AIN NEWS 1: उत्तर प्रदेश में आगामी नगर निकाय चुनावों में माफिया अतीक अहमद की पत्नी शाइस्ता परवीन का कथित तौर पर बहुजन समाज पार्टी से महापौर प्रत्याशी का नाम कटने की चर्चाओं के बीच BSP पार्टी के प्रयागराज मंडल के मुख्य संयोजक अशोक गौतम ने मंगलवार को साफ़ साफ़ कहा कि शाइस्ता परवीन को बसपा की ओर से कभी भी मेयर का प्रत्याशी घोषित ही नहीं किया गया था.गौतम ने बताया कि शाइस्ता परवीन को पार्टी में ज़रूर शामिल किया गया था और उस समय उन पर एक भी आपराधिक मुकदमा दर्ज नहीं हुआ था. लेकिन महापौर पद का प्रत्याशी होने की कोई भी घोषणा उनकी नहीं की गई थी. उन्होंने आगे कहा, ‘‘आज की तारीख में जब पुलिस उन्हें नहीं ढूंढ पा रही है, तो हम कहां से ढूंढ लेंगे और कहेंगे कि आप चलो चुनाव लड़ो.’
जाने अब ’सपा को जवाब देने की तैयारी
गौतम ने बताया कि मंगलवार को यहां हुई मंडल स्तरीय बैठक में अब यह निर्णय लिया गया कि आगामी 14 अप्रैल को बाबा साहब भीमराव अंबेडकर की जयंती अब नगर पंचायत, नगर पालिका और नगर निगम स्तर पर ही मनाया जाएगा जो पहले मंडल स्तर पर मनाया जाता था. उन्होंने बताया कि इसके अलावा, इस बैठक में ऐसे कार्यकर्ताओं से जिलाध्यक्ष के पास आवेदन करने को कहा गया जो पार्षद, नगर पालिका अध्यक्ष या महापौर का चुनाव इस बार लड़ना चाहते हैं. आवेदन मिलने के बाद ही नामों पर विचार किया जाएगा और अंतिम मंजूरी के लिए (बसपा सुप्रीमो) बहन मायावती के पास इन्हे पेश किया जाएगा. बता दें कि राज्य में नगर निकाय चुनाव का एलान जल्द ही हो सकता है. हालांकि बीते दिनों जब शाइस्ता परवीन बीएसपी में शामिल हुई थीं, उसके बाद से ही कहा गया था कि उन्हें प्रयागराज से बीएसपी का प्रत्याशी बना जा सकता है. लेकिन उमेश पाल हत्याकांड के बाद काफ़ी सवाल खड़े होने लगे. जिसके बाद अब बीएसपी के ओर से अपनी इसपर सफाई दी गई है.