Amarnath Yatra 2025: No Helicopter Services for Pilgrims, Pahalgam and Baltal Declared No-Fly Zones
अमरनाथ यात्रा 2025: इस बार नहीं मिलेगी हेलीकॉप्टर सेवा, जानें क्या है वजह
AIN NEWS 1: अमरनाथ यात्रा 2025 में इस बार श्रद्धालुओं को एक महत्वपूर्ण सुविधा नहीं मिल पाएगी। हर वर्ष की तरह इस बार भी यात्रा 3 जुलाई से शुरू होकर 9 अगस्त को रक्षा बंधन के दिन समाप्त होगी, लेकिन इस बार हेलीकॉप्टर सेवा बंद रहेगी।
श्री अमरनाथ जी श्राइन बोर्ड ने एक नोटिस जारी करते हुए यह जानकारी दी है कि इस बार पहलगाम और बालटाल मार्ग को “नो फ्लाइंग ज़ोन” घोषित किया गया है। इसका मतलब है कि इन दोनों प्रमुख मार्गों पर किसी भी प्रकार की हवाई यात्रा की अनुमति नहीं होगी। ऐसे में जो श्रद्धालु पहले हेलीकॉप्टर से यात्रा करने की योजना बना रहे थे, उन्हें अब यह यात्रा पैदल, घोड़े (पोनी) या पालकी के जरिए ही पूरी करनी होगी।
📢 क्यों नहीं मिलेगी हेलीकॉप्टर सेवा?
हर साल पहलगाम और बालटाल मार्गों से हेलीकॉप्टर सेवा चलती थी, जिससे वृद्ध, बीमार या लंबी यात्रा में असमर्थ लोग आराम से बाबा बर्फानी के दर्शन कर पाते थे। लेकिन इस साल सुरक्षा कारणों और कुछ प्रशासनिक फैसलों के चलते इन दोनों मार्गों को 1 जुलाई से 10 अगस्त 2025 तक नो फ्लाइंग जोन घोषित कर दिया गया है।
इस घोषणा के बाद इन मार्गों पर हेलीकॉप्टर संचालन संभव नहीं रह गया है।
📆 यात्रा की अवधि और प्रमुख बिंदु:
यात्रा की शुरुआत: 3 जुलाई 2025
यात्रा की समाप्ति: 9 अगस्त 2025 (रक्षा बंधन)
यात्रा अवधि: कुल 38 दिन
सेवाएं उपलब्ध: पैदल यात्रा, पोनी, पालकी
हेलीकॉप्टर सेवा: इस वर्ष उपलब्ध नहीं
📲 ऑनलाइन बुकिंग और किराया व्यवस्था भी नहीं होगी
अब तक हर साल श्रद्धालु हेलीकॉप्टर सेवा के लिए ऑनलाइन बुकिंग कर सकते थे। बालटाल और पहलगाम दोनों मार्गों के लिए अलग-अलग किराया तय होता था और यात्रियों को समयानुसार टिकट मिल जाती थी। लेकिन इस साल चूंकि हेलीकॉप्टर सेवा ही नहीं होगी, ऐसे में ऑनलाइन बुकिंग और किराया निर्धारण की प्रक्रिया भी बंद रहेगी।
📍 श्रद्धालुओं के लिए जरूरी सलाह
श्री अमरनाथ जी श्राइन बोर्ड ने सभी यात्रियों से अनुरोध किया है कि वह इस नई व्यवस्था को ध्यान में रखते हुए अपनी यात्रा की योजना बनाएं। अगर कोई व्यक्ति स्वास्थ्य कारणों से पैदल यात्रा करने में असमर्थ है, तो उसे डॉक्टर से सलाह लेकर आगे की योजना बनानी चाहिए।
🚶 यात्रा के वैकल्पिक साधन
पैदल यात्रा: भक्त पहलगाम या बालटाल से पैदल यात्रा करके बाबा बर्फानी की गुफा तक पहुंच सकते हैं।
घोड़े (पोनी) की सवारी: जिन श्रद्धालुओं को लंबी यात्रा करने में कठिनाई है, वे घोड़े की सवारी का विकल्प चुन सकते हैं।
पालकी सेवा: विशेष रूप से वृद्ध या अस्वस्थ यात्रियों के लिए पालकी सेवा एक सुरक्षित विकल्प है।
🧭 सुरक्षा और प्रशासनिक तैयारियां
हर वर्ष लाखों श्रद्धालु अमरनाथ यात्रा में भाग लेते हैं। इसी को देखते हुए सरकार और सुरक्षाबल हर साल इस यात्रा के लिए विशेष तैयारियां करते हैं। नो फ्लाइंग जोन घोषित करने का फैसला भी सुरक्षा की दृष्टि से लिया गया है।
इसके चलते ऊपरी क्षेत्र में हेलीकॉप्टर की उड़ान को रोका गया है, ताकि किसी भी अनहोनी से बचा जा सके और यात्रा सुचारु रूप से चलती रहे।
अमरनाथ यात्रा 2025 में पहली बार ऐसा होगा जब हेलीकॉप्टर सेवा पूरी तरह बंद रहेगी। हालांकि यह कदम सुरक्षा कारणों से उठाया गया है, लेकिन इससे हजारों श्रद्धालु प्रभावित हो सकते हैं। ऐसे में सभी को यात्रा की योजना सावधानीपूर्वक और समय पर बनानी चाहिए।
जो श्रद्धालु बाबा बर्फानी के दर्शन के इच्छुक हैं, उन्हें पैदल, घोड़े या पालकी की सुविधा का उपयोग कर श्रद्धा और संयम के साथ यह यात्रा पूरी करनी होगी।
The Amarnath Yatra 2025 is set to begin on July 3 and conclude on August 9, but this year, pilgrims will not have access to helicopter services due to no-fly zone restrictions on the Pahalgam and Baltal routes. According to the Shri Amarnath Shrine Board, all devotees must undertake the journey either on foot, by pony, or using palkis. This significant change impacts those who previously relied on air transport for easier access to the holy cave. Helicopter booking services and fare classifications have also been suspended for 2025. Pilgrims are advised to plan accordingly.