AIN NEWS 1: मेरठ में एक बड़ी घटना सामने आई है, जहां एक घर में लगाए गए मेडिकल कैंप के नाम पर धर्मांतरण का गोरखधंधा चल रहा था। 50 से अधिक लोग इस कैंप में इलाज कराने आए थे, लेकिन जब पुलिस ने छापा मारा तो मामला कुछ और ही सामने आया। यह मामला मेरठ के थाना परतापुर के शिवपुरम इलाके का है, जहां एक घर में निशुल्क मेडिकल कैंप के नाम पर प्रार्थना सभा आयोजित की जा रही थी। पुलिस ने इसे धर्मांतरण के मामले के रूप में जांचना शुरू किया है।
क्या था पूरा मामला?
शिवपुरम इलाके में एक घर में लोग इलाज कराने के लिए पहुंचे थे, लेकिन यहां इलाज की बजाय उन्हें बाइबल पढ़ाई जा रही थी और ईसाई धर्म अपनाने के लिए प्रेरित किया जा रहा था। पुलिस को यह जानकारी हिंदू संगठन से मिली, जिन्होंने इस गोरखधंधे को लेकर प्रशासन को सूचित किया। जब पुलिस मौके पर पहुंची, तो वहां से कई ईसाई धर्म से संबंधित किताबें भी बरामद हुईं। पुलिस के अनुसार, यहां इलाज के नाम पर लोगों को बहलाया जा रहा था, लेकिन असल में यह प्रार्थना सभा का हिस्सा था, जहां लोगों को ईसाई धर्म में कन्वर्ट होने का संदेश दिया जा रहा था।
मास्टरमाइंड का नाम सामने आया
पुलिस ने इस पूरे मामले का मास्टरमाइंड विनीत नामक व्यक्ति को बताया है। विनीत ने 10 साल पहले ईसाई धर्म अपनाया था और पिछले 5 वर्षों से वह परतापुर के इस घर में प्रार्थना सभा का आयोजन करके लोगों को धर्मांतरण के लिए प्रेरित कर रहा था। पुलिस ने उसे गिरफ्तार कर लिया है और अब जांच की जा रही है कि इस पूरी गतिविधि की फंडिंग कहां से हो रही थी।
धर्मांतरण के बढ़ते मामले
यह घटना मेरठ में हाल ही में सामने आए धर्मांतरण के मामलों की कड़ी में एक और नया मामला है। इससे पहले मेरठ के कंकरखेड़ा रेलवे रोड और ब्रह्मपुरी इलाकों में भी इसी तरह के मामले सामने आ चुके हैं। पश्चिम उत्तर प्रदेश के विभिन्न जिलों में इस तरह की घटनाएं तेजी से बढ़ रही हैं, जिससे पुलिस और प्रशासन अलर्ट हो गए हैं।
पुलिस का एक्शन
मेरठ पुलिस ने इस मामले में पांच लोगों को गिरफ्तार कर लिया है और जांच जारी है। पुलिस का कहना है कि वह ऐसे गोरखधंधों को जल्द ही समाप्त करने के लिए कार्रवाई करेगी। इस मामले में अब तक की जानकारी के अनुसार, पुलिस ने यह सुनिश्चित करने के लिए अपनी जाँच तेज कर दी है कि ऐसी गतिविधियों को पूरी तरह से रोका जा सके।
निष्कर्ष
मेरठ में एक बार फिर धर्मांतरण के मामले ने पूरे क्षेत्र में हलचल मचा दी है। पुलिस अब इस तरह के गोरखधंधों पर कड़ी निगरानी रख रही है और ऐसे मामलों में शामिल लोगों के खिलाफ सख्त कार्रवाई करने के लिए तैयार है।