AIN NEWS 1: भारत ने ऑस्ट्रेलियाई थिंक टैंक लोवी इंस्टीट्यूट द्वारा जारी की गई एशिया पावर इंडेक्स 2024 की रिपोर्ट में महत्वपूर्ण उपलब्धि हासिल करते हुए जापान को पछाड़ दिया है। अब भारत एशिया में तीसरे सबसे शक्तिशाली देश के रूप में अपनी जगह बना चुका है।
रिपोर्ट की मुख्य बातें
इस इंडेक्स में भारत को 39.1 पॉइंट मिले हैं, जबकि जापान को 38.9 पॉइंट प्राप्त हुए। यह मामूली अंतर भारत की बढ़ती शक्ति और प्रभाव को दर्शाता है। रिपोर्ट के मुताबिक, भारत अब केवल अमेरिका और चीन से पीछे है, जो क्रमशः पहले और दूसरे स्थान पर काबिज़ हैं।
एशिया पावर इंडेक्स क्या है?
एशिया पावर इंडेक्स एक वार्षिक रिपोर्ट है, जो एशिया में देशों की सापेक्ष शक्ति को मापने और रैंक करने का काम करती है। यह आर्थिक संसाधन, सैन्य क्षमता, राजनीतिक प्रभाव, डिप्लोमैटिक नेटवर्क और सांस्कृतिक प्रभाव जैसे आठ मापदंडों के आधार पर देशों का आकलन करती है।
भारत की उपलब्धि क्यों है खास?
आर्थिक विकास: भारत की मजबूत आर्थिक स्थिति ने इसे इस रैंकिंग में ऊपर ले जाने में अहम भूमिका निभाई है।
सैन्य क्षमता: भारत की सैन्य शक्ति और क्षेत्रीय सुरक्षा में योगदान भी इस रैंकिंग में सुधार का बड़ा कारण है।
डिप्लोमैटिक नेटवर्क: वैश्विक और क्षेत्रीय मंचों पर भारत की सक्रिय भागीदारी इसे अन्य देशों की तुलना में अधिक प्रभावशाली बनाती है।
सांस्कृतिक प्रभाव: भारतीय संस्कृति, तकनीकी नवाचार और वैश्विक कूटनीति में बढ़ता प्रभाव भी इसमें शामिल है।
जापान से कैसे आगे बढ़ा भारत?
भारत और जापान के बीच रैंकिंग का अंतर केवल 0.2 पॉइंट का है। विशेषज्ञों का मानना है कि भारत की तेज़ी से बढ़ती अर्थव्यवस्था और वैश्विक मंच पर उसकी सक्रिय भूमिका ने इस बदलाव को संभव बनाया है। वहीं, जापान की स्थिर लेकिन धीमी आर्थिक प्रगति और कम सैन्य निवेश ने उसकी रैंकिंग पर असर डाला।
भविष्य की संभावनाएं
विशेषज्ञों के अनुसार, भारत की यह बढ़त न केवल उसकी वर्तमान स्थिति को दर्शाती है बल्कि यह भी संकेत देती है कि आने वाले वर्षों में भारत अपनी ताकत और प्रभाव को और अधिक मजबूत करेगा। अगर आर्थिक और सैन्य क्षेत्र में सुधार जारी रहा, तो भारत एशिया में और ऊंचाई तक पहुंच सकता है।
एशिया पावर इंडेक्स 2024 में भारत का तीसरा स्थान प्राप्त करना न केवल देश की शक्ति और प्रभाव को दर्शाता है, बल्कि यह भी दिखाता है कि भारत अब एक वैश्विक शक्ति के रूप में उभर रहा है।