AIN NEWS 1: उत्तर प्रदेश के बरेली जिले में पुलिस लाइन के गणना कार्यालय में रिश्वत लेकर सिपाही को घर भेजने और फर्जी हाजिरी लगाने का मामला सामने आया है। एसएसपी अनुराग आर्य ने मामले का संज्ञान लेते हुए पांच पुलिसकर्मियों को निलंबित कर दिया है और आरआई और गणना प्रभारी के खिलाफ प्रारंभिक जांच के आदेश दिए हैं।
यह मामला तब उजागर हुआ जब थाना इज्जतनगर में तैनात सिपाही रजत बालियान के पुलिस लाइन में तैनाती के दौरान, बिना छुट्टी के मेरठ और मुजफ्फरनगर जाने का खुलासा हुआ। रजत बालियान 2 अक्टूबर से 27 नवंबर तक बरेली पुलिस लाइन में तैनात था, इस दौरान वह बिना छुट्टी के दो बार बाहर चला गया। गणना कार्यालय के स्टाफ से सेटिंग कर रजत ने अपने गैरहाजिर होने के बावजूद अपनी हाजिरी लगवाने का काम किया।
जब इस मामले की जानकारी एसएसपी अनुराग आर्य को मिली, तो उन्होंने एसपी सिटी मानुष पारीक से जांच करवाई। जांच में गणना कार्यालय के स्टाफ और सिपाही रजत बालियान के बयान लिए गए, लेकिन सभी ने आरोपों से इनकार कर दिया। इसके बाद, रजत बालियान की कॉल डिटेल और मोबाइल लोकेशन की जांच की गई, जिसमें यह साफ हो गया कि वह इस दौरान मेरठ और मुजफ्फरनगर में था। इससे पुलिस के अंदर चल रही इस गोलमाल की पूरी पोल खुल गई।
पुलिस की जांच में यह भी सामने आया कि सिपाही रजत बालियान ने गणना कार्यालय के स्टाफ को पांच हजार रुपये रिश्वत दी थी, ताकि उनकी हाजिरी लगाई जा सके, जबकि वह ड्यूटी पर मौजूद नहीं था। इस मामले की गंभीरता को देखते हुए एसएसपी अनुराग आर्य ने पांच पुलिसकर्मियों को निलंबित कर दिया। निलंबित किए गए पुलिसकर्मियों में गणना कार्यालय के सिपाही रचित कुमार, सतेन्द्र सिंह, अर्पित पंवार और पवन बंसल शामिल हैं। इन सभी की विभागीय जांच भी शुरू कर दी गई है। साथ ही, पुलिस लाइन के आरआई और गणना प्रभारी के खिलाफ प्रारंभिक जांच के आदेश दिए गए हैं।
एसएसपी ने कहा कि ड्यूटी में हेराफेरी कर गैरहाजिर सिपाही की हाजिरी लगाई जाती थी, जिससे सरकार को नुकसान हो रहा था। उन्होंने एसपी सिटी की रिपोर्ट के आधार पर कार्रवाई की और दोषी पाए गए पुलिसकर्मियों को निलंबित कर दिया।
जांच में यह भी सामने आया कि गणना कार्यालय में यह खेल लंबे समय से चल रहा था, जिसमें रिश्वत लेकर पुलिसकर्मी गैरहाजिर रहने के बावजूद अपनी हाजिरी लगा लेते थे। इस मामले के खुलासे के बाद पुलिस प्रशासन में हड़कंप मच गया है, और अब इस तरह के अनियमितताओं की रोकथाम के लिए कड़ी निगरानी रखी जाएगी।