लव जिहाद फंडिंग का आरोपी अनवर डकैत नेपाल भागने के बाद इंदौर कोर्ट में किया सरेंडर!

0
238

AIN NEWS 1: मध्य प्रदेश में लव जिहाद फंडिंग के आरोपों से घिरे फरार आरोपी अनवर कादरी उर्फ अनवर डकैत ने आखिरकार इंदौर की अदालत में सरेंडर कर दिया। करीब 75 दिन तक पुलिस को चकमा देने वाला यह कुख्यात आरोपी शुक्रवार को जिला एवं सत्र न्यायालय में खुद ही पेश हुआ।

पुलिस गिरफ्त से बाहर रहा 75 दिन

अनवर कादरी पर बाणगंगा थाना पुलिस ने जून महीने में दो गंभीर आपराधिक मामले दर्ज किए थे। इसके बाद पुलिस ने उसकी गिरफ्तारी पर 40 हजार रुपये का इनाम भी घोषित किया था। बावजूद इसके, बाणगंगा और सदर बाजार थाना पुलिस उसे पकड़ने में नाकाम रही। अंततः फरारी और लगातार बढ़ते दबाव से परेशान होकर उसने खुद कोर्ट में आत्मसमर्पण का रास्ता चुना।

फरारी के दौरान आर्थिक संकट

फरार रहने के दौरान अनवर को पैसों की गंभीर समस्या का सामना करना पड़ा। शुरुआत में उसने एक बैंक खाते से पैसे निकालकर अपना खर्च चलाने की कोशिश की, लेकिन खाता फ्रीज होने के बाद हालात और बिगड़ गए। पैसों की कमी पूरी करने के लिए उसे अपनी पत्नी फरहाना के सोने के कंगन तक बेचने पड़े। इन्हीं पैसों से उसने गोरखपुर से नेपाल तक की यात्रा की।

नेपाल में इंटरनेशनल सिम से करता था संपर्क

नेपाल पहुंचकर अनवर ने खुद को व्यापारी बताया और इंटरनेशनल सिमकार्ड खरीदा। इसी सिम की मदद से वह इंटरनेट कॉलिंग कर न केवल अपने परिवार और दोस्तों से जुड़ा रहा, बल्कि पुलिस की गतिविधियों पर भी नजर रखता था। वह अखबारों और ऑनलाइन खबरों के जरिए यह समझने की कोशिश करता रहा कि पुलिस उसकी तलाश में क्या-क्या कदम उठा रही है।

दूसरी पत्नी फरहाना के साथ रहा फरार

फरारी के दौरान अनवर कादरी के साथ उसकी दूसरी पत्नी फरहाना भी थी। दोनों नेपाल भागने में सफल रहे थे। वहीं, फरहाना के गहने बेचकर ही अनवर ने अपने लिए आर्थिक इंतजाम किया। पुलिस सूत्रों के अनुसार, फरहाना नेपाल से लौटते समय भी उसके साथ मौजूद थी।

मुख्यमंत्री के बयान से बढ़ा डर

मुख्यमंत्री मोहन यादव ने हाल ही में बयान दिया था कि “डकैत हो या डकैत का बाप, किसी को छोड़ा नहीं जाएगा।” इस बयान के बाद अनवर को अपनी संपत्ति पर बुलडोजर कार्रवाई और एनकाउंटर का डर सताने लगा। यही वजह रही कि नेपाल से लौटने के बाद उसने इंदौर की अदालत में सरेंडर करना ही बेहतर समझा।

अदालत में पहुंचा बदला हुआ रूप

सरेंडर से पहले अनवर ने अपने बाल रंगवाए और दाढ़ी भी कटवा दी, ताकि पहचान छिपा सके। शुक्रवार को वह कोर्ट नंबर 14 में पहुंचा और आत्मसमर्पण कर दिया। जैसे ही उसके सरेंडर की खबर कोर्ट परिसर में फैली, वहां बड़ी संख्या में लोग जमा हो गए। अदालत ने उसे 8 दिन की पुलिस रिमांड पर भेज दिया है।

लंबे आपराधिक रिकॉर्ड वाला आरोपी

अनवर कादरी के खिलाफ इंदौर के विभिन्न थानों में करीब 20 आपराधिक मामले दर्ज हैं। कुछ समय पहले उसे भारत विरोधी नारे लगाने के मामले में भी गिरफ्तार किया गया था। कलेक्टर आशीष सिंह ने उस पर रासुका भी लगाई थी।

पुलिस ने कोर्ट के माध्यम से उसे भगोड़ा घोषित कर दिया था और इनाम की घोषणा के साथ उसकी पार्षदी समाप्त करने की प्रक्रिया भी शुरू कर दी थी। संभागायुक्त दीपक सिंह ने उसे अदालत में हाजिर होने का आदेश दिया था। तय तारीख 25 अगस्त थी, लेकिन अनवर उससे पहले ही कोर्ट में पेश हो गया।

पूछताछ में खुल सकते हैं कई राज

पुलिस अब अनवर कादरी से लगातार पूछताछ कर रही है। अधिकारियों का मानना है कि उससे पूछताछ में यह पता चल सकता है कि आखिर वह किन-किन लोगों के संपर्क में था और फंडिंग की पूरी चैन कहां तक फैली हुई है।

अनवर कादरी उर्फ अनवर डकैत का कोर्ट में सरेंडर होना मध्य प्रदेश पुलिस के लिए एक बड़ी सफलता मानी जा रही है। अब देखना यह होगा कि पुलिस रिमांड के दौरान उससे कौन-कौन से राज सामने आते हैं और क्या लव जिहाद फंडिंग नेटवर्क की असली सच्चाई खुल पाएगी।

Anwar Qadri, also known as Anwar Dacoit, who was accused of funding love jihad activities in Madhya Pradesh, has finally surrendered in Indore court after being on the run for 75 days. Reports reveal that he fled to Nepal with his second wife Farhana, sold her gold bangles to survive, and used an international SIM card for internet calling to stay in touch with family and track police actions. With over 20 criminal cases registered against him, including anti-national activities, his surrender has raised questions about the wider love jihad funding network.

LEAVE A REPLY

Please enter your comment!
Please enter your name here