AIN NEWS 1 पुणे : भारतीय सेना प्रमुख जनरल उपेंद्र द्विवेदी ने हाल ही में दक्षिणी कमान मुख्यालय का दौरा किया। इस दौरान उन्हें दक्षिणी कमान की ऑपरेशनल तैयारियों की विस्तार से जानकारी दी गई। सेना के अधिकारियों ने उन्हें विभिन्न रणनीतिक पहलुओं और क्षेत्र में सेना की तैयारियों से अवगत कराया।
ऑपरेशनल तैयारियों पर फोकस
दौरे के दौरान, जनरल द्विवेदी को दक्षिणी कमान के अभियानों, सुरक्षा उपायों और क्षेत्रीय तैयारियों की पूरी जानकारी दी गई। उन्होंने सेना के जवानों और अधिकारियों के प्रयासों की सराहना की और उन्हें उच्च स्तर की तैयारियां बनाए रखने का निर्देश दिया। सेना प्रमुख ने इस बात पर जोर दिया कि देश की सुरक्षा सुनिश्चित करने के लिए हर समय सतर्क रहना जरूरी है।
‘सदर्न स्टार आइडिया इनोवेशन डिस्प्ले’ का अवलोकन
दक्षिणी कमान मुख्यालय में जनरल द्विवेदी ने ‘सदर्न स्टार आइडिया इनोवेशन डिस्प्ले’ का भी अवलोकन किया। यह प्रदर्शनी सेना की नवीनतम परियोजनाओं और स्वदेशी अनुसंधान एवं विकास (R&D) पहल को प्रदर्शित करती है।
इस कार्यक्रम में पुणे स्थित उद्योगों के सहयोग से विकसित कई इनोवेटिव परियोजनाओं को प्रदर्शित किया गया। प्रदर्शनी का उद्देश्य भारतीय सेना की आत्मनिर्भरता और स्वदेशी तकनीकों के विकास को बढ़ावा देना था।
सेना और उद्योगों के बीच सहयोग
इस अवसर पर सेना प्रमुख ने सेना और उद्योगों के बीच साझेदारी की सराहना की। उन्होंने कहा कि देश की तकनीकी क्षमता को मजबूत करने और स्वदेशी परियोजनाओं को प्रोत्साहित करने के लिए इस तरह की पहल महत्वपूर्ण है।
दक्षिणी कमान की इन पहलों से भारतीय सेना की क्षमताएं और मजबूत होंगी। जनरल द्विवेदी ने इनोवेशन और स्वदेशी विकास के क्षेत्र में किए जा रहे प्रयासों की सराहना की।
पुणे की भूमिका अहम
पुणे, जो कि भारतीय सेना और उद्योगों के लिए एक महत्वपूर्ण केंद्र है, इस तरह की पहलों का एक आदर्श स्थल बन गया है। प्रदर्शनी में दिखाई गई तकनीकों और परियोजनाओं से सेना को भविष्य की चुनौतियों का सामना करने में मदद मिलेगी।
भारतीय सेना के अनुसार, इस दौरे से सेना प्रमुख को दक्षिणी कमान की तैयारियों और इनोवेशन प्रयासों की गहरी समझ मिली। सेना प्रमुख ने दक्षिणी कमान के सभी अधिकारियों और जवानों को उनके उत्कृष्ट कार्य के लिए बधाई दी।
निष्कर्ष
जनरल द्विवेदी का यह दौरा भारतीय सेना के आत्मनिर्भरता मिशन को और अधिक मजबूती देने के साथ-साथ सेना की ऑपरेशनल तैयारियों को मजबूत करने के उद्देश्य से किया गया। पुणे स्थित उद्योगों के सहयोग से हुए इनोवेशन प्रयास न केवल सेना बल्कि पूरे देश के लिए एक बड़ी उपलब्धि हैं।