Ahmedabad Plane Crash: Ramesh Patel’s Last Journey for Favorite Fruit Turns Tragic
अहमदाबाद विमान हादसा: पसंदीदा फल खाने भारत लौटे रमेश पटेल, किस्मत ने लिखा आखिरी सफर का टिकट
AIN NEWS 1: गुजरात में हुआ विमान हादसा कई परिवारों के लिए गहरा जख्म छोड़ गया। इस दर्दनाक हादसे में ब्रिटिश नागरिक रमेश चंद्र पटेल और लंदन में बसे एक अन्य परिवार के चार सदस्य मारे गए। हादसे की खबर ने उनके परिवारों को झकझोर कर रख दिया।
✈️ रमेश पटेल: जड़ों से जुड़े, फल खाने की चाह में आए थे भारत
ब्रिटेन के नागरिक रमेश चंद्र पटेल, मूल रूप से गुजरात के रहने वाले थे। उन्होंने ब्रिटिश नागरिकता जरूर ले ली थी, लेकिन भारत और खासतौर से अपने गृहराज्य से उनका गहरा लगाव बना रहा। हर साल वह अपनी पत्नी के साथ भारत आते थे और करीब छह हफ्ते यहीं बिताते थे।
इस बार उनका भारत आने का कारण बेहद भावनात्मक था – उन्हें जंबूरा (चकोतरा) फल बहुत पसंद था। वही फल खाने की चाह में इस बार भी भारत आए, जबकि उनके परिवार ने उन्हें यात्रा न करने की सलाह दी थी।
दुर्भाग्यवश, यह यात्रा उनका अंतिम सफर बन गई। जब वह ब्रिटेन लौट रहे थे, तभी एयर इंडिया की फ्लाइट एआई171 अहमदाबाद में दुर्घटनाग्रस्त हो गई और उनकी जान चली गई।
🕯️ बेटी प्रीति की भावुक बात
रमेश पटेल की बेटी प्रीति पांड्या ने कहा, “पापा को भारत से बेहद लगाव था। शायद इसलिए उनका अंतिम वक्त भी यहीं आया।”
उन्होंने बताया कि मंगलवार को रमेश जी ने वीडियो कॉल किया था, लेकिन व्यस्तता के कारण वह कॉल नहीं उठा सकीं। उन्होंने सोचा कि बाद में बात कर लेंगी, लेकिन वह मौका फिर नहीं आया।
प्रीति ने दुख व्यक्त करते हुए कहा, “एयर इंडिया ने 1 करोड़ रुपये मुआवजे की घोषणा की है, लेकिन मुआवजा किसी की जान वापस नहीं ला सकता। हम अब कभी एयर इंडिया से यात्रा नहीं करेंगे।”
📹 रमेश महादेव की अंतिम वीडियो कॉल
एक और पीड़ित रमेश महादेव पवार हैं, जिन्होंने इस हादसे में अपने माता-पिता – महादेव पवार और आशा एम पवार – को खो दिया।
उन्होंने बताया, “मैं माता-पिता को एयरपोर्ट छोड़ने गया था। फिर हमने वीडियो कॉल पर बात की। यही कॉल अब मेरी आखिरी याद बन गई है। जैसे ही हम घर पहुंचे, हादसे की खबर आई।”
🧳 एक फैसला, चार जानें छीन ले गया
हादसे में एक और दिल दहला देने वाली कहानी है जावेद अली सैयद और उनके परिवार की। जावेद मूल रूप से मुंबई के रहने वाले थे, लेकिन पिछले 11 सालों से लंदन में रह रहे थे। वह एक होटल में मैनेजर थे और उनकी पत्नी मरियम लंदन के प्रसिद्ध डिपार्टमेंट स्टोर ‘हैरोड्स’ में ब्रांड एंबेसडर थीं।
मरियम और जावेद अपने दो बच्चों – 6 साल के जयान और 4 साल की अमानी – के साथ भारत आए थे, क्योंकि जावेद की मां बीमार थीं। वापसी के लिए सीधी फ्लाइट न मिलने पर उन्होंने अहमदाबाद से लंदन की फ्लाइट ली – जो उनकी जिंदगी का आखिरी फैसला साबित हुआ।
पूरा परिवार फ्लाइट AI171 में सवार था और हादसे में चारों की मौत हो गई।
⚠️ विमान सुरक्षा पर सवाल
इस हादसे ने एक बार फिर विमान सुरक्षा पर सवाल खड़े कर दिए हैं। तकनीकी खराबी या प्रशासनिक चूक – इसकी जांच चल रही है, लेकिन जिन्होंने अपनों को खोया है, उनके लिए ये सवाल अब सिर्फ औपचारिकता बनकर रह गए हैं।
💬 पीड़ित परिवारों की मांग
कई परिजनों ने एयर इंडिया से जवाबदेही और सख्त कार्रवाई की मांग की है। वे चाहते हैं कि भविष्य में ऐसा हादसा किसी और के साथ न हो।
साथ ही, पीड़ितों के परिवारों ने अंतरराष्ट्रीय यात्रियों के लिए भारतीय विमानन सुरक्षा नियमों को और सख्त करने की अपील की है।
रमेश पटेल हों या जावेद अली सैयद का परिवार – दोनों ही उदाहरण दिखाते हैं कि जिंदगी कितनी अनिश्चित है। एक छोटा सा फैसला, एक सामान्य सी यात्रा – और पूरी जिंदगी बदल जाती है।
यह हादसा सिर्फ एक विमान दुर्घटना नहीं, बल्कि सैकड़ों सपनों और रिश्तों के बिखरने की दास्तान है। इससे हमें सीख मिलती है कि जीवन को हल्के में न लें, और हर यात्रा से पहले सुरक्षा को प्राथमिकता दें।
In a tragic turn of events, British citizen Ramesh Patel lost his life in the Ahmedabad plane crash while returning from India after a short trip to enjoy his favorite fruit. The Air India AI171 flight claimed several lives, including Patel, whose love for India brought him back every year. This devastating aviation accident also took the lives of Javed Ali Syed’s family from London. As grieving relatives recall their last video calls and memories, the tragedy raises serious concerns over air travel safety.