AIN NEWS 1: नया साल 2025 छत्तीसगढ़ के शक्ति जिले में एक बड़ी सामाजिक घटना के साथ शुरू हुआ। यहां 651 से अधिक लोगों ने ईसाई धर्म छोड़कर सनातन धर्म में वापसी की। इस सामूहिक “घर वापसी” कार्यक्रम का आयोजन शक्ति जिले में किया गया, जिसमें भारतीय जनता पार्टी (भाजपा) के नेता प्रबल प्रताप ने महत्वपूर्ण भूमिका निभाई।
प्रबल प्रताप ने किया स्वागत
भाजपा नेता प्रबल प्रताप ने सनातन धर्म अपनाने वाले सभी व्यक्तियों का गर्मजोशी से स्वागत किया। उन्होंने प्रत्येक व्यक्ति के चरण धोकर उन्हें सम्मान प्रदान किया। प्रबल प्रताप ने कहा, “यह केवल धर्म परिवर्तन नहीं, बल्कि हमारी परंपराओं और संस्कृति में वापसी है।”
लालच देकर बनाया गया था ईसाई
वापसी करने वाले लोगों ने बताया कि उन्हें कुछ साल पहले विभिन्न प्रकार के प्रलोभन देकर ईसाई धर्म अपनाने के लिए मजबूर किया गया था। इनमें आर्थिक मदद, स्वास्थ्य सुविधाएं और अन्य लाभ शामिल थे। लेकिन धीरे-धीरे उन्हें एहसास हुआ कि वे अपनी जड़ों और परंपराओं से दूर हो गए हैं।
सामूहिक आयोजन में उमड़ा जनसैलाब
कार्यक्रम में बड़ी संख्या में स्थानीय लोग और धार्मिक संगठनों के सदस्य शामिल हुए। सभी ने एक स्वर में इस सामूहिक कदम का समर्थन किया। सनातन धर्म अपनाने वालों ने विधिवत धार्मिक अनुष्ठानों के साथ अपनी नई शुरुआत की।
प्रबल प्रताप का संदेश
भाजपा नेता ने इस अवसर पर कहा, “धर्म परिवर्तन के नाम पर जो लालच दिया जा रहा है, वह हमारी संस्कृति और समाज को तोड़ने का प्रयास है। लेकिन आज इन 651 लोगों ने यह साबित कर दिया कि हमारी जड़ें कितनी मजबूत हैं।” उन्होंने अन्य लोगों से भी अपनी संस्कृति और धर्म के मूल्यों को बनाए रखने की अपील की।
घर वापसी का महत्व
इस घटना ने छत्तीसगढ़ में धर्मांतरण की बढ़ती घटनाओं और उनकी रोकथाम के प्रयासों पर फिर से चर्चा शुरू कर दी है। धार्मिक नेताओं ने इसे “घर वापसी” का एक महत्वपूर्ण कदम बताते हुए कहा कि इससे सनातन धर्म के प्रति जागरूकता और मजबूत होगी।
नया साल, नई शुरुआत
साल 2025 की शुरुआत इन 651 लोगों के लिए वाकई एक नई शुरुआत है। उन्होंने अपने पारंपरिक धर्म और सांस्कृतिक मूल्यों को पुनः अपनाने का निर्णय लिया है, जो समाज में एक सकारात्मक संदेश देता है।
यह घटना न केवल शक्ति जिले बल्कि पूरे छत्तीसगढ़ में चर्चा का विषय बनी हुई है।