AIN NEWS 1 | सन्नी की शादी पिछले साल धूमधाम से अंकिता नाम की युवती से हुई थी। वह अपने परिवार का इकलौता बेटा था और गांव में जनसेवा केंद्र चलाता था। शादी के बाद कुछ महीने सब सामान्य रहा, लेकिन धीरे-धीरे रिश्तों में दरार आने लगी। कारण था अंकिता का गांव के ही एक युवक, डॉ. अय्यूब, से बढ़ता नजदीकी रिश्ता।
सन्नी ने जब पत्नी की हरकतों पर शक किया, तो उसने कई बार शांतिपूर्वक समझाने की कोशिश की। लेकिन अंकिता न तो अपने प्रेमी से रिश्ता तोड़ने को तैयार थी और न ही वैवाहिक जीवन को बचाने के लिए कोई प्रयास कर रही थी।
साजिश और हत्या की खौफनाक कहानी
मीडिया रिपोर्ट्स और परिजनों के अनुसार, अंकिता और डॉ. अय्यूब ने मिलकर सन्नी को रास्ते से हटाने की साजिश रची। दोनों ने एक दिन पेट्रोल लाकर सन्नी पर डाल दिया और उसे आग के हवाले कर दिया। यह हमला इतना बर्बर था कि देखने और सुनने वाले लोगों के रोंगटे खड़े हो गए।
इलाज और जीवन की जंग
गंभीर रूप से झुलसे सन्नी को पहले मेरठ के एक अस्पताल में भर्ती कराया गया, जहां से हालत बिगड़ने पर उसे दिल्ली के सफदरजंग अस्पताल रेफर किया गया। वहां डॉक्टरों ने एक सप्ताह तक उसे बचाने की भरपूर कोशिश की, लेकिन आखिरकार 27 जुलाई 2025 को उसने दम तोड़ दिया।
परिवार का आक्रोश और कार्रवाई की मांग
सन्नी की मौत के बाद परिवार में कोहराम मच गया। परिजनों का आरोप है कि एफआईआर दर्ज होने के बावजूद एक सप्ताह तक पुलिस ने न तो अंकिता को गिरफ्तार किया, न ही डॉ. अय्यूब को। इससे नाराज परिजनों ने सन्नी का अंतिम संस्कार करने से इनकार कर दिया और शव के साथ धरने पर बैठ गए।
गांववालों ने भी इस अमानवीय घटना के खिलाफ आवाज उठाई और दोषियों की त्वरित गिरफ्तारी व फास्ट-ट्रैक कोर्ट में सुनवाई की मांग की।
गांव में मातम और उबाल
इस घटना से पूरा गांव स्तब्ध है। हर तरफ शोक और गुस्से का माहौल है। ग्रामीणों का कहना है कि अगर समय रहते पुलिस ने कार्रवाई की होती या सामाजिक स्तर पर रिश्तों में इस तरह की गिरावट रोकी गई होती, तो शायद सन्नी की जान बचाई जा सकती थी।
पुलिस की स्थिति और जांच
बागपत पुलिस ने इस मामले को गंभीरता से लेते हुए जांच तेज करने की बात कही है। अधिकारियों का कहना है कि दोनों आरोपियों की तलाश जारी है और जल्द ही उन्हें पकड़कर कड़ी कार्रवाई की जाएगी। साथ ही यह केस फास्ट-ट्रैक कोर्ट में भेजे जाने की संभावना जताई जा रही है ताकि पीड़ित परिवार को शीघ्र न्याय मिल सके।
रिश्तों पर गहरा सवाल
यह घटना केवल एक हत्या नहीं थी, यह रिश्तों की हत्या थी। एक पत्नी, जिसने विश्वास की डोर को तोड़ दिया और एक प्रेमी, जिसने एक पति की जान ले ली। यह सोचने पर मजबूर कर देता है कि आज के समाज में विवाह जैसे पवित्र बंधन की अहमियत कितनी तेजी से खत्म होती जा रही है।
समाज को क्या सीख मिलती है?
विश्वासघात और अनैतिक संबंध न केवल व्यक्तिगत जीवन को, बल्कि पूरे समाज की आत्मा को भी झकझोरते हैं।
अगर रिश्तों में संवाद और पारदर्शिता हो, तो ऐसी घटनाओं से बचा जा सकता है।
पुलिस और प्रशासन को ऐसे मामलों में त्वरित कार्रवाई करनी चाहिए ताकि अपराधियों को समाज में खुला न छोड़ा जाए।
प्रेम, अगर जिम्मेदार और ईमानदार हो, तो सुंदर होता है, लेकिन जब वह अंधा और स्वार्थी बन जाए, तो विनाशकारी बन सकता है।
बागपत की यह दिल दहला देने वाली वारदात हमें यह सोचने पर मजबूर करती है कि आज हम किस दिशा में जा रहे हैं? एक पति, जिसने प्यार और समझौते से अपनी शादी को बचाने की कोशिश की, आखिरकार अपनी ही पत्नी और उसके प्रेमी के हाथों आग में जलकर खत्म हो गया।
अब जिम्मेदारी प्रशासन, कानून और समाज की है कि इस केस को जल्द से जल्द न्याय दिलाया जाए और दोषियों को ऐसी सजा मिले जो एक मिसाल बने।
In a horrifying crime from Baghpat, Uttar Pradesh, a woman named Ankita and her alleged lover Dr Ayub set her husband Sunny on fire, leading to his death after a week-long hospital battle. The incident, rooted in an extramarital affair, has sparked outrage as locals demand swift justice. Despite an FIR, no arrests were made for a week, raising serious concerns about the handling of such heinous crimes. This Baghpat murder case has shocked the nation and highlighted the dangers of betrayal, relationship violence, and delayed legal action.