AIN NEWS 1: हिमाचल प्रदेश की राजधानी शिमला के उपनगर संजौली में रविवार को एक मस्जिद को लेकर भारी बवाल हुआ। हिन्दू समुदाय के सैकड़ों लोगों ने संजौली में एक विशाल आक्रोश रैली निकाली, जिसमें उन्होंने मस्जिद को अवैध करार देते हुए उसे गिराने की मांग की।
मस्जिद पर आरोप और प्रदर्शन
प्रदर्शनकारी आरोप लगा रहे हैं कि संजौली में बनी मस्जिद अवैध है और उसका निर्माण प्रशासन की अनदेखी में हुआ है। उन्होंने मस्जिद के निर्माण को अवैध बताते हुए उसे ध्वस्त करने की मांग की। प्रदर्शन के दौरान, भीड़ ने सड़क पर ठेले लगाने वाले विशेष समुदाय के लोगों की दुकानें बंद करवाईं और भविष्य में ऐसी दुकानों के संचालन पर रोक लगाने की बात की।
विशेष समुदाय पर आरोप
प्रदर्शनकारियों का आरोप है कि विशेष समुदाय के लोग बाहर से आकर स्थानीय माहौल को बिगाड़ रहे हैं। उन्होंने हाल ही में मल्याणा में एक युवक पर हमले का भी उल्लेख किया, जिसे विशेष समुदाय के लोगों द्वारा तेज़ धार हथियार से किया गया था। इसके चलते स्थानीय लोग असुरक्षित महसूस कर रहे हैं।
प्रशासन की प्रतिक्रिया
भीड़ की बढ़ती नाराज़गी को देखते हुए शिमला के डीसी, एसपी और नगर निगम के कमिश्नर मौके पर पहुंचे। उन्होंने प्रदर्शनकारियों को आश्वासन दिया कि मामले की उचित जांच की जाएगी और प्रशासन आवश्यक कदम उठाएगा। नगर निगम के कमिश्नर ने बताया कि मस्जिद के ऊपरी तीन फ्लोर गैर-कानूनी हैं, जिनका मामला कोर्ट में विचाराधीन है।
मल्याणा में हमला और शांति की अपील
बीते दिनों मल्याणा में एक युवक के साथ विशेष समुदाय के लोगों द्वारा हमले का सीसीटीवी फुटेज सोशल मीडिया पर वायरल हो गया था। इसके बाद से विरोध के स्वर उठने लगे। एसपी ने भीड़ को आश्वासन दिया कि आरोपी के खिलाफ धारा 307 के तहत कार्रवाई की जाएगी और सभी कानूनी प्रक्रियाओं का पालन किया जाएगा। उन्होंने लोगों से शांति बनाए रखने की अपील की और कहा कि मामले की जांच एडीशनल एसपी करेंगे।
निष्कर्ष
संजौली में मस्जिद को लेकर उठे विवाद ने स्थानीय प्रशासन और समुदायों के बीच तनाव को बढ़ा दिया है। प्रशासन ने उचित कार्रवाई का आश्वासन दिया है, जबकि स्थानीय लोगों ने सड़कों पर ठेले लगाने वालों के खिलाफ सख्त कदम उठाने की मांग की है। इस मुद्दे पर कोर्ट में सुनवाई जारी है और सभी पहलुओं की गहन जांच की जाएगी।