AIN NEWS 1 | लखनऊ में आयोजित एक प्रेस कॉन्फ्रेंस के दौरान समाजवादी पार्टी (सपा) प्रमुख अखिलेश यादव ने कई अहम मुद्दों पर अपनी राय रखी। इस दौरान उन्होंने जगद्गुरु रामभद्राचार्य को लेकर भी एक बड़ा बयान दिया, जो अब चर्चा का विषय बना हुआ है।
रामभद्राचार्य पर टिप्पणी से बचे अखिलेश यादव
अखिलेश यादव ने कहा कि वे रामभद्राचार्य पर ज़्यादा कुछ नहीं बोलना चाहते क्योंकि ऐसा करने से विवाद खड़ा हो सकता है। उन्होंने कहा –
“रामभद्राचार्य जी दिव्यांग हैं और सम्मानित व्यक्तित्व हैं। उन्होंने मुझे डॉक्टरेट की डिग्री दी थी, हालांकि मैं उसे प्रयोग नहीं करता। हमने उनके खिलाफ दर्ज मुकदमा वापस ले लिया था। लेकिन अगर मैं उन पर कुछ कहूंगा तो विवाद खड़ा हो जाएगा।”
सपा प्रमुख ने आगे कहा कि साधु-संतों की बातों का सम्मान करना चाहिए। लेकिन समाज को जिन मुद्दों पर चर्चा करनी चाहिए, वे हैं – रोज़गार, महंगाई, पावर प्लांट, एक्सप्रेसवे और नदियों की सफाई।
भाजपा सरकार पर सीधा हमला
अखिलेश यादव ने इस मौके पर भाजपा सरकार को भी कठघरे में खड़ा किया। उन्होंने कहा कि जब तक सरकार “मुनाफाखोरी और लूट” की नीतियां बंद नहीं करेगी, जनता को राहत नहीं मिलेगी।
उन्होंने दावा किया कि –
बीजेपी के सत्ता में रहने से महंगाई लगातार बढ़ रही है।
भाजपा के जाने के बाद ही लोगों को न्याय और उनके अधिकार मिल पाएंगे।
भाजपा सरकार वोट चोरी से बनी हुई है और जब तक यह सरकार है, प्रेस को आज़ादी नहीं मिल सकती।
स्मार्ट सिटी और स्वच्छता पर सवाल
अखिलेश यादव ने स्मार्ट सिटी प्रोजेक्ट और स्वच्छता रैंकिंग को लेकर भी सरकार पर निशाना साधा। उन्होंने कहा –
“स्मार्ट सिटी का सपना दिखाया गया था, लेकिन शहरों में जगह-जगह कूड़े के ढेर लगे हैं। सरकार दावा करती है कि यूपी के तीन शहर स्वच्छता में टॉप-3 में हैं, लेकिन हकीकत कुछ और है। ऐसी संस्थाओं को ब्लैकलिस्ट कर देना चाहिए जो झूठे आंकड़े पेश करती हैं।”
विश्वकर्मा समुदाय को साधने की कोशिश
अखिलेश यादव ने प्रेस कॉन्फ्रेंस के दौरान विश्वकर्मा समुदाय के लोगों को भी आश्वासन दिया। उन्होंने कहा –
“समाजवादी पार्टी विश्वकर्मा समुदाय के साथ खड़ी है। हम नदियों के किनारे भगवान विश्वकर्मा को समर्पित स्थान बनाएंगे। 2027 के चुनाव में समाजवादी पार्टी सामाजिक न्याय और विकास के लिए मजबूत सरकार बनाएगी।”
2027 चुनाव की तैयारी
अखिलेश यादव का यह बयान साफ संकेत देता है कि सपा अब 2027 विधानसभा चुनावों की तैयारी में जुट चुकी है। वे लगातार जनता से जुड़ाव बनाने और विभिन्न समुदायों को साधने की रणनीति पर काम कर रहे हैं।
उन्होंने कहा कि सपा जनता के मुद्दों को प्रमुखता से उठाएगी और भाजपा की नीतियों के खिलाफ मज़बूत विकल्प बनेगी।