AIN NEWS 1 | उत्तर प्रदेश के मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ अपने दो दिवसीय बलरामपुर दौरे पर हैं। इस दौरे के दूसरे दिन उनका कार्यक्रम धार्मिक आस्था और विकास कार्यों दोनों से जुड़ा हुआ रहा।
मां पाटेश्वरी की आराधना
सीएम योगी आदित्यनाथ रविवार सुबह देवीपाटन शक्तिपीठ पहुंचे, जहां उन्होंने मां पाटेश्वरी के चरणों में स्नान कर भक्ति भाव से पूजा-अर्चना की। करीब आधे घंटे तक उन्होंने शक्ति स्वरूपा मां की विधिवत आराधना की। इस दौरान मंदिर परिसर में भक्तों की भीड़ रही और सभी ने मुख्यमंत्री के साथ मां पाटेश्वरी का आशीर्वाद प्राप्त किया।
योगी आदित्यनाथ ने कहा कि मां पाटेश्वरी पूरे प्रदेश और देश के भक्तों की आराध्य देवी हैं। उनका आशीर्वाद हमेशा समाज और प्रदेश की प्रगति में सहायक रहा है।
धार्मिक आस्था और राजनीति का संगम
मुख्यमंत्री का यह दौरा केवल धार्मिक आस्था तक सीमित नहीं है, बल्कि इसे जनता से सीधे जुड़ाव और विकास योजनाओं की गति से भी जोड़ा जा रहा है। बलरामपुर हमेशा से धार्मिक और सांस्कृतिक दृष्टि से महत्वपूर्ण रहा है। देवीपाटन शक्तिपीठ को नवरात्र और विशेष अवसरों पर लाखों श्रद्धालु दर्शन करने आते हैं। मुख्यमंत्री के यहां पहुंचने से न सिर्फ मंदिर की महत्ता बढ़ती है, बल्कि स्थानीय लोगों में भी उत्साह का संचार होता है।
विकास परियोजनाओं का शिलान्यास और उद्घाटन
सीएम योगी अपने दौरे में बलरामपुर जिले के घुघुलपुर से लगभग 825 करोड़ रुपये की परियोजनाओं का उद्घाटन और शिलान्यास करेंगे। इन परियोजनाओं में सड़क निर्माण, पेयजल, बिजली, शिक्षा और स्वास्थ्य सुविधाओं से संबंधित योजनाएं शामिल हैं।
इन परियोजनाओं के पूरा होने से जिले के हजारों लोगों को सीधा लाभ मिलेगा। ग्रामीण इलाकों में रोजगार के अवसर बढ़ेंगे और बुनियादी ढांचे में सुधार होगा। मुख्यमंत्री ने कहा कि सरकार का लक्ष्य हर जिले को विकास की मुख्यधारा से जोड़ना है, ताकि गांव से लेकर शहर तक सभी को समान सुविधाएं मिल सकें।
शिक्षा क्षेत्र में प्रगति
इस दौरे के दौरान मुख्यमंत्री मां पाटेश्वरी राज्य विश्वविद्यालय के भवन निर्माण कार्य की प्रगति का भी निरीक्षण करेंगे। यह विश्वविद्यालय बलरामपुर और आसपास के जिलों के छात्रों के लिए शिक्षा का बड़ा केंद्र साबित होगा। उच्च शिक्षा के अवसर बढ़ेंगे और छात्रों को दूर-दराज़ जाने की जरूरत नहीं होगी।
योगी आदित्यनाथ ने पहले भी कई बार कहा है कि प्रदेश की तरक्की शिक्षा और कौशल विकास से ही संभव है। इसी सोच को आगे बढ़ाने के लिए राज्य सरकार नए विश्वविद्यालयों और महाविद्यालयों की स्थापना पर जोर दे रही है।
विकास कार्यों की समीक्षा
सीएम योगी आदित्यनाथ जिले में चल रही अन्य विकास योजनाओं की भी समीक्षा करेंगे। इसमें सड़क, स्वास्थ्य, स्वच्छता, पेयजल और बिजली से जुड़ी योजनाएं प्रमुख हैं।
उन्होंने अधिकारियों को निर्देश दिया है कि हर योजना का लाभ सीधे जनता तक पहुंचे और किसी भी प्रकार की लापरवाही बर्दाश्त नहीं की जाएगी। साथ ही उन्होंने कहा कि सरकार की प्राथमिकता गरीबों और किसानों को सुविधाएं उपलब्ध कराना है।
जनता से सीधा जुड़ाव
मुख्यमंत्री के इस दौरे को जनता से सीधे जुड़ाव की पहल के रूप में भी देखा जा रहा है। लोग उनसे उम्मीद करते हैं कि उनके नेतृत्व में बलरामपुर और आसपास के जिले तेज़ी से विकास की राह पर आगे बढ़ेंगे। स्थानीय नागरिकों का कहना है कि मुख्यमंत्री का लगातार जिले में आना इस बात का संकेत है कि सरकार वास्तव में जमीनी स्तर पर बदलाव चाहती है।
धार्मिक पर्यटन को बढ़ावा
देवीपाटन शक्तिपीठ को उत्तर भारत के प्रमुख शक्तिपीठों में गिना जाता है। मुख्यमंत्री का यहां आना धार्मिक पर्यटन को भी बढ़ावा देगा। सरकार की योजना है कि प्रदेश के प्रमुख धार्मिक स्थलों को आधुनिक सुविधाओं से लैस कर पर्यटन को प्रोत्साहित किया जाए। इससे स्थानीय व्यापारियों और युवाओं को भी रोजगार मिलेगा।
सीएम योगी आदित्यनाथ का बलरामपुर दौरा धार्मिक आस्था और विकास दोनों का संगम है। एक ओर उन्होंने मां पाटेश्वरी की आराधना कर प्रदेश की समृद्धि और शांति की प्रार्थना की, वहीं दूसरी ओर 825 करोड़ की परियोजनाओं की सौगात देकर विकास का संदेश भी दिया।
यह दौरा न सिर्फ बलरामपुर बल्कि पूरे प्रदेश के लिए महत्वपूर्ण है क्योंकि इससे यह संदेश जाता है कि सरकार आस्था, शिक्षा और विकास—तीनों मोर्चों पर एक साथ काम कर रही है।