AIN NEWS 1 नई दिल्ली: एयर इंडिया से जुड़ी एक चौंकाने वाली घटना सामने आई है। चंचल त्यागी, जो एयर इंडिया सेट्स में असिस्टेंट के पद पर कार्यरत हैं, ने कंपनी के PCM मोहम्मद महजबीन अख्तर पर गंभीर आरोप लगाए हैं। उनका कहना है कि उन्हें धार्मिक स्वतंत्रता के मामले में भेदभाव का सामना करना पड़ रहा है।
चंचल ने बताया कि पूजा करने के बाद उन्हें टिका लगाने से रोका जाता है, जबकि मोहम्मद महजबीन ने मुस्लिम कर्मचारियों को ड्यूटी के दौरान नमाज़ पढ़ने की छूट दी है। इस असमान व्यवहार को लेकर चंचल ने गहरी निराशा व्यक्त की और पूछा कि आखिर उनके साथ ऐसा भेदभाव क्यों किया जा रहा है।
चंचल के अनुसार, यह मामला न केवल उनके व्यक्तिगत अधिकारों का उल्लंघन करता है, बल्कि कार्यस्थल पर समानता के सिद्धांतों का भी मखौल उड़ाता है। उन्होंने इस भेदभाव को स्पष्ट रूप से दर्शाते हुए कहा कि यदि एक धर्म के अनुयाइयों को विशेष सुविधाएं दी जा रही हैं, तो उन्हें भी अपनी धार्मिक प्रथाओं का पालन करने का समान अधिकार मिलना चाहिए।
इस घटना ने एयर इंडिया के भीतर कार्यस्थल की संस्कृति और नीतियों पर सवाल उठाए हैं। चंचल ने अपनी आवाज उठाते हुए बताया कि उन्हें अपने अधिकारों के लिए संघर्ष करना पड़ रहा है। उन्होंने संबंधित अधिकारियों से उचित कार्रवाई की मांग की है, ताकि भविष्य में इस प्रकार के भेदभाव को रोका जा सके।
चंचल के बयान ने न केवल एयर इंडिया के भीतर की स्थितियों को उजागर किया है, बल्कि यह सवाल भी उठाया है कि क्या ऐसी घटनाएं अन्य संगठनों में भी हो रही हैं। उन्होंने बताया कि उनके साथी कर्मचारी भी इस भेदभाव के खिलाफ हैं और उन्हें समर्थन दिया है।
इस पूरे मामले पर एयर इंडिया के अधिकारियों ने अभी तक कोई आधिकारिक बयान नहीं दिया है। चंचल ने यह भी कहा कि वह इस मुद्दे को उठाने में पीछे नहीं हटेंगी और उम्मीद करती हैं कि उनका मामला अन्य लोगों के लिए भी एक उदाहरण बनेगा।
चंचल की यह कहानी न केवल उनकी व्यक्तिगत लड़ाई को दर्शाती है, बल्कि यह एक महत्वपूर्ण संदेश भी देती है कि कार्यस्थल पर भेदभाव के खिलाफ आवाज उठाना आवश्यक है। ऐसे में एयर इंडिया को चाहिए कि वह इस मुद्दे को गंभीरता से ले और सभी कर्मचारियों को समान अधिकार प्रदान करे, ताकि सभी को एक समान और सुरक्षित कार्य वातावरण मिल सके।
इस घटना के बाद यह स्पष्ट है कि एयर इंडिया को अपने कार्यस्थल की नीतियों की समीक्षा करनी होगी और सुनिश्चित करना होगा कि सभी कर्मचारियों के साथ समानता और सम्मान के साथ व्यवहार किया जाए।