AIN NEWS 1 | उत्तर प्रदेश के बरेली ज़िले में हाल ही में ‘आई लव मोहम्मद’ नारे को लेकर बड़ा विवाद खड़ा हो गया। इस मामले ने न सिर्फ स्थानीय स्तर पर बल्कि पूरे प्रदेश में कानून-व्यवस्था की स्थिति को लेकर चिंता बढ़ा दी है। इसी बीच प्रदेश सरकार के कैबिनेट मंत्री धर्मपाल सिंह ने इस विवाद पर कड़ा बयान दिया है।
मंत्री धर्मपाल सिंह का बयान
मंत्री धर्मपाल सिंह ने कहा कि ‘आई लव मोहम्मद’ नारे के जरिए तौकीर रज़ा ने बरेली का माहौल खराब करने की कोशिश की है। उन्होंने इसे बेहद गंभीर मामला बताते हुए कहा कि योगी सरकार कानून से खिलवाड़ करने वालों को किसी भी कीमत पर बख्शेगी नहीं।
मंत्री ने साफ शब्दों में कहा कि उत्तर प्रदेश सरकार की प्राथमिकता कानून-व्यवस्था बनाए रखना है। बरेली और पूरे प्रदेश में कानून पूरी तरह से अपना काम कर रहा है और किसी भी व्यक्ति को समाज का माहौल बिगाड़ने की इजाजत नहीं दी जाएगी।
प्रशासन की सख्ती
इस मामले में उच्च स्तरीय बैठक पहले ही हो चुकी है। प्रशासन ने स्पष्ट किया है कि घटना की जांच गंभीरता से की जा रही है और हर दोषी के खिलाफ कार्रवाई होगी। मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ ने भी इस मामले को गंभीरता से लिया है और अधिकारियों को सख्त निर्देश दिए हैं कि कानून व्यवस्था से कोई समझौता नहीं होना चाहिए।
तौकीर रज़ा पर आरोप
धर्मपाल सिंह ने आरोप लगाया कि तौकीर रज़ा का मकसद केवल बरेली ही नहीं, बल्कि पूरे उत्तर प्रदेश का माहौल खराब करना था। उन्होंने कहा कि ऐसे लोगों के खिलाफ कार्रवाई जरूरी है ताकि भविष्य में कोई भी व्यक्ति इस तरह का कदम उठाने की हिम्मत न कर सके।
जनता में चिंता और प्रशासन की चुनौती
इस घटना के बाद बरेली में आम नागरिकों में चिंता का माहौल है। लोग पूछ रहे हैं कि आखिर ऐसे विवादास्पद नारे की जरूरत क्यों पड़ी। वहीं प्रशासन के लिए यह बड़ी चुनौती है कि वह कानून-व्यवस्था बनाए रखते हुए जनता का विश्वास कायम रखे।
पुलिस ने घटना स्थल पर सुरक्षा व्यवस्था कड़ी कर दी है। संवेदनशील इलाकों में अतिरिक्त पुलिस बल तैनात किया गया है। सोशल मीडिया पर भी कड़ी निगरानी रखी जा रही है ताकि किसी तरह की अफवाह न फैल सके।
कानून का सख्त संदेश
योगी सरकार लगातार यह संदेश दे रही है कि उत्तर प्रदेश में कानून से ऊपर कोई नहीं है। चाहे व्यक्ति कितना भी प्रभावशाली क्यों न हो, यदि वह समाज में अशांति फैलाने की कोशिश करेगा तो उसके खिलाफ सख्त कार्रवाई की जाएगी।
मंत्री धर्मपाल सिंह ने कहा कि अपराधियों और माहौल बिगाड़ने वालों को किसी भी कीमत पर बख्शा नहीं जाएगा। उन्होंने लोगों से अपील की कि वे अफवाहों पर ध्यान न दें और प्रशासन पर भरोसा रखें।
राजनीतिक और सामाजिक प्रभाव
‘आई लव मोहम्मद’ विवाद ने राजनीतिक हलचल भी तेज कर दी है। विपक्षी दल सरकार की भूमिका पर सवाल उठा रहे हैं, जबकि सरकार यह साबित करने की कोशिश कर रही है कि कानून का राज कायम है।
सामाजिक स्तर पर भी इस घटना ने तनाव बढ़ाया है। कई समुदायों के लोग शांति बनाए रखने की अपील कर रहे हैं ताकि स्थिति और न बिगड़े।
मुख्यमंत्री की सख्त निगरानी
मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ ने स्वयं इस मामले का संज्ञान लिया है और प्रशासन को सख्ती से काम करने का निर्देश दिया है। उनका मानना है कि प्रदेश की कानून व्यवस्था से खिलवाड़ किसी भी सूरत में बर्दाश्त नहीं किया जाएगा।
मुख्यमंत्री ने अधिकारियों को निर्देश दिया है कि दोषियों की पहचान कर उन्हें कानून के मुताबिक सख्त सजा दी जाए।
बरेली में उठे ‘आई लव मोहम्मद’ विवाद ने यह साफ कर दिया है कि उत्तर प्रदेश सरकार कानून-व्यवस्था के मुद्दे पर कोई समझौता करने के मूड में नहीं है। मंत्री धर्मपाल सिंह का बयान इस बात की पुष्टि करता है कि राज्य सरकार गंभीर है और दोषियों को किसी भी हाल में बख्शा नहीं जाएगा।
यह घटना एक बार फिर हमें यह सोचने पर मजबूर करती है कि धार्मिक और भावनात्मक मुद्दों को भड़काकर समाज का माहौल क्यों बिगाड़ा जाता है। सरकार की जिम्मेदारी है कि वह ऐसे मामलों में त्वरित और सख्त कार्रवाई करे ताकि भविष्य में कोई भी व्यक्ति इस तरह का कदम उठाने की हिम्मत न कर सके।