AIN NEWS 1 बरेली: उत्तर प्रदेश के बरेली जिले में गूगल मैप्स के गलत दिशा-निर्देश के कारण एक बड़ा हादसा होने से बच गया। एक कार, जो गूगल मैप्स की मदद से रास्ता तलाश रही थी, नहर में जा गिरी। इस हादसे में कार सवार तीन लोग बाल-बाल बच गए। घटना बरेली-पीलीभीत स्टेट हाईवे पर बड़कापुर गांव चौराहे के पास कलापुर नहर के पास हुई।
कैसे हुआ हादसा?
औरैया जिले के रहने वाले दिव्यांशु सिंह कार चला रहे थे। वे अपने साथियों के साथ पीलीभीत जा रहे थे। गूगल मैप्स ने उन्हें मुख्य सड़क के बजाय एक अलग रास्ता दिखाया, जो असल में सड़क नहीं थी। इस रास्ते में सड़क कटाव और कच्चे मार्ग के कारण कार का संतुलन बिगड़ गया और वह नहर में गिर गई।
सुरक्षित बच गए यात्री
हादसे के तुरंत बाद आपातकालीन सेवाएं मौके पर पहुंचीं। कार को क्रेन की मदद से नहर से बाहर निकाला गया। पुलिस अधिकारी ने बताया, “सौभाग्य से किसी को गंभीर चोट नहीं आई। हमारी टीम कुछ ही मिनटों में घटनास्थल पर पहुंच गई और यात्रियों को सुरक्षित बाहर निकाल लिया गया।”
10 दिनों में दूसरा हादसा
गौरतलब है कि पिछले 10 दिनों में बरेली में गूगल मैप्स से जुड़ा यह दूसरा हादसा है। इससे पहले, 24 नवंबर को, एक कार अधूरे फ्लाईओवर से रामगंगा नदी में गिर गई थी। उस हादसे में कार सवार तीन लोगों की मौत हो गई थी।
जांच और कार्रवाई
रामगंगा हादसे के बाद बदायूं जिले की दातागंज पुलिस ने लोक निर्माण विभाग (PWD) के अभियंताओं और गूगल मैप्स के एक अधिकारी के खिलाफ लापरवाही का मामला दर्ज किया था। हालांकि, इस नए मामले में फिलहाल किसी प्रकार की कानूनी कार्रवाई की सूचना नहीं है।
गूगल मैप्स पर बढ़ते सवाल
लगातार हो रहे इन हादसों ने गूगल मैप्स की सटीकता और स्थानीय प्रशासन की जिम्मेदारी पर सवाल खड़े कर दिए हैं। विशेषज्ञों का मानना है कि ड्राइवरों को गूगल मैप्स पर पूरी तरह निर्भर होने के बजाय सावधानी बरतनी चाहिए। साथ ही, लोक निर्माण विभाग को अधूरी सड़कों और कटाव वाले इलाकों को बेहतर तरीके से चिह्नित करना चाहिए ताकि ऐसे हादसों से बचा जा सके।
सावधानी की जरूरत
यह घटना एक सबक है कि तकनीक का इस्तेमाल करते समय सतर्क रहना जरूरी है। गूगल मैप्स जैसे उपकरण सहायक हो सकते हैं, लेकिन आंख मूंदकर उन पर भरोसा करना खतरनाक साबित हो सकता है। प्रशासन और तकनीकी कंपनियों को भी इस तरह के हादसों को रोकने के लिए मिलकर काम करना चाहिए।