और धर्मेंद्र का परिवार सुबह साढ़े चार बजे खाटू श्याम जाने के लिए अपने घर से अपनी गाड़ी में सवार होकर निकला था। लेकीन सुबह छह बजकर पांच मिनट पर दिल्ली-मेरठ एक्सप्रेसवे पर एक रॉन्ग साइड आ रही स्कूली बस से आमने सामने की टक्कर के बाद नरेंद्र, पत्नी अनीता, बेटे हिमांशु, कार्तिक और धर्मेंद्र की पत्नी बबीता, बेटी वंशिका की मौके पर ही मौत हो गई, जबकि धर्मेंद्र और उनका बेटा गम्भीर रूप से घायल है। इस पूरे दर्दनाक हादसे की सूचना बड़े भाई जितेंद्र यादव को वहा पर पहुंची पुलिस ने दी। तत्काल ही उनका पूरा परिवार और गांव के काफी सारे लोग घटनास्थल पर पहुंच गए। इस हादसे में नरेंद्र का तो पूरा परिवार ही खत्म हो चुका है। हादसे के बाद उनके पूरे गांव में कोहराम मचा हुआ है। गांव वालों ने बताया था की जितेंद्र बेशक अपने परिवार में बड़ा है और नरेंद्र छोटा था, लेकिन इनके परिवार का मुखिया नरेंद्र ही था। यह पूरा परिवार ही जैसा नरेंद्र कहता था वैसा ही करता। परिवार में सभी भाइयो में काफी ज्यादा प्यारा था। यहां तक की गांव के लोगों की भी जरूरत के समय में ये पूरा परिवार ही मदद के लिए तैयार रहते। जब इस मामले में कवरेज को गांव पहुंची मीडिया तो गांव के बड़े बुजुर्ग लोगों ने मीडिया से कवरेज करने को भी रोक दिया और कहा कि हमारे गांव में बेटा मरा है। गांव में चारों तरफ शोक है। यहां तक की सभी घरों में चूल्हे तक नहीं जले हैं।
इस घटना पर सीएम योगी ने भी जताया दुख
जान ले इस पूरी घटना पर मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ ने सड़क भी इस हादसे पर गहरा दुःख प्रकट किया है। मुख्यमंत्री ने इन मृतकों की आत्मा की शांति की कामना करते हुए शोक संतप्त परिजनों के प्रति अपनी संवेदना व्यक्त की है। साथ ही मुख्यमंत्री ने जिला प्रशासन के अधिकारियों को तत्काल ही मौके पर पहुंच कर इन घायलों को अस्पताल पहुंचाकर उनके समुचित इलाज कराए जाने के भी निर्देश दिए हैं। साथ ही घायलों के शीघ्र स्वस्थ होने की भी उन्होने कामना की है।
श्रद्धालुओं को मिलेगी सुविधा, परिवहन निगम ने कुल 250 अतिरिक्त बसों की व्यवस्था की है.
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