AIN NEWS 1: नोएडा के लोगों के लिए एक बड़ी खुशखबरी है। लंबे समय से जिस प्रोजेक्ट का इंतज़ार किया जा रहा था, वह अब पूरा हो चुका है। भांगेल एलिवेटेड कॉरिडोर (Bhangel Elevated Corridor) का निर्माण कार्य आखिरकार समाप्त हो गया है और जल्द ही इसका उद्घाटन किया जाएगा। इस फ्लाईओवर के शुरू होते ही हजारों वाहन चालकों को जाम से राहत मिलने की उम्मीद है।
क्यों खास है यह नया एलिवेटेड कॉरिडोर?
नोएडा और ग्रेटर नोएडा क्षेत्र में बढ़ती आबादी और ट्रैफिक ने रोज़मर्रा की ज़िंदगी को मुश्किल बना दिया था। खासकर ऑफिस जाने के समय और शाम के वक्त यहां का ट्रैफिक लोगों के लिए सिरदर्द बन जाता था। भांगेल, सेक्टर-41 और आसपास के इलाकों में घंटों जाम लगना आम बात थी।
डीएससी रोड (DSC Road) पर बना यह नया एलिवेटेड कॉरिडोर सीधे एनएसईज़ (Noida Special Economic Zones – NSEZ) को सेक्टर-41 से जोड़ देगा। इसका मतलब यह है कि अब लोगों को घंटों तक जाम में फंसने की बजाय तेज़ और सुगम यात्रा का अनुभव मिलेगा।
कॉरिडोर की लंबाई और लेन
इस एलिवेटेड कॉरिडोर की लंबाई लगभग 5.5 किलोमीटर है।
इसे 6 लेन में बनाया गया है, ताकि बड़ी संख्या में गाड़ियों का दबाव आसानी से संभाला जा सके।
भविष्य की ट्रैफिक ज़रूरतों को देखते हुए इसे इस तरह डिजाइन किया गया है कि आने वाले कई सालों तक यह सुविधाजनक साबित होगा।
निर्माण में लगी लागत
इस मेगा प्रोजेक्ट को बनाने में करीब 600 करोड़ रुपये की लागत आई है। इसमें अत्याधुनिक तकनीक और टिकाऊ निर्माण सामग्री का इस्तेमाल किया गया है ताकि लंबे समय तक यह सड़क मजबूती से ट्रैफिक का भार झेल सके।
कितने लोगों को मिलेगी राहत?
अधिकारियों का कहना है कि इस कॉरिडोर से रोज़ाना करीब 5 लाख यात्रियों को राहत मिलेगी। अभी तक इन रूट्स पर गाड़ियों की कतारें लग जाती थीं, लेकिन अब गाड़ियां बिना रुके आसानी से निकल पाएंगी।
ट्रैफिक जाम से मुक्ति
नोएडा में भांगेल और आसपास के इलाकों के लोगों को ट्रैफिक की समस्या से सबसे ज्यादा जूझना पड़ता था। पीक आवर्स यानी ऑफिस टाइम में यहां का नजारा ऐसा होता था मानो गाड़ियों का सागर उमड़ आया हो। कई बार एंबुलेंस और जरूरी सेवाओं की गाड़ियां भी इस जाम में फंस जाती थीं।
नए कॉरिडोर से:
पीक आवर ट्रैफिक काफी हद तक कम होगा।
सेक्टर-41 से एनएसईज़ तक सफर आधे से भी कम समय में पूरा होगा।
नोएडा की सड़क सुरक्षा और यातायात व्यवस्था में सुधार होगा।
शहर के विकास में बड़ा कदम
नोएडा और ग्रेटर नोएडा लगातार तेजी से विकसित हो रहे हैं। यहां आईटी कंपनियां, इंडस्ट्रियल एरिया और हाउसिंग सोसाइटीज़ तेजी से बढ़ रही हैं। ऐसे में आधुनिक इन्फ्रास्ट्रक्चर की जरूरत सबसे ज्यादा है। भांगेल एलिवेटेड कॉरिडोर का उद्घाटन इस दिशा में एक अहम कदम माना जा रहा है।
व्यापार और रोजगार पर असर
ट्रैफिक जाम सिर्फ लोगों के समय को ही प्रभावित नहीं करता, बल्कि इससे व्यापार और उद्योग पर भी असर पड़ता है। माल ढुलाई में देरी, कर्मचारियों का देर से ऑफिस पहुंचना और उत्पादन में कमी जैसी समस्याएं आम हो जाती हैं।
इस फ्लाईओवर से:
कंपनियों को फायदा होगा क्योंकि कर्मचारियों की यात्रा आसान होगी।
व्यापारिक गतिविधियों की रफ्तार बढ़ेगी।
रोजगार और निवेश को भी अप्रत्यक्ष रूप से बढ़ावा मिलेगा।
पर्यावरण को भी फायदा
कम समय में यात्रा पूरी होने से गाड़ियों का ईंधन बचेगा और प्रदूषण भी कम होगा। यह कदम पर्यावरण की दृष्टि से भी महत्वपूर्ण है क्योंकि वाहन प्रदूषण शहर की सबसे बड़ी समस्या बन चुका है।
अन्य प्रोजेक्ट्स से तालमेल
नोएडा में मेट्रो नेटवर्क, इनर रिंग रोड और एक्सप्रेसवे पहले से ही लोगों को सुविधा दे रहे हैं। अब भांगेल एलिवेटेड कॉरिडोर इनके साथ मिलकर ट्रैफिक सिस्टम को और मजबूत करेगा। आने वाले समय में नोएडा और दिल्ली के बीच का सफर भी आसान और तेज़ हो जाएगा।
उद्घाटन की तैयारी
अधिकारियों की ओर से बताया गया है कि जल्द ही इसका उद्घाटन किया जाएगा। उद्घाटन के बाद यह कॉरिडोर आम जनता के लिए खोल दिया जाएगा। इस दिन को शहर के विकास के इतिहास में एक मील का पत्थर माना जाएगा।
The completion of the Bhangel Elevated Corridor in Noida marks a major milestone in the city’s infrastructure development. Built on DSC Road with a total length of 5.5 km and 6 lanes, this flyover will directly connect NSEZ to Sector-41. Constructed at a cost of around ₹600 crore, the corridor is expected to benefit nearly 5 lakh commuters daily by easing heavy traffic congestion. The project will not only save travel time but also reduce fuel consumption, cut down on pollution, and boost trade, employment, and real estate growth in Noida.