AIN NEWS 1: प्रयागराज में भाजपा अनुसूचित जाति मोर्चा के प्रदेश सह-कोषाध्यक्ष मनोज पासी को थाने में पुलिसकर्मियों द्वारा पीटने का मामला सामने आया है। इस घटना के बाद पुलिस विभाग में बड़ा एक्शन लिया गया। पुलिस कमिश्नर ने तीन दरोगा और एक हेड कॉन्स्टेबल को सस्पेंड कर दिया है।
क्या है पूरा मामला?
भाजपा नेता मनोज पासी के भाई रोशन लाल ने गंगादीप कॉलोनी में एक जमीन रजिस्ट्री करवाई थी। 12 जनवरी को वे उस जमीन पर बाउंड्री बनवा रहे थे। इस दौरान रहिमापुर के निवासी रामा ने जमीन पर अपना दावा करते हुए पुलिस में शिकायत दर्ज करवा दी, जिसके बाद पुलिस ने बाउंड्री का काम रुकवा दिया।
बुधवार को मनोज पासी थाने पहुंचे और पुलिसकर्मियों से काम रुकवाने की वजह पूछी। उन्होंने काम शुरू करवाने की बात की। आरोप है कि इसी दौरान थाने में मौजूद पुलिसकर्मियों ने उनके साथ गाली-गलौज की और मारपीट शुरू कर दी। मनोज ने बताया कि उन्हें लात-घूंसों, जूतों से बुरी तरह पीटा गया। यहां तक कि उनके बाल तक उखाड़ दिए गए।
मारपीट के कारण मनोज पासी बेहोश हो गए, जिसके बाद उन्हें अस्पताल ले जाया गया। इस घटना का एक वीडियो भी सामने आया है, जिसमें वे थाने के बाहर खड़े होकर अपने जख्म दिखाते नजर आ रहे हैं।
परिवार ने उठाई कार्रवाई की मांग
घटना के बाद मनोज की पत्नी सन्नो ने पुलिसकर्मियों के खिलाफ पुलिस कमिश्नर को प्रार्थना पत्र दिया। इसके बाद डीसीपी सिटी अभिषेक भारती को जांच की जिम्मेदारी सौंपी गई। देर रात डीसीपी ने अपनी रिपोर्ट पुलिस कमिश्नर को दी।
जांच में दोषी पाए जाने पर दरोगा संतोष सिंह, जय नारायण, श्रीराम यादव और हेड कॉन्स्टेबल जे. यादव को सस्पेंड कर दिया गया।
भाजपा कार्यकर्ताओं का प्रदर्शन
भाजपा नेता की पिटाई की खबर मिलते ही भाजपा के महानगर महामंत्री रमेश पासी और अनुसूचित मोर्चा के महानगर अध्यक्ष राजेश सोनकर झूंसी थाना पहुंचे। थोड़ी देर में बड़ी संख्या में भाजपा कार्यकर्ता भी वहां जमा हो गए और थाने के बाहर धरने पर बैठ गए।
भाजपा कार्यकर्ताओं ने दोषी पुलिसकर्मियों के खिलाफ कड़ी कार्रवाई की मांग की। डीसीपी सिटी अभिषेक भारती मौके पर पहुंचे और प्रदर्शन कर रहे कार्यकर्ताओं को कार्रवाई का आश्वासन दिया।
पुलिसकर्मियों पर हुई कार्रवाई
घटना के बाद पुलिस कमिश्नर ने 3 दरोगा और 1 हेड कॉन्स्टेबल को तत्काल सस्पेंड कर दिया। साथ ही घटना की गहराई से जांच के आदेश दिए गए हैं।
पहले भी हुई थी भाजपा नेता पर हिंसा
प्रयागराज में भाजपा नेताओं पर हिंसा का यह पहला मामला नहीं है। इससे पहले 26 दिसंबर को प्रीतमनगर के भाजपा मंडल अध्यक्ष संजय कुशवाहा को उनके घर के सामने लाठी-डंडों से पीटा गया था। इस घटना में धूमनगंज थाने के दरोगा सोमेश मणि त्रिपाठी और उनके दो सिपाहियों का नाम सामने आया था।
उस समय भी भाजपा कार्यकर्ताओं ने थाने का घेराव कर प्रदर्शन किया था। पुलिस ने मामले में कार्रवाई करते हुए तीन पुलिसकर्मियों को सस्पेंड किया और अन्य आरोपियों के खिलाफ जांच शुरू की थी।
पुलिसकर्मियों द्वारा भाजपा नेताओं पर हिंसा की घटनाएं कानून-व्यवस्था पर सवाल खड़े करती हैं। इस मामले में त्वरित कार्रवाई करते हुए दोषी पुलिसकर्मियों को सस्पेंड कर दिया गया है, लेकिन इस तरह की घटनाओं को रोकने के लिए कड़े कदम उठाने की जरूरत है।