Akhilesh Yadav Controversial Statement on Gaushala Sparks Political Debate
अखिलेश यादव के गौशाला पर बयान से बवाल, सियासत गरमाई
AIN NEWS 1: समाजवादी पार्टी (सपा) प्रमुख अखिलेश यादव अपने बयानों के लिए अक्सर सुर्खियों में रहते हैं। इस बार कन्नौज में दिए उनके एक बयान ने राजनीति में हलचल मचा दी है। अखिलेश यादव ने भाजपा सरकार पर तंज कसते हुए कहा कि यह सरकार दुर्गंध पसंद करती है, इसलिए गौशालाएं बनवा रही है, जबकि समाजवादी पार्टी को सुगंध पसंद है, इसलिए इत्र पार्क बनवा रही है। उनके इस बयान पर विवाद खड़ा हो गया है, और भाजपा ने इस पर तीखी प्रतिक्रिया दी है।
अखिलेश यादव का विवादित बयान
कन्नौज के बोर्डिंग मैदान में आयोजित 1108 कुंडीय महायज्ञ में अखिलेश यादव शामिल हुए थे। इस दौरान उन्होंने मां पीतांबरा की पूजा की और वहां प्रेस कॉन्फ्रेंस के दौरान भाजपा सरकार पर जमकर हमला बोला। जब उनसे मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ द्वारा दिए गए बयान, जिसमें उन्हें औरंगजेब से जोड़ा गया था, के बारे में पूछा गया, तो उन्होंने पलटवार करते हुए कहा:
“नेता जी ने जो रास्ता दिखाया, हम उसी पर चल रहे हैं। सपा के लोग विकास और खुशहाली चाहते हैं। यह बीजेपी की नफरत की दुर्गंध है। कन्नौज के सुगंध के लोग इस दुर्गंध को हटाएं। वे दुर्गंध पसंद करते हैं, इसलिए गौशाला बना रहे हैं, जबकि हम सुगंध पसंद करते थे, इसलिए इत्र पार्क बना रहे थे।”
बीजेपी ने किया पलटवार
अखिलेश यादव के इस बयान के बाद भाजपा ने उन पर तीखा हमला बोला। भाजपा नेताओं ने इसे हिंदू भावनाओं को आहत करने वाला बयान बताया और कहा कि गौशालाएं बनवाना गायों की रक्षा के लिए है, न कि किसी दुर्गंध के लिए।
मथुरा में गौसेवा करने वाले और गौशालाओं में काम करने वाले लोगों ने अखिलेश यादव के बयान पर नाराजगी जताई। गौसेवकों का कहना है कि गाय हमारी मां है और उसकी सेवा करना पुण्य का कार्य है। एक गौसेवक ने कहा, “गाय की सेवा करने से बदबू नहीं आती, यह अखिलेश यादव के दिमाग की गंदगी है। उन्हें अपना इलाज कराना चाहिए।”
सरकार के 8 साल पर अखिलेश का निशाना
अखिलेश यादव ने भाजपा सरकार के 8 साल के कार्यकाल को लेकर भी सवाल खड़े किए। उन्होंने कहा कि इस सरकार ने कन्नौज के विकास को रोक दिया है। उन्होंने आरोप लगाया कि “इतनी लूट और भ्रष्टाचार कभी नहीं हुआ। इतिहास में पहली बार एक अधिकारी अंडरग्राउंड हो गया और विधायकों पर भ्रष्टाचार के आरोप लग रहे हैं।”
उन्होंने भाजपा पर तंज कसते हुए कहा कि “नवरात्रि के दौरान योगी सरकार ने कौन सी योजना चलाई? ‘एक बोतल के साथ एक बोतल फ्री’। यह तो योगी जी का पार्टी टाइम है।”
गौशाला बनवाने पर सवाल क्यों?
अखिलेश यादव के बयान से यह सवाल उठता है कि आखिर गौशाला बनाने में क्या बुराई है? गौशालाओं का उद्देश्य बेसहारा गायों को संरक्षण देना है। भाजपा नेताओं का कहना है कि यदि सरकार गौशालाएं बनवा रही है, तो इसमें गलत क्या है?
सपा के कुछ समर्थक यह तर्क दे रहे हैं कि भाजपा सरकार गौशालाओं के नाम पर करोड़ों रुपये खर्च कर रही है, लेकिन सड़कों पर अभी भी आवारा पशु घूम रहे हैं। वहीं, भाजपा समर्थकों का कहना है कि सपा सिर्फ इत्र उद्योग को बढ़ावा देना चाहती है, लेकिन गायों की देखभाल से दूर भाग रही है।
क्या कहती है जनता?
इस बयान के बाद सोशल मीडिया पर भी बहस छिड़ गई है। कुछ लोग अखिलेश यादव के बयान को गैर-जरूरी मान रहे हैं, जबकि कुछ लोगों का कहना है कि भाजपा सिर्फ राजनीति कर रही है।
अखिलेश यादव के इस बयान ने राजनीति में नई बहस छेड़ दी है। भाजपा इसे हिंदू विरोधी बयान बता रही है, जबकि सपा इसे अपने विकास मॉडल का हिस्सा बता रही है। यह विवाद आने वाले चुनावों में कितना असर डालेगा, यह तो समय ही बताएगा, लेकिन फिलहाल यह बयान सियासी गलियारों में चर्चा का विषय बन गया है।
Akhilesh Yadav’s controversial statement on Gaushala in Kannauj has sparked a heated political debate. The Samajwadi Party chief criticized the BJP government, stating that they prefer “bad odor” by building cow shelters, while SP prefers “fragrance” by developing Itar Park. This remark has drawn sharp criticism from BJP leaders, who accused Yadav of disrespecting Hindu sentiments. The Gaushala controversy has also angered cow protectors in Mathura, who claim that cow service is a sacred duty. As the debate escalates, this issue is expected to have political ramifications in Uttar Pradesh.