AIN NEWS 1: भारत और नेपाल के बीच सैन्य संबंधों को और मजबूत करने के उद्देश्य से भारतीय सेना के उत्तरी सेना के प्रमुख, जनरल उपेंद्र द्विवेदी, अगले सप्ताह नेपाल की आधिकारिक यात्रा पर जाएंगे। यह दौरा भारत-नेपाल के दशकों पुराने सैन्य सहयोग और सामरिक साझेदारी को और गहराई देने की दिशा में एक और महत्वपूर्ण कदम माना जा रहा है।
भारत-नेपाल सैन्य संबंध: एक सदी पुरानी साझेदारी
भारत और नेपाल के सैन्य संबंधों की जड़ें सौ साल से भी अधिक पुरानी हैं। दोनों देशों ने ऐतिहासिक और रणनीतिक साझेदारी के तहत एक-दूसरे के साथ रक्षा और सुरक्षा के कई पहलुओं पर सहयोग किया है। भारतीय और नेपाली सेनाओं के बीच प्रशिक्षण, आपदा प्रबंधन और शांति अभियानों में सहयोग इस संबंध को और मजबूती प्रदान करता है।
श्री मुक्तिनाथ मंदिर के दर्शन की योजना
इस दौरे के दौरान जनरल उपेंद्र द्विवेदी के श्री मुक्तिनाथ मंदिर के दर्शन करने की भी संभावना है। यह मंदिर नेपाल के प्रमुख धार्मिक स्थलों में से एक है और भारतीयों के लिए भी गहरी आस्था का केंद्र है।
इस यात्रा का एक भावनात्मक पहलू भी है। भारत के पहले चीफ ऑफ डिफेंस स्टाफ (सीडीएस) जनरल बिपिन रावत भी श्री मुक्तिनाथ मंदिर के दर्शन करना चाहते थे। उनकी स्मृति में फरवरी 2023 में मंदिर में ‘बिपिन बेल’ नामक एक घंटा स्थापित किया गया था। जनरल द्विवेदी का यह दौरा जनरल रावत के प्रति श्रद्धांजलि के रूप में भी देखा जा सकता है।
सैन्य कूटनीति का नया अध्याय
यह दौरा दोनों देशों के बीच सैन्य कूटनीति के एक नए अध्याय की शुरुआत है। भारत और नेपाल न केवल भौगोलिक रूप से करीब हैं, बल्कि दोनों के सामाजिक, सांस्कृतिक और ऐतिहासिक संबंध भी बेहद गहरे हैं। नेपाल के गोरखा सैनिक भारतीय सेना का अभिन्न हिस्सा हैं और दोनों सेनाओं के बीच एक विशिष्ट परंपरा चलती आ रही है, जिसमें भारत और नेपाल एक-दूसरे के सेना प्रमुखों को मानद जनरल की उपाधि से सम्मानित करते हैं।
जनरल द्विवेदी की यह यात्रा दोनों देशों के आपसी सैन्य विश्वास को और मजबूत करेगी और भविष्य में क्षेत्रीय सुरक्षा में सहयोग के नए रास्ते खोलेगी।