हवा में सुधार नहीं, प्रदूषण से स्वास्थ्य पर असर
AIN NEWS 1 गाजियाबाद। जिले में वायु प्रदूषण की गंभीर स्थिति बरकरार है। रविवार को वायु गुणवत्ता सूचकांक (AQI) 252 दर्ज किया गया, जो खराब श्रेणी में आता है। जिलाधिकारी इंद्र विक्रम सिंह ने सुप्रीम कोर्ट के आदेश के तहत स्कूलों को बंद रखने और ऑनलाइन कक्षाएं जारी रखने का निर्देश दिया है। जब तक प्रदूषण स्तर में कमी नहीं आती, तब तक यह व्यवस्था लागू रहेगी।
प्रदूषण से स्कूल बंद, ऑनलाइन कक्षाओं का आदेश
पिछले 10-15 दिनों से गाजियाबाद की हवा खराब श्रेणी में है। 18 नवंबर को जिले का AQI 400 के पार पहुंचने के बाद जिलाधिकारी ने सभी स्कूलों को ऑनलाइन कक्षाएं संचालित करने का आदेश दिया। जिला विद्यालय निरीक्षक ने भी स्कूलों को निर्देश जारी किया है कि अगले आदेश तक ऑनलाइन पढ़ाई ही जारी रहेगी।
लोनी में गंभीर प्रदूषण, स्वास्थ्य पर बड़ा खतरा
लोनी का हाल सबसे बुरा है। यहां का AQI रविवार को 312 दर्ज किया गया, जो गंभीर श्रेणी में आता है। सुबह के समय घना स्मॉग छाया रहा, जिससे बच्चों, बुजुर्गों और सांस के मरीजों को अधिक दिक्कतें हो रही हैं। लोनी के सामुदायिक स्वास्थ्य केंद्र (सीएचसी) में हर दिन 10-15 मरीज सांस की समस्याओं के आ रहे हैं। पीएम 2.5 और पीएम 10 के स्तर क्रमशः 300 और 303 दर्ज किए गए हैं।
अस्पतालों में सांस और गले के मरीजों की भीड़
फिजिशियन डॉ. ओपी अग्रवाल के अनुसार, वायु में मौजूद पीएम 2.5 के कण नाक और मुंह के जरिए सीधे फेफड़ों तक पहुंच रहे हैं। इससे सांस की बीमारियां बढ़ रही हैं। दमा के मरीजों की दवाओं की खुराक बढ़ानी पड़ रही है। गले में खराश, खांसी और फेफड़ों की समस्या के मरीजों की संख्या लगातार बढ़ रही है।
कूड़े में आग से बढ़ रहा प्रदूषण
इंदिरापुरम के वसुंधरा सेक्टर-1 के जंगलों में रविवार को कूड़े में आग लगने की घटना ने हालात और बिगाड़ दिए। आग इतनी तेजी से फैली कि रैपिड रेल पुल तक पहुंच गई। दमकल विभाग की दो टीमों ने 45 मिनट की मशक्कत के बाद आग पर काबू पाया। मुख्य अग्निशमन अधिकारी (CFO) राहुल पाल ने बताया कि घटना की जांच की जा रही है।
प्रमुख क्षेत्रों में AQI स्तर
लोनी: 312 (गंभीर)
संजय नगर: 275 (बेहद खराब)
वसुंधरा: 243 (खराब)
इंदिरापुरम: 180 (संतोषजनक)
निष्कर्ष:
प्रदूषण के कारण बच्चों और बुजुर्गों को घर में रहने की सलाह दी गई है। प्रशासन और जनता को मिलकर कदम उठाने होंगे ताकि हवा की सेहत सुधारी जा सके।