AIN NEWS 1 | समाजवादी पार्टी के प्रमुख अखिलेश यादव ने कानपुर में एक निजी कार्यक्रम में हिस्सा लिया और फिर मीडिया से बातचीत करते हुए योगी सरकार पर जमकर निशाना साधा। उन्होंने महाकुंभ 2025, रोजगार, बजट और गंगा स्नान को लेकर सरकार पर तंज कसा।
गंगा स्नान पर सरकार को घेरा
अखिलेश यादव ने कहा कि सरकार उनके गंगा स्नान पर सवाल उठा रही है। उन्होंने व्यंग्य करते हुए कहा, “जब मैं कन्नौज के मंदिर गया, तो मंदिर धुलवा दिया गया। जब मुख्यमंत्री आवास गया, तो उसे भी साफ करवा दिया गया। अब मैंने गंगा में स्नान किया, तो अब गंगा को किससे धुलवाएंगे?”
कानपुर के विकास पर सवाल
अखिलेश यादव ने कहा कि कानपुर कभी लाखों लोगों को रोजगार देता था, लेकिन अब सरकार ने इसे अनदेखा कर दिया है। उन्होंने आरोप लगाया कि पिछली और मौजूदा बजट योजनाओं में कानपुर के लिए कुछ भी नहीं रखा गया। उन्होंने याद दिलाया कि समाजवादी सरकार ने कानपुर पावर प्लांट खुलवाया था, जो देश की अर्थव्यवस्था के लिए महत्वपूर्ण था।
गंगा और यमुना के सूखने पर चिंता
यात्रा के दौरान अखिलेश यादव ने देखा कि गंगा नदी सूख रही है और वहां बच्चे क्रिकेट खेल रहे हैं। उन्होंने आशंका जताई कि मई-जून में स्थिति और खराब हो सकती है। उन्होंने कहा, “आगरा में मुख्यमंत्री मौजूद हैं, वहां यमुना भी सूख जाएगी।”
डबल इंजन सरकार पर तंज
अखिलेश ने डबल इंजन सरकार को डबल ब्रेल्डर सरकार करार देते हुए कहा कि राज्य और केंद्र सरकार के प्रदूषण बोर्ड त्रिवेणी की शुद्धता को लेकर आपस में लड़ रहे हैं। उन्होंने यह भी कहा कि विधानसभा में उर्दू भाषा को लेकर मुख्यमंत्री की टिप्पणी शर्मनाक थी, और स्पीकर केवल मुस्कुरा रहे थे।
भाषा को लेकर तंज
उन्होंने कहा कि मुख्यमंत्री को न तो स्टेशन की हिंदी आती है और न ही क्लच और स्टेयरिंग की हिंदी। इसलिए बहस का कोई फायदा नहीं क्योंकि उन्हें कुछ पता ही नहीं है।
महाकुंभ की अवधि बढ़ाने की मांग
अखिलेश यादव ने सुझाव दिया कि महाकुंभ 2025 की अवधि तब तक बढ़ाई जानी चाहिए जब तक कम से कम एक करोड़ लोग गंगा में स्नान न कर लें।
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