AIN NEWS 1: बांग्लादेश के चट्टोग्राम में हाल ही में तीन हिंदू मंदिरों पर हमले की घटना सामने आई है। सैकड़ों की भीड़ ने अल्लाह हू अकबर के नारे लगाते हुए मंदिरों पर ईंट और पत्थर फेंके, जिससे शनि मंदिर और अन्य दो मंदिरों के द्वार क्षतिग्रस्त हो गए। इस हमले के बाद पूरे देश में विरोध प्रदर्शन और तनाव बढ़ गया है।
विरोध प्रदर्शन और मंदिरों पर हमला
न्यूज पोर्टल ‘बीडीन्यूज24 डॉट कॉम’ के अनुसार, यह घटना चट्टोग्राम के हरीश चंद्र मुनसेफ लेन में दोपहर करीब 2:30 बजे हुई। हमलावरों ने शांतानेश्वरी मातृ मंदिर, शनि मंदिर और शांतनेश्वरी कालीबाड़ी मंदिर को निशाना बनाया। इन मंदिरों के द्वारों को बुरी तरह से क्षतिग्रस्त किया गया। हमले के दौरान, इस क्षेत्र में लोगों ने हिंसक विरोध प्रदर्शन किया और मंदिरों पर तोड़फोड़ की।
इस्कॉन के पूर्व सदस्य के खिलाफ मामला दर्ज
यह हिंसक घटना उस समय हुई जब इस्कॉन (इंटरनेशनल सोसाइटी फॉर कृष्णा कंसियसनेस) के एक पूर्व सदस्य के खिलाफ देशद्रोह का मामला दर्ज किया गया था। इस कदम से स्थानीय समुदाय में आक्रोश फैल गया और चट्टोग्राम में विरोध प्रदर्शन शुरू हो गए। विरोधियों का आरोप है कि इस मामले ने धार्मिक तनाव को बढ़ावा दिया और नफरत फैलाने का काम किया।
बांग्लादेश में धार्मिक तनाव और हिंसा
बांग्लादेश में हिंदू समुदाय को अक्सर धार्मिक भेदभाव और हिंसा का सामना करना पड़ता है। पिछले कुछ वर्षों में, विशेष रूप से अल्पसंख्यक हिंदू समुदाय के खिलाफ कई हमले हुए हैं, जो चिंता का विषय बने हुए हैं। ये हमले न केवल धार्मिक सौहार्द को प्रभावित करते हैं, बल्कि देश की आंतरिक शांति और सुरक्षा पर भी खतरा उत्पन्न करते हैं।
विरोध और सरकार की प्रतिक्रिया
इस घटना के बाद, चट्टोग्राम में व्यापक विरोध प्रदर्शन शुरू हो गए हैं। हिंदू संगठनों और अन्य समाजिक संगठनों ने सरकार से उचित कार्रवाई की मांग की है। कई स्थानों पर सड़कों पर उतरकर लोगों ने नारेबाजी की और आरोपियों के खिलाफ कड़ी सजा की अपील की। बांग्लादेश सरकार ने मामले की जांच शुरू कर दी है, और अधिकारियों का कहना है कि दोषियों को जल्द सजा दी जाएगी।
इस हिंसक घटना के बाद बांग्लादेश में धार्मिक उन्माद और तनाव का माहौल है। देश के हिंदू समुदाय को सुरक्षा देने और इस तरह की घटनाओं को रोकने के लिए सरकार को कठोर कदम उठाने की आवश्यकता है।