AIN NEWS 1: कैलिफोर्निया में बीएपीएस श्री स्वामीनारायण मंदिर पर हाल ही में हुए हमले ने दुनिया भर में हिंदू समुदाय के लोगों को चिंता में डाल दिया है। इस हमले के संदर्भ में, कोलकाता अंतर्राष्ट्रीय सोसाइटी फॉर कृष्णा कॉन्शियसनेस (ISKCON) के उपाध्यक्ष राधारमण दास ने अपने विचार व्यक्त किए।
#WATCH | On vandalism of BAPS Shri Swaminarayan temple in California, Radharaman Das, Vice President, Kolkata International Society for Krishna Consciousness (ISKCON), says, "Not only America, there have been attacks on the Hindu places of worship throughout the world. The attack… pic.twitter.com/ZL6y67yE7K
— ANI (@ANI) September 26, 2024
हमले की पृष्ठभूमि
राधारमण दास ने कहा कि यह हमला केवल अमेरिका तक सीमित नहीं है, बल्कि हिंदू पूजा स्थलों पर हमले विश्वभर में हो रहे हैं। उन्होंने स्पष्ट किया कि यह स्थिति न केवल भारत में, बल्कि विभिन्न देशों में भी देखी जा रही है।
धार्मिक स्वतंत्रता पर सवाल
दास ने आगे कहा, “यह दुर्भाग्यपूर्ण है कि अमेरिका जैसे देश में, जो सभी को अपने धर्म का पालन करने का अधिकार देता है, ऐसे हमले हो रहे हैं। यह एक गंभीर चिंता का विषय है कि धार्मिक सहिष्णुता को चुनौती दी जा रही है।”
वैश्विक हिंदू समुदाय की चिंताएँ
उन्होंने यह भी उल्लेख किया कि बांग्लादेश में हालिया घटनाएँ, जहां दुर्गा पूजा पर प्रतिबंध लगाने की मांग की जा रही है, हिंदू धर्म के अनुयायियों के लिए एक बड़ी चिंता का विषय हैं। राधारमण दास ने कहा, “इस प्रकार की घटनाएँ हमें एकजुट होने की आवश्यकता बताती हैं।”
सख्त कार्रवाई की अपील
उन्हें उम्मीद है कि कैलिफोर्निया के स्वामीनारायण मंदिर पर हमले के मामले में सख्त कार्रवाई की जाएगी। उन्होंने कहा, “हम सभी को मिलकर इस मुद्दे को उठाना होगा और उन लोगों के खिलाफ कार्रवाई की मांग करनी होगी जो इस प्रकार के घृणित कार्य करते हैं।”
निष्कर्ष
यह घटना हमें याद दिलाती है कि धार्मिक सहिष्णुता को बनाए रखना कितना महत्वपूर्ण है। राधारमण दास की बातें इस बात का संकेत हैं कि हिंदू समुदाय एकजुटता के साथ इस प्रकार के हमलों के खिलाफ आवाज उठाएगा। सभी धर्मों का सम्मान करना और हर किसी को अपने विश्वास के अनुसार जीने की स्वतंत्रता देना ही सही मानवता का धर्म है।
उम्मीद है कि भविष्य में ऐसी घटनाएँ न हों और सभी को अपने धर्म का पालन करने की पूरी स्वतंत्रता मिले।