Azam Khan Objected to Hanuman Idol in Car, Reveals Former UP DGP Vikram Singh
आजम खां ने हनुमान जी की मूर्ति पर जताई आपत्ति, यूपी के पूर्व डीजीपी विक्रम सिंह का बड़ा खुलासा
AIN NEWS 1: उत्तर प्रदेश के पूर्व पुलिस महानिदेशक (DGP) विक्रम सिंह ने हाल ही में एक पॉडकास्ट में समाजवादी पार्टी के वरिष्ठ नेता आजम खां को लेकर चौंकाने वाला खुलासा किया है। विक्रम सिंह के अनुसार, एक बार आजम खां ने उनकी गाड़ी में लगी एक छोटी सी हनुमान जी की मूर्ति पर कड़ी आपत्ति जताई थी और इस बात को लेकर वो काफी नाराज हो गए थे।
हनुमान जी की मूर्ति से क्यों भड़के आजम खां?
विक्रम सिंह ने बताया कि जब वे यूपी पुलिस के वरिष्ठ अधिकारी थे, तब एक बार उनकी कार में ड्राइवर ने हनुमान जी की एक छोटी सी मूर्ति लगाई थी। यह देखकर आजम खां भड़क गए और उन्होंने आपत्ति दर्ज कराई। इस पर विक्रम सिंह ने स्पष्ट कहा कि मूर्ति नहीं हटेगी।
उन्होंने बताया, “वह गाड़ी मेरे एक पूर्व अधिकारी की थी, और मैंने उसे बिना किसी बदलाव के वैसे ही इस्तेमाल करना शुरू किया था। न मैंने सीट कवर बदले, न एक्सेसरीज़। ड्राइवर ने जो मूर्ति लगाई थी, उसे हटाने के लिए भी मैंने मना कर दिया।”
“मैं सिर्फ कानून के दायरे में काम करता था”
विक्रम सिंह ने बताया कि वे हमेशा नियम और कानून के अनुसार काम करते थे। इसी वजह से कई नेताओं को उनसे असुविधा होती थी। उन्होंने कहा, “मैं सिर्फ लीगल काम करता था। उन लोगों के लिए मैं इनकन्विनिएंट था। लेकिन मैंने कभी अपने सिद्धांतों से समझौता नहीं किया।”
योगी आदित्यनाथ पर हमले की साजिश का खुलासा
इस पॉडकास्ट में विक्रम सिंह ने एक और बड़े षड्यंत्र का जिक्र किया, जो यूपी के मुख्तार अंसारी गिरोह से जुड़ा था। उन्होंने बताया कि जब योगी आदित्यनाथ एक जुलूस में जा रहे थे, तब आजमगढ़ और मऊ इलाके में उन पर हमले की साजिश रची गई थी।
विक्रम सिंह ने कहा, “मुख्तार अंसारी और उसके गैंग ने एक सुनियोजित योजना के तहत रास्तों को जाम करने के लिए खटारा बसों को खड़ा किया और उनमें आग लगा दी। इससे निकलने के सारे रास्ते बंद हो जाते, और फिर स्नाइपर या शार्पशूटर हमले के लिए तैयार रहते।”
तत्काल एक्शन में आए डीजीपी
जैसे ही इस हमले की जानकारी विक्रम सिंह को मिली, उन्होंने तत्काल संबंधित एसपी को फोन करके हालात संभालने के निर्देश दिए। उन्होंने सख्त लहजे में कहा, “अगर हालात काबू में नहीं आए, तो मैं ऐसी कार्रवाई करूंगा कि जनरल डायर को भी लोग भूल जाएंगे।”
इसके बाद उन्होंने हेलीकॉप्टर से मौके पर पहुंचने की तैयारी की और कमांडो फोर्स को भी अलर्ट कर दिया। उन्होंने बताया कि उनकी कड़ी प्रतिक्रिया और तैयारी देखकर किसी की हिम्मत नहीं हुई कि हमला किया जाए। अंततः हालात पर नियंत्रण पा लिया गया और भारी मात्रा में हथियार भी बरामद किए गए।
इस इंटरव्यू से दो बातें स्पष्ट होती हैं — पहली, आजम खां का धार्मिक प्रतीकों को लेकर नजरिया और दूसरा, उत्तर प्रदेश की राजनीति में किस हद तक षड्यंत्र और हिंसा की योजना बनाई जाती रही है। विक्रम सिंह का यह बयान न सिर्फ प्रशासनिक दृढ़ता को दर्शाता है, बल्कि यह भी दिखाता है कि किस तरह से धार्मिक और राजनीतिक विचारधाराएं टकराव का कारण बनती रही हैं।
In a shocking revelation, former UP DGP Vikram Singh shared how Azam Khan objected to a small Hanuman idol placed in his car, leading to a tense exchange. This incident highlights the controversial stance of Azam Khan on religious symbols. Singh also disclosed a serious conspiracy involving Mukhtar Ansari against Yogi Adityanath. These revelations shed light on deep-rooted political and communal tensions in UP, adding new dimensions to the Azam Khan news and ongoing Hanuman idol controversy.