Bride’s Deadly Conspiracy: Shocking WhatsApp Chats, Videos, and CCTV Uncover Dilip Murder Case
कातिल दुल्हन: सीसीटीवी फुटेज, चैट और वीडियो से हुआ दिलीप हत्याकांड का सनसनीखेज खुलासा
AIN NEWS 1: उत्तर प्रदेश में दिल दहला देने वाला हत्याकांड सामने आया, जहां पत्नी ने प्रेमी के साथ मिलकर अपने पति की हत्या की साजिश रची। पुलिस ने ऑपरेशन त्रिनेत्र, सीसीटीवी फुटेज और सर्विलांस की मदद से इस सनसनीखेज मामले का खुलासा किया।
हत्या की योजना: प्रेमी के साथ नया जीवन जीने की चाह
मैनपुरी के भोगांव निवासी हाइड्रा चालक दिलीप यादव (24) की शादी फफूंद निवासी प्रगति से 5 मार्च को हुई थी। लेकिन शादी के महज 15 दिन बाद 19 मार्च को कन्नौज के उमर्दा क्षेत्र में दिलीप को गोली मार दी गई। हमले के दो दिन बाद 21 मार्च को इलाज के दौरान उसकी मौत हो गई।
जांच में सामने आया कि प्रगति का प्रेम प्रसंग अनुराग नाम के युवक से चल रहा था। शादी के बाद भी वह अनुराग के साथ रहना चाहती थी। इसी वजह से उसने अपने पति को रास्ते से हटाने की साजिश रची।
ऑपरेशन त्रिनेत्र: पुलिस को कैसे मिली कातिलों तक पहुंचने की सुराग
19 मार्च को दिलीप को खून से लथपथ हालत में नहर किनारे फेंक दिया गया था। जब पुलिस ने जांच शुरू की, तो इलाके में लगे सीसीटीवी कैमरों की फुटेज खंगाली गई।
सीसीटीवी फुटेज: पुलिस को पटना नहर पुल के पास एक बाइक पर चार लोग जाते दिखे।
सर्विलांस डेटा: पुलिस ने मोबाइल लोकेशन ट्रैकिंग से पता लगाया कि दिलीप की पत्नी प्रगति हत्या के वक्त कई बार संदिग्ध कॉल कर रही थी।
व्हाट्सएप चैट और वीडियो: अनुराग के मोबाइल में प्रगति के साथ उसकी निजी तस्वीरें और आपत्तिजनक वीडियो मिले, जिससे उनकी साजिश उजागर हो गई।
शूटर्स की पहचान और गिरफ्तारी
मुखबिरों की मदद से पुलिस ने अछल्दा निवासी हिस्ट्रीशीटर रामजी नागर को पहचाना। पुलिस ने अनुराग, प्रगति और शूटरों की लोकेशन ट्रैक कर उन्हें गिरफ्तार किया। हालांकि, दो अन्य शूटर अभी फरार हैं।
कैसे हुई हत्या?
दिलीप को यह कहकर बुलाया गया कि उसे हाइड्रा मशीन से बिजली के खंभे रखने की जगह दिखानी है।
उसे नहर किनारे ले जाकर शूटरों ने पहले लाठी-डंडों से बुरी तरह पीटा।
जब वह बेहोश हो गया, तो उसके सिर के पिछले हिस्से में गोली मार दी।
इसके बाद उसे वहीं छोड़कर सभी भाग गए।
हत्या की साजिश में पत्नी की भूमिका
प्रगति ने अपने प्रेमी अनुराग के साथ मिलकर शूटरों को सुपारी दी।
मुंह दिखाई में मिले पैसों से ही शूटरों को भुगतान किया गया।
व्हाट्सएप चैट में यह भी पाया गया कि प्रगति लगातार शूटरों से संपर्क में थी।
पुलिस की कार्रवाई
शुरुआत में इस मामले में जानलेवा हमले की धाराएं लगाई गई थीं, लेकिन पुलिस की जांच के बाद इसे हत्या (IPC 302) और साजिश (IPC 120B) का मामला बनाया गया।
शूटरों की तलाश जारी
हालांकि पुलिस ने तीन आरोपियों को गिरफ्तार कर लिया है, लेकिन दो शूटर अभी भी फरार हैं। पुलिस की टीम उन्हें पकड़ने के लिए लगातार दबिश दे रही है।
प्रगति का परिवार और दिलीप का कारोबार
दिलीप का परिवार आर्थिक रूप से संपन्न था, उसके पास 12 हाइड्रा मशीनें और 10 क्रेन थीं।
प्रगति का परिवार भी संपन्न था, उज्जैन में उनका एक स्कूल संचालित होता था।
यह हत्याकांड रिश्तों के अंधेरे सच को उजागर करता है। पत्नी ने प्रेमी के साथ मिलकर अपने पति की हत्या की साजिश रची, लेकिन पुलिस की मुस्तैदी और आधुनिक तकनीक ने मामले को जल्द ही सुलझा दिया। इस केस में व्हाट्सएप चैट, सीसीटीवी फुटेज और ऑपरेशन त्रिनेत्र की भूमिका अहम रही।
The shocking Dilip Yadav murder case has revealed how WhatsApp chats, CCTV footage, and police surveillance helped uncover a deadly murder conspiracy. His wife Pragati, along with her lover Anurag, hired contract killers to eliminate him. The police investigation used advanced crime detection techniques such as Operation Trinetra, manual surveillance, and secret informer networks. With shocking video evidence, police arrested Pragati, Anurag, and a shooter, while two others are still on the run. This crime case is a chilling example of betrayal, murder for love, and digital evidence in criminal investigations.