AI-Generated Images Threaten Cybersecurity: Stay Alert Before Uploading Personal Photos
एआई जनित तस्वीरों से साइबर खतरा: फोटो अपलोड करने से पहले बरतें सावधानी
AIN NEWS 1: आजकल आर्टिफिशियल इंटेलिजेंस (AI) आधारित फोटो एडिटिंग और आर्ट जनरेशन एप्स का चलन तेजी से बढ़ रहा है। हालांकि, इनका उपयोग करने से साइबर अपराधों का खतरा भी बढ़ गया है। साइबर विभाग ने लोगों को सचेत किया है कि वे बिना सोचे-समझे अपनी तस्वीरें और व्यक्तिगत डेटा इन प्लेटफार्मों पर अपलोड न करें। इन एआई टूल्स का दुरुपयोग पहचान की चोरी, डीपफेक और अन्य साइबर अपराधों में किया जा सकता है।
साइबर विभाग की चेतावनी
हिमाचल प्रदेश साइबर विभाग के डीआईजी मोहित चावला ने बताया कि एआई-आधारित फोटो एडिटिंग एप्लिकेशन उपयोगकर्ताओं की निजी तस्वीरें और चेहरे की विशेषताओं को संग्रहीत कर सकते हैं। इसके बाद इन डेटा का इस्तेमाल अवैध गतिविधियों के लिए किया जा सकता है। उन्होंने कहा कि कई एप्स की प्राइवेसी पॉलिसी में यह शर्त होती है कि वे उपयोगकर्ताओं की तस्वीरों का व्यावसायिक उपयोग कर सकते हैं। ऐसे में उपयोगकर्ताओं को बिना शर्त पढ़े किसी भी प्लेटफॉर्म पर अपनी तस्वीरें अपलोड नहीं करनी चाहिए।
एआई तकनीक और साइबर अपराध
AI तकनीक के माध्यम से अपराधी गहरी नकली (Deepfake) वीडियो और तस्वीरें तैयार कर सकते हैं। ये नकली तस्वीरें वास्तविक लगती हैं और इन्हें गलत उद्देश्यों के लिए इस्तेमाल किया जा सकता है। साइबर अपराधी इन तस्वीरों का उपयोग ब्लैकमेलिंग, धोखाधड़ी, फेक न्यूज और चरित्र हनन के लिए कर सकते हैं।
निजी डेटा की सुरक्षा क्यों महत्वपूर्ण है?
आज के डिजिटल युग में डेटा सबसे महत्वपूर्ण संपत्ति बन गया है। एक बार अगर आपका डेटा गलत हाथों में चला जाता है, तो इसे हटाना लगभग असंभव हो जाता है। इसलिए, साइबर सुरक्षा विशेषज्ञ निम्नलिखित सावधानियां बरतने की सलाह देते हैं:
1. प्राइवेसी पॉलिसी को ध्यान से पढ़ें: किसी भी एआई-आधारित फोटो एडिटिंग एप का उपयोग करने से पहले उसकी शर्तों और नीतियों को जरूर पढ़ें।
2. अनजान प्लेटफार्मों पर डेटा साझा न करें: ऐसे एप्स या वेबसाइट्स पर अपनी तस्वीरें अपलोड न करें, जिनकी सत्यता प्रमाणित न हो।
3. डिलीट विकल्प की जांच करें: यदि आपने किसी प्लेटफार्म पर तस्वीर अपलोड की है, तो बाद में उसे हटाने का विकल्प खोजें और उसका उपयोग करें।
4. दो-कारक प्रमाणीकरण (Two-Factor Authentication) का उपयोग करें: यह आपके खातों की सुरक्षा को बढ़ाने में मदद करता है।
5. संभावित साइबर अपराधों की रिपोर्ट करें: अगर आपको किसी संदिग्ध गतिविधि का संदेह हो तो तुरंत साइबर विभाग को सूचित करें।
जनता से अपील: डिजिटल सतर्कता अपनाएं
साइबर विभाग ने लोगों से आग्रह किया है कि वे डिजिटल सुरक्षा को प्राथमिकता दें और बिना जांचे-परखे किसी भी एआई प्लेटफार्म पर अपनी तस्वीरें या अन्य संवेदनशील जानकारी साझा न करें। हिमाचल प्रदेश की जनता से अपील की गई है कि वे सतर्कता बरतें और संभावित साइबर अपराधों से खुद को बचाएं।
AI-generated images are increasingly being used in photo editing apps, but they pose significant cybersecurity risks. Experts warn that these apps may collect personal data, leading to identity theft, deepfake threats, and cyber crimes. Users must read the privacy policy before uploading photos on AI platforms. Cyber professionals advise ensuring data deletion options and avoiding unverified apps to safeguard personal information.